मौसम विज्ञानी भी हैं च‍कित, बिहार में ठिठुरन भरी सर्दी में कैसे पड़ने लगी मार्च की गर्मी

पिछले आठ दिनों से लगातार बिहार में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी जारी है। ठिठुरन भरी सर्दी के बीच अचानक ही तापमान में वृद्धि शुरू हो गई जो मौसम विज्ञानियों को भी हैरानी में डाले हुए है। गुरुवार को मौसम ने 26 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा था।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Sat, 09 Jan 2021 10:01 AM (IST) Updated:Sat, 09 Jan 2021 02:03 PM (IST)
मौसम विज्ञानी भी हैं च‍कित, बिहार में ठिठुरन भरी सर्दी में कैसे पड़ने लगी मार्च की गर्मी
पटना में जनवरी में पड़ी मार्च की गर्मी, सांकेतिक तस्‍वीर ।

पटना, जागरण संवाददाता । बिहार में अचानक ठिठुरन भरी सर्दी मार्च की गर्मी में तब्दील मौसम हर किसी को हैरत में डाले हुए है। कड़ाके की सर्दी वाले जनवरी में मार्च जैसी गर्मी का अहसास हो रहा है। पिछले आठ दिनों से लगातार पटना के भीअधिकतम तापमान में बढ़ोतरी जारी है। शनिवार (9  जनवरी) को भी बिहार में सामान्‍य से ज्‍यादा तापमान रहा। गुरुवार (7 जनवरी) को पटना के अधिकतम तापमान ने 26 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। 29 डिग्री सेल्सियस के साथ गुरुवार को पटना राज्य में सर्वाधिक गर्म स्थान रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से छह डिग्री अधिक था। हालांकि मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि रविवार से फिर बर्फीली हवाओं के कारण ठंड पड़ेगी।

24 घंटे तक अभी ऐसा ही रहेगा मौसम

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार (8 जनवरी) को धूप के कारण तापमान में गर्मी बनी रही। ऐसे में लोगों को ठंड से राहत मिली। मौसम विज्ञानी शत्रुघ्न कुमार मंडल ने बताया कि अगले 24 घंटे में तापमान यथावत बना रहेगा। आकाश में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे एक-दो स्थानों पर कोहरा बना रहने की संभावना है। शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 29.1 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ शेखपुरा प्रदेश में सर्वाधिक गर्म स्थान रहा, जबकि गया का न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

रविवार से बर्फीली हवा के कारण बढ़ सकती है कनकनी

मौसम विज्ञानियों ने बताया कि सतह पर उत्तर-पश्चिम हवा का प्रवाह शुरू हो चुका है। समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर उसकी गति 25 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक है। हवा का रुख उत्तरोत्तर की ओर बढ़ रहा है। दक्षिण-पश्चिम बिहार व झारखंड के आसपास समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर के ऊपर चक्रवात बने रहने के कारण तापमान में गिरावट नहीं दर्ज की जा रही है। दो दिनों बाद इसका प्रभाव कम होने और उत्तर-पश्चिम से आने वाली बर्फीली हवा के कारण तापमान में गिरावट होगी। इस कारण कनकनी बढ़ सकती है।

आठ दिनों से जारी है पटना के तापमान में उतार-चढ़ाव :

तिथि --   अधिकतम   न्यूनतम (डिग्री से. में)

एक जनवरी -     22           07

दो जनवरी -      22           07

तीन जनवरी -     23          09

चार जनवरी -     24           10

पांच जनवरी -    24           11

छह जनवरी -    26            17

सात जनवरी -   29           14

आठ जनवरी -   28           15

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