पुराने अपार्टमेंट में अगलगी का खतरा अधिक

बिहार अग्निशमन सेवा की ओर से 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक अग्नि सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 01:29 AM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 01:29 AM (IST)
पुराने अपार्टमेंट में अगलगी का खतरा अधिक
पुराने अपार्टमेंट में अगलगी का खतरा अधिक

पटना। बिहार अग्निशमन सेवा की ओर से 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक अग्नि सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को होटल चाणक्या के दरबार हॉल में अग्नि सुरक्षा और चुनौती विषय पर विचार विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान बिल्डर, स्कूलों के संचालक, अस्पातल प्रबंधक, नगर निगम अधिकारी, होटल और मॉल के अधिकारी भी मौजूद थे। मंच पर उपस्थित अधिकारियों ने अग्नि सुरक्षा के संबंध में अपने विचार दिए। बताया गया कि नियमों का अनुपालन राज्य के नागरिकों द्वारा किए जाने पर प्रदेश अग्नि आपदा के दृष्टिकोण से सुरक्षित हो सकता है। अग्निकांड से होने वाली अपरिहार्य क्षति, राज्य के विकास को भी प्रभावित करती है।

अग्नि सुरक्षा के विषय पर परिचर्चा के दौरान मंच पर मुख्य सचिव दीपक कुमार, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन सदस्य पीएन राय, अपर मुख्य सचिव गृह विभाग आमिर सुबहानी, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, प्रधान सचिव नगर विकास दीपक चैतन्य, बिल्डर मणिकांत, जीसी मिश्रा उपस्थित रहे। परिचर्चा के दौरान बताया गया कि अग्निशमन विभाग के लिए पहले से कई गुना चुनौती बढ़ चुकी है। खासकर पुराने अपार्टमेंट में खतरा अधिक बना है। बताया कि गया कि बिल्डर अपार्टमेंट तैयार कर देते और एक साल तक देखभाल के बाद सोसायटी के भरोसे छोड़े देते है। लेकिन, अधिकांश ऐसे अपार्टमेंट है, जहां सोसायटी बनी ही नहीं, जहां बनी उस अपार्टमेंट में रहने वाले लोग मेंटनेंस का खर्च देने में आनाकानी करते है। इन सब के बीच अपार्टमेंटों में फायर सिस्टम ध्वस्त हो गए या फिर जहां लगे वह काम नहीं करते। बिहार अग्निशमन सेवा के परिप्रेक्ष्य में नेशनल बिल्डिंग कोड एवं बिहार बिल्डिंग बॉयलाज पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गया कि अधिकांश जगह इसका पालन सही से नहीं हो रहा। अग्निशमन विभाग ने कई और ऐसे सुझाव दिए। योजना में कुछ और उपकरण और संसाधन में बढ़ोत्तरी करने की बात कहीं, जिस पर मुख्य सचिव ने कहा कि जो भी कमियां उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा।

बढ़ते गया लोड, भार के अनुपात में नहीं लगे वायर

बोरिग रोड पर अपार्टमेंट के सोसायटी सदस्य सुमन कुमारी ने सवाल किया कि आखिरकार अपार्टमेंट में शॉर्ट सर्किट से ही क्यों आग लगती है? अग्निशमन अधिकारियों ने कहा कि अधिकांश अपार्टमेंट में बिजली खपत का लोड तो बढ़ता गया, लेकिन भार के अनुपात में लगे वायर को नहीं बदला गया। ऐसे अपार्टमेंट में सबसे अधिक घटना होती है। द्वारिका हाईस्कूल की प्रधानाचार्या नीलम सिंह ने बताया कि क्या अग्निशमन विभाग तक मैप पहुंचने के पूर्व अन्य विभाग आंख मूंद कर नक्शा पास कर देता है? उन्होंने कहा कि आज तक उनका नक्शा पास नहीं हुआ। इस पर पुलिस महानिदेशक सह महासमोदष्टा गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवाएं सुनील कुमार ने बताया कि जो भी एनओसी था उसकी जांच कराकर पास कर दिया गया। 40 या 50 बचे है उन्हें भी चुनाव के बाद पास करा दिया जाएगा।

स रक्षा प्रबंधों का एएमसी कराकर मेनटेन करें

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन सदस्य पीएन राय ने कहा कि पुरानी बिल्डिंग में फायर सेफ्टी को बेहतर बनाया जाए। उन्होनें बताया कि कुछ साल पूर्व बोरिग रोड पर जीबी मॉल में आग लग गई। जांच में पता चला कि बिल्डिंग में फायर सेफ्टी यंत्र थे, लेकिन काम नहीं कर रहे थे। इसी तरह राजधानी के नौ बड़े अस्पतालों में फायर सेफ्टी की जांच हुई। पता चला कि वहां इलेक्ट्रिक को लेकर गंभीरता नहीं। लोड बढ़ता गया, लेकिन वायरिग पुराने है। ऐसे भी बहुत भवन है, जिनमें सुरक्षा प्रबंध किए तो गए है, लेकिन प्रबंधन के द्वारा उन्हें मेनटेन नहीं किया जा रहा है। बिहार भवन उपविधि 2014 के अनुसार ऐसे भवनों में रह रहे लोगों के द्वारा बनाए गए प्रबंधन के द्वारा सुरक्षा प्रबंधों को मेनटेन करना है। अपील किया गया कि लगाए गए सुरक्षा प्रबंधों का एएमसी कराकर मेनटेन करें।

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