यूपी विधानसभा चुनाव को ले बिहार में भी सजाए जा रहे मोहरे- लालू निभाएंगे मुलायम से रिश्तेदारी, JDU को BJP से आस

UP Assembly Elections 2022 यूपी विधानसभा चुनाव को ले बिहार में भी तैयारियां चल रहीं हैं। लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्‍वी यादव ने समाजवादी पार्टी को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। उधर जेडीयू को बीजेपी से उम्‍मीदें हैं तो वीआइपी ने बीजेपी पर दबाव बनाया है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Sun, 09 Jan 2022 09:42 PM (IST) Updated:Mon, 10 Jan 2022 09:08 AM (IST)
यूपी विधानसभा चुनाव को ले बिहार में भी सजाए जा रहे मोहरे- लालू निभाएंगे मुलायम से रिश्तेदारी, JDU को BJP से आस
;यूपी विधानसभा चुनाव में सक्रिय बिहार व यूपी के नेता। फाइल तस्‍वीरें।

पटना, अरविंद शर्मा। UP Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (Up Vidhan Sabha Chunav 2022) का असर बिहार में भी दिख रहा है। अब तारीखों की घोषणा के बाद सारे दलों की सक्रियता बढ़ गई है। तैयारी और दावेदारी का अंतिम चरण में प्रवेश हो गया है। मोहरे सजाए जाने लगे हैं। जनता दल यूनाइटेड (JDU) की आस भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर टिकी है। मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) पहले से ही यूपी में कार्यालय खोलकर सक्रिय है। इसका असर बिहार में बीजेपी के साथ वीआइपी के गठबंधन की राजनीति पर भी पड़ रहा है। जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) भी सक्रिय हो गए हैं। मांझी और मुकेश सहनी की कई राउंड की बैठकें हो चुकी हैैं। चिराग पासवान (Chirag Paswan) भी बिहार से बाहर मौके की तलाश में जुटे हैैं। लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad yadav) रिश्तेदारी निभाने जा रहे हैं। उनके उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बिना शर्त समाजवादी पार्टी (SP) को समर्थन देने की घोषणा कर दी है।

जेडीयू को बीजेपी से उम्मीद, बातचीत जारी

सबसे पहले बिहार में सत्तारूढ़ दो बड़े दल बीजेपी और जेडीयू की बात। दोनों में अभी कुछ भी साफ नहीं है। जेडीयू की उम्मीद भरी निगाहें लगी हुई हैं। केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का दावा है कि बीजेपी से सकारात्मक बातचीत चल रही है। हालांकि, अब दोनों दलों के पास ज्यादा समय नहीं है।

मांझी का सहारा लेने की कोशिश में मुकेश

मुकेश सहनी अति सक्रियता दिखा रहे हैं। मल्लाहों की आबादी वाली 165 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी में हैं। अति पिछड़ों को एकजुट करने के बहाने वे बीजेपी पर दबाव बनाने में जुटे हैं। कामयाब होते नहीं दिख रहे हैं। उल्टा असर ही हुआ है। इसी बीच बिहार में उनके कुल चार में से एक विधायक के असमय निधन के कारण बोचहां सीट खाली हो गई है, जिसे बीजेपी देने के मूड में नहीं है। बीजेपी सांसद अजय निषाद ने गठबंधन की परवाह किए बिना अपनों के लिए दावेदारी बढ़ा दी है। रिश्ता बेहद तल्ख हो चुका है। अंजाम की प्रतीक्षा है। बीजेपी से खटपट बढ़ता देख मुकेश सहनी ने जीतनराम मांझी का भी सहारा लेने का प्रयास किया है। प्रचारित किया जा रहा है कि दोनों मिलकर लड़ेंगे।

यूपी में प्रत्याशी देने की तैयारी में चिराग

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) के दौरान बीजेपी व जेडीयू गठबंधन से असंबद्ध होकर चिराग पासवान ने यूपी की सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी की बात कर रहे हैं। खरमास के बाद प्रत्याशियों की सूची जारी करने का दावा कर रहे हैं। संभावना वाली सीटों की तलाश की जवाबदेही पार्टी की प्रदेश इकाई (यूपी) को दी गई है।

यूपी में समाजवादी पार्टी के साथ आरजेडी

आरजेडी ने समाजवादी पार्टी काे बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा कर दी है। आरजेडी यूपी में अखिलेश यादव को मुख्‍यमंत्री बनते देखना चाहता है।

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