गोपालगंज: मुखिया का शव पहुंचते ही तनाव, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ इलाका

बेखौफ अपराधियों ने गोपालगंज जिले के बलेसरा पंचायत के मुखिया के पूरे परिवार पर गोलियां बससाई, जिसमें मुखिया के पुत्र की मौत हो गई और फिर मुखिया की मौत हो गई। इलाके में तनाव है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Thu, 31 May 2018 11:55 AM (IST) Updated:Thu, 31 May 2018 11:55 PM (IST)
गोपालगंज: मुखिया का शव पहुंचते ही तनाव, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ इलाका
गोपालगंज: मुखिया का शव पहुंचते ही तनाव, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ इलाका

गोपालगंज [जेएनएन]। बेखौफ अपराधियों ने जिले के बलेसरा पंचायत के मुखिया समेत पूरे परिवार को मंगलवार की देर शाम गोलियों से भून डाला था।जिसमें मौके पर ही मुखिया के एक पुत्र की मौत हो गई थी । इस घटना के बाद घायल मुखिया और उनकी पत्नी तथा एक बेटे को इलाज के लिए लखनऊ भेजा गया था। जहां बुधवार को मुखिया महातम चौधरी की भी मौत हो गई।

आज सुबह मुखिया का शव घर पहुंचने के बाद पूरे इलाके में तनाव व्याप्त है। पूरे पंचायत को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है। मुखिया महातम चौधरी के शव के पास हजारों ग्रामीण मौजूद हैं। तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए हैं।

इलाके में पुलिस अधिकारियों सहित 200 पुलिस बल तैनातकिए गए हैं। वरीय पुलिस अधिकारी भी मौजूद हैं। स्थिति को देखते हुए मीरगंज थाने में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिसका संचालन  डीडीसी, एडीएम और गोपालगंज डीसीएलआर कर रहे हैं।

थाना क्षेत्र के पिडरा गांव में घर पर चढ़ कर की गई फायरिंग में घायल मुखिया महातम चौधरी के बयान पर बलेसरा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष सुरेश चौधरी, इस पंचायत के पूर्व मुखिया के पुत्र बब्लू दुबे तथा आधा दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

 इस बीच इस घटना की सूचना मिलने पर मंगलवार की आधी रात को पुलिस अधीक्षक राशिद जमा तथा जिलाधिकारी अमिनेष कुमार परासर के साथ पिडऱा गांव पहुंचे सारण प्रमंडल के डीआइजी विजय कुमार वर्मा ने मामले की जांच पड़ताल की।

बता दें कि बुधवार को गोलीबारी में मारे गए मुखिया पुत्र सत्येंद्र यादव का अंतिम संस्कार करने को लेकर भी पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था। ग्रामीणों में आक्रोश को देखते हुए पिडऱा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। पुलिस इस कांड के आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।

मंगलवार की देर शाम उचकागांव प्रखंड के मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष सह बलेसरा पंचायत के मुखिया महातम चौधरी अपने साथी महैचा पंचायत के मुखिया पति अशोक कुमार के साथ मीरगंज से स्कार्पियो  से अपने घर पिडऱा पहुंचे थे। घर आने के बाद ये चहारदीवारी वाले बथान में कुर्सी लगाकर बैठे ही थे कि तभी बाइक पर सवार होकर पहुंचे दो युवक गेट से घुस कर मुखिया पर फायरिंग शुरू कर दी।

इसी बीच अपने पिता को बचाने आए सत्येंद्र चौधरी व नागेंद्र चौधरी तथा मुखिया की पत्नी प्रभावती देवी को भी अपराधियों ने गोली मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी मुखिया के घर के सामने बिजली का तार गिरने का अफवाह फैलाते हुए  पिडरा गांव से पगडंडी होते हुए भगवान टोला जाने वाले पथ से होते हुए फरार हो गए।

इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने घायल  मुखिया महातम चौधरी, उनकी पत्नी प्रभावती देवी, पुत्र सत्येंद्र चौधरी व नागेंद्र  चौधरी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के क्रम में बड़े बेटे सत्येंद्र चौधरी की मौत हो गई।

मुखिया तथा उनकी पत्नी व बेटे को गोरखपुर रेफर कर दिया गया। बुधवार को गोरखपुर में इलाज के दौरान मुखिया की भी मौत हो गई। उनकी पत्नी व एक बेटे को एसपीजीआई लखनऊ रेफर कर दिया गया। इस बीच इस घटना की सूचना मिलने पर आधी रात को पिडऱा पहुंचे डीआइजी ने मामले की जांच पड़ताल की।

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