बिहार में आज पीएम मोदी, मांझी को हार की हैट्रिक से बचाने व संतोष की तीसरी जीत दिलाने का करेंगे आह्वान

Bihar Politics जमुई और नवादा के बाद आज पीएम मोदी गया और पूर्णिया में दो जनसभाओं में जनता को संबोधित करेंगे। गया में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) से प्रत्याशी हैं। वह यहां से दो बार चुनाव हार चुके हैं। वहीं पूर्णिया में जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा को टिकट दिया गया है। पीएम मोदी मांझी को मांझी को तीसरी हार से बचाने का प्रयास करेंगे

By Vikash Chandra Pandey Edited By: Arijita Sen Publish:Tue, 16 Apr 2024 09:03 AM (IST) Updated:Tue, 16 Apr 2024 09:03 AM (IST)
बिहार में आज पीएम मोदी, मांझी को हार की हैट्रिक से बचाने व संतोष की तीसरी जीत दिलाने का करेंगे आह्वान
जीतन राम मांझी और पीएम मोदी की फाइल फोटो।

HighLights

  • आज प्रधानमंत्री की दो जनसभाएं, गया के बाद पूर्णिया में
  • इससे पहले जमुई व नवादा में जनसभाएं कर चुके हैं मोदी

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विजय की आकांक्षा इस कदर प्रबल है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब यहां एक दिन में दो जनसभाओं की ओर बढ़ चले हैं। मंगलवार को गया और पूर्णिया में उनकी जनसभाएं प्रस्तावित हैं। इससे पहले जमुई व नवादा में मोदी जनसभाएं कर चुके हैं।

मांझी को तीसरी हार से बचाने के प्रयास में मोदी

गया में पिछले दो चुनावों में मात खा चुके पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) से प्रत्याशी हैं। पूर्णिया में जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा पिछले दो चुनावों में विजयी रहे हैं।

यह संयोग ही है कि मोदी जहां मांझी को तीसरी हार से बचाने का प्रयास करेंगे, वहीं संतोष को तीसरी जीत दिलाने का मतदाताओं से भरोसा चाहेंगे। गया में पहले चरण के तहत 19 अप्रैल और पूर्णिया में दूसरे चरण के तहत 26 अप्रैल को मतदान होना है।

गया में पीएम के साथ मंच साझा कर सकते हैं नीतीश

गया के गांधी मैदान में सुबह नौ बजे जनसभा होनी है। मंच पर मोदी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी हो सकते हैं। मांझी इस बार कठिन संघर्ष में घिरे हैं। मुकाबले में राजद से पूर्व कृषि मंत्री डा. सर्वजीत हैं, जो बोधगया से विधायक हैं।

वैश्विक महत्व के कारण बोधगया के शहरी परिक्षेत्र के विकास के लिए किसी सांसद-विधायक की कृपादृष्टि आवश्यक नहीं, लेकिन गांव-देहात की बेहाल स्थिति से आंख मिलाना सहज भी नहीं। उधर बाराचट्टी की अनदेखी करने वाली विधायक ज्योति देवी से क्षुब्ध जनता मांझी से मुंह फुलाए हुए हैं।

मांझी की समधन ज्योति हम के चार विधायकों में से एक हैं। ऐसे में यह प्रश्न सहज हो गया है कि पार्टियां क्या स्वजन-संबंधियों के लिए ही होती हैं! मांझी के पुत्र संतोष मांझी हम कोटे से एकमात्र मंत्री भी हैं। गया को इसका प्रतिदान चाहिए, जिसका भरोसा प्रधानमंत्री दिलाएंगे।

पूर्णिया में गरजेंगे पीएम मोदी

पूर्णिया के रंगभूमि मैदान के मंच पर मोदी पूर्वाह्न 10:30 बजे पहुंचेंगे। जदयू छोड़कर आई विधायक बीमा भारती को वहां राजद ने संतोष के विरुद्ध मैदान में उतारा है। राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के निर्दलीय मैदान में आ जाने से त्रिकोणीय संघर्ष की स्थिति बनी है।

राजद की जिला इकाई के कई नेता पप्पू के साथ हो गए हैं। पप्पू को उसका लाभ हो या न हो, लेकिन संतोष को सुखद अनुभूति हो रही। एंटी-इनकंबेंसी का यह तगड़ा काट निकल आया है। संतोष को वहां 2014 में पहली जीत मिली थी। तब जदयू अकेले बूते मैदान में था।

पराजित होने वाले भाजपा के उदय सिंह थे, जो 2019 में कांग्रेस के टिकट पर दोबारा संतोष से मात खाए। तब जदयू-भाजपा में गठबंधन था। वह समीकरण इस बार यथावत है, लेकिन अभी अंदरखाने की खलबली सभी पार्टियों को बेचैन किए हुए है।

ये भी पढ़ें: 

Lalu Yadav: लालू यादव ने चल दी अपनी चाल! वैशाली से इस दिग्गज नेता को दे दिया टिकट; दिलचस्प हुआ चुनाव

Tejashwi Yadav: पीएम मोदी की सभा से पहले तेजस्वी यादव का BJP पर अटैक, पूछ लिए 10 सवाल; अब घमासान तय

chat bot
आपका साथी