राजद के सीएम नीतीश को पीएम पद के ऑफर पर जदयू अध्‍यक्ष की दो टूक, कहा- आवेदन लेकर खड़े नहींं

राजद नेता लगातार सीएम नीतीश कुमार को तेजस्‍वी को सीएम बनाने और खुद पीएम बनने का ऑफर दे रहे हैं। इसपर आज जदयू अध्‍यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा है कि साफ-साफ सुन लें हम किसी के पास आवेदन लेकर खड़े नहीं हैं। नीतीश अपने दम पर नेता हैं।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Sun, 03 Jan 2021 07:22 PM (IST) Updated:Mon, 04 Jan 2021 05:12 PM (IST)
राजद के सीएम नीतीश को पीएम पद के ऑफर पर जदयू अध्‍यक्ष की दो टूक, कहा- आवेदन लेकर खड़े नहींं
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की तस्‍वीर ।

पटना, राज्य ब्यूरो । राजद (RJD) नेताओं द्वारा लगातार सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को प्रधानमंत्री (Prime Minister) पद के लिए ऑफर दिए जाने की बात का जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह (JDU National President RCP Singh)  ने रविवार (3 जनवरी) को दो टूक प्रतिकार किया। आरसीपी ने इस बाबत पूछे गए एक प्रश्न पर कहा कि नीतीश कुमार अपनी ताकत की बदौलत नेता हैं। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक समारोह से लौटने के क्रम में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमारी अपनी पहचान है।

हम राजद के पास आवेदन लेकर खड़े नहीं

राजद द्वारा लगातार कहा जा रहा कि नीतीश कुमार बिहार की बागडोर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को सौंप दें। इसके एवज में राजद उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए आगे करेगी। आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार अपनी ताकत पर आगे बढ़ते रहे हैं और वह आगे रहेंगे। साफ सुन लीजिए कि हम किसी के पास कोई आवेदन लेकर खड़े नहीं हैं।

सबके लिए की जा रही मुफ्त टीका की व्‍यवस्‍था

कोरोना महामारी (Covid Pandemic) से निपटने में राज्य सरकार के प्रयासों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की व्यवस्था का परिणाम है कि बचाव के उपायों में बिहार पूरे देश में अव्वल है। यहां मृत्यु दर काफी कम है और टीकाकरण (vaccination) के आंकड़े भी अन्य प्रदेशों की तुलना में अधिक है। अब सरकार स्वस्थ बिहार को केंद्र में रख सबके लिए मुफ्त टीका की व्यवस्था में लगी है।

कोरोना टीका पर रोटी सेंकने से बचें

सपा नेता व उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Ex CM of UP Akhilesh Yadav) द्वारा कोरोना के टीके को भाजपा (BJP) का टीका कहे जाने पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि टीका किसी पार्टी का नहीं होता। यह तो वैज्ञानिकों के अथक परिश्रम का परिणाम है। कई स्तर पर इसके लिए ट्रायल हुए हैं। यह किसी जाति, संप्रदाय या पार्टी का नहीं। इस पर रोटी या परांठा सेंकने से बचना चाहिए।

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