पटना में करोड़ों रुपए के गहने लूटने वाले गिरोह का नाम आया सामने, चार साल पहले भी हुई थी ऐसी ही वारदात

पटना में आभूषण दुकान में बड़ी लूट के मामले में पुलिस को कुख्‍यात रवि पर शक है। बाकरगंज में ज्वेलर्स दुकान में हुई लूट मामले में गिरफ्तार साधु ने अपने साथियों के तौर पर रवि का नाम लिया है। वर्ष 2019 में पंचवटी ज्वेलर्स में हुई थी लूट

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 22 Jan 2022 10:59 AM (IST) Updated:Sat, 22 Jan 2022 10:59 AM (IST)
पटना में करोड़ों रुपए के गहने लूटने वाले गिरोह का नाम आया सामने, चार साल पहले भी हुई थी ऐसी ही वारदात
पटना के बाकरगंज में हुई लूट की भीषण वारदात।

पटना, जागरण संवाददाता। पटना में आभूषण दुकान में बड़ी लूट के मामले में पुलिस को कुख्‍यात रवि पर शक है। बाकरगंज में ज्वेलर्स दुकान में हुई लूट मामले में गिरफ्तार साधु ने अपने साथियों के तौर पर रवि का नाम लिया है। उसने पुलिस को अपने तीनों साथियों का नाम और उनके पते के बारे में भी जानकारी दी है। उससे मिली जानकारी के बाद अब पुलिस परेशान है कि कहीं यह वहीं रवि तो नहीं, जिसने वर्ष 2019 में राजीव नगर स्थित पंचवटी ज्वेलर्स में आधा दर्जन साथियों के साथ पांच करोड़ की डकैती की वारदात को अंजाम दिया था।

2019 में फरार हो गया था रवि

पुलिस ने रवि और उसके अन्य साथियों को कुछ माह बाद गिरफ्तार कर लिया, लेकिन 18 सितंबर 2019 को वह सजायाफ्ता आशीष राय के साथ कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस को चमका देकर फरार हो गया। इसके बाद से पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी। रवि पूर्व के खिलाफ पटना सहित अन्य अन्य जिलों में लूट और डकैती का मामला दर्ज है। इसके पूर्व भी वह ज्वेलर्स दुकान में लूट को अंजाम दे चुका है।

रवि पेशेंट के बारे में जानकारी जुटा रही पुलिस

पुलिस रवि पेशेंट उर्फ मास्टर जी उर्फ रवि कुमार के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। साथ ही साधु से बरामद मोबाइल का डिटेल भी खंगाल रही है। देर शाम पुलिस मामले में दो संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस की एक टीम जहानाबाद भी गई है। जबकि पुलिस की पांच अन्य टीम गांधी मैदान, पीरबहोर, पटना सिटी, बाईपास, फुलवारीशरीफ में भी दबिश दे रही है।

चोरी की बाइक से लूट को अंजाम देने की आशंका

लूट के बाद मौके से गिरफ्तार साधु के पास से पुलिस टीवीएस कंपनी की अपाचे आरटीआर-160 बाइक बरामद की है। छानबीन में पता चला कि यह बाइक एक साल दो महीने पुरानी है। बाइक का रजिस्ट्रेशन किसी अमर के नाम पर है। यह बाइक एचडीएफसी एग्रो फाइनेंस से फाइनेंस पर ली गई है। पुलिस अमर के नाम और पते का सत्यापन करा रही है। अंदेशा है कि अपराधियों ने लूट के लिए चोरी की बाइक का जुगाड़ किया था, क्योंकि उस पर नंबर प्लेट असली और हाई सिक्योरिटी का है। पुलिस को आशंका है कि दूसरी बाइक भी चोरी की हो सकती है। फुटेज से दूसरी बाइक का नंबर भी पुलिस पता कर लिया है।

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