एक साथ दिखे लालू के दोनों 'लाल', तेजस्वी का हाथ पकड़ तेजप्रताप ने किया ये एेलान

लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप यादव आज एक मंच पर एक साथ दिखे। तेजस्वी ने तेजप्रताप के पैर छुए और आशीर्वाद लिया। तेजप्रताप ने बड़ा एेलान भी किया।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Thu, 24 Jan 2019 04:55 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jan 2019 11:55 AM (IST)
एक साथ दिखे लालू के दोनों 'लाल', तेजस्वी का हाथ पकड़ तेजप्रताप ने किया ये एेलान
एक साथ दिखे लालू के दोनों 'लाल', तेजस्वी का हाथ पकड़ तेजप्रताप ने किया ये एेलान

पटना, जेएनएन। राजद सुप्रीमो लालू यादव के दोनों बेटे एक मंच पर काफी अर्से के बाद साथ नजर आए। मौका था कर्पूरी जयंती समारोह का। मंच पर ही जहां तेजस्वी ने तेजप्रताप का पैर छूकर आशीर्वाद लिया वहीं तेजप्रताप ने मंच पर ही छोटे भाई का हाथ थामा और एेलान किया कि ये मेरा अर्जुन है और बिना सारथि के अर्जुन युद्ध में तीर नहीं चला सकता है।

बता दें कि बीते साल साइकिल रैली के बाद यह पहला मौका है जब कर्पूरी जयंती के लिए आयोजित कार्यक्रम में दोनों भाई एक साथ दिखे हैं। तेजप्रताप यादव ने खुद को 'कृष्ण' और अपने छोटे भाई तेजस्वी को 'अर्जुन' घोषित किया हुआ है। खुद को अर्जुन कहकर तेजप्रताप ने पार्टी में अपनी हैसियत बता दी है।

देसी अंदाज में धोती-कुर्ता पहन कर तेजप्रताप यादव मंच पर पहुंचे और लालू यादव के जैसे ठेठ अंदाज में जिस तरह से तेजप्रताप यादव ने तेजस्वी यादव का हाथ पकड़कर मंच पर खींचा और अपने बांए हाथ में उसका दाहिना हाथ लिया, यह भी लालू यादव की ही शैली की नकल थी।

इस मौके पर तेजप्रताप ने कहा कि आज हमको अच्छा लग रहा है कि मेरा अर्जुन आज यहां है।  कृष्ण के बिना अर्जुन अधूरा है।' उन्होंने यह भी कहा कि हम अर्जुन को हमेशा बोलते हैं कि घबराना नही है। कुछ लोग भाई-भाई को लड़वाने में लगे हुए हैं, लेकिन उनकी अ्भिलाषा पूरी नहीं होगी।

उन्होंने यह भी कहा कि आगे की लड़ाई बहुत संघर्षपूर्ण होने वाली है और हम उसके लिए लालू प्रसाद मूवमेंट करेंगे। कैसे जयप्रकाश जी को बचाने के लिए लालू जी ने अपनी पीठ पर लाठी खायी थी उसी तरह लालू जी को बचाने के लिए जेल भरो आंदोलन करना होगा।

ये तो मंच की बात हो गई लेकिन बीते कई महीनों से दोनों भाईयों के बीच दूरी की खबरें आम थी। दोनों भाइयों में बात तक नहीं होती थी और कई मसलों पर तेजप्रताप और तेजस्वी में एकमत भी नहीं था। लेकिन आज तेजप्रताप ने अपनी इस बात से यह संदेश खुले तौर पर अपने कार्यकर्ताओं को भी दे दिया कि वही लालू यादव का स्थान लेंगे और राजद के साथ तेजस्वी यादव की कमान भी उनके ही हाथों में रहेगी।

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