हारे हुए लोगों का विलय : रविशंकर

केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता (स्वतंत्र प्रभार) सह संसदीय कार्य राज्य मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा है कि जनता परिवार के विलय के बाद लालू प्रसाद के साथ जाकर वे कौन-सा सुशासन लाएंगे?

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 15 Apr 2015 08:13 PM (IST) Updated:Wed, 15 Apr 2015 08:14 PM (IST)
हारे हुए लोगों का विलय : रविशंकर

पटना। केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता (स्वतंत्र प्रभार) सह संसदीय कार्य राज्य मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा है कि जनता परिवार के विलय के बाद लालू प्रसाद के साथ जाकर वे कौन-सा सुशासन लाएंगे? बकौल रविशंकर यह हारे हुए लोगों का विलय है। बिहार में भाजपा की बढ़ती ताकत और मिल रहे जनसमर्थन से नीतीश कुमार इतने घबरा गए हैं कि वे वही भाषा बोल रहे हैं जो गत लोकसभा चुनाव में बोल रहे थे।

बुधवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए रविशंकर ने कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार की कास्ट पॉलिटिक्स (जातीय राजनीति) से बिहार की जनता आगे निकल चुकी है। यहां की जनता केवल विकास चाहती है, बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा और रोजगार चाहती है। यह विकास भाजपा सरकार ही दे सकती है।

उन्होंने कहा कि यदि जीतन राम मांझी के कुछ माह को छोड़ दें तो 2005 से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं। फिर क्यों नहीं यहां एक भी बड़ा उद्योग लगा? यहां के बच्चों और युवाओं के लिए बेहतर शिक्षा का प्रबंध क्यों नहीं हुआ? राज्य के युवाओं को मजबूरन दक्षिण और पश्चिम भारत में पढऩे के लिए जाना पड़ रहा है। अब तक एक भी प्राइवेट यूनिवर्सिटी की स्थापना क्यों नहीं हुई? उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा नीतीश कुमार के साथ थी, तब तक राज्य में स्थायित्व था। भाजपा से अलग होते ही नीतीश कुमार की साख खत्म हो गई।

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