डाकघरों से अब नहीं मिलेंगे किसान विकास पत्र और एनएससी

वर्षों तक डाकघर के जरिए बचत के प्रमुख साधन के रूप में चिह्नित किसान विकास पत्र और राष्ट्रीय बचत पत्रों पर एक जुलाई से रोक लग गई है। अब ये किसी डाकघर में नहीं मिलेंगे।

By Pramod PandeyEdited By: Publish:Sat, 02 Jul 2016 08:29 AM (IST) Updated:Sat, 02 Jul 2016 07:53 PM (IST)
डाकघरों से अब नहीं मिलेंगे किसान विकास पत्र और एनएससी
डाकघरों से अब नहीं मिलेंगे किसान विकास पत्र और एनएससी

छपरा [कमलाकर उपाध्याय ]। किसान विकास पत्र और राष्ट्रीय बचत पत्र कहां मिलते हैं? यह पूछा जाए तो आपका जवाब होगा डाकघर में। सही कहा न? लेकिन अब अपना उत्तर सुधार लीजिए। जवाब होगा-कहीं नहीं मिलते हैं। कारण...? सरकार ने एक जुलाई यानी शुक्रवार से इसपर पूरे देश में प्रतिबंध लगा दिया।

अब देश के किसी भी डाक घर से राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) एवं किसान विकास पत्र (केवीपी) नहीं मिलेंगे।

इनके स्थान पर डाक घर से आपकी जमा राशि की गवाही देता पास बुक मिलेगा। तीन वर्ष के बाद किसी भी डाक घर से यह जमा राशि निकाली जा सकेगी।

परंपरागत बचत के थे साधन

कई दशक से देश के सभी डाक घरों से किसान विकास पत्र एवं राष्ट्रीय बचत पत्र जारी किया जाता था। लोग पैसा डाक घर में फिक्स करने के लिए एनएससी एवं केवीपी खरीदते थे।अवधि पूर्ण होने के बाद लोग उसे डाक घर में ले जाकर भुना लेते थे। जितने दिनों की अवधि निर्धारित की जाती थी उसके पहले इसका भुगतान नहीं मिलता था। इससे लोगों की समस्या भी होती थी और लोग इन्हें खरीद कर घर में उतने वर्षों तक रख देते थे।

केन्द्र सरकार ने पिछले दिनों इस व्यवस्था को बदलने का निर्णय लिया था। उसके बाद केन्द्र सरकार ने डाक विभाग से जारी होने वाले एनएससी एवं केवीपी को चेंज करने का आदेश जारी किया। केन्द्र सरकार के आदेश पर डाक विभाग ने एक जुलाई 2016 से एनएससी एवं केवीपी सर्टिफिकेट के जारी होने पर रोक लगा दी है। अब देश के किसी भी डाक घर से इसे जारी नहीं किया जाएगा। डाक विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है।

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