कोरोना टीकाकरण के लिए आम लोगों में दिख रही जागरुकता की कमी, सरकार कराएगी प्रचार-प्रसार

बिहार में कोरोना के टीकाकरण को लेकर आम लोगों में जागरुकता की कमी दिख रही है। तीसरे चरण में सरकार ने बुजुर्ग और बीमार लोगों को टीका लगवाने का मौका दिया है लेकिन लोग जागरुकता की कमी के कारण टीकाकरण केंद्रों तक पहुंच ही नहीं रहे हैं।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 09:23 AM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 09:23 AM (IST)
कोरोना टीकाकरण के लिए आम लोगों में दिख रही जागरुकता की कमी, सरकार कराएगी प्रचार-प्रसार
कोरोना टीकाकरण के लिए सरकार चलाएगी जागरुकता अभ‍ियान। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण टीम। कोरोना वायरस का टीका लगवाने के लिए सरकार आम लोगों को जागरूक करेगी। पटना में ऑटो के जरिये कोरोना टीकाकरण का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। 60 वर्ष से अधिक उम्र के तथा 45 से 59 वर्ष के रोग ग्रस्त नागरिक अधिक से अधिक संख्या में कोरोना का मुफ्त टीका एनएमसीएच स्थित नशा मुक्ति इकाई में आकर लें। इस बात का प्रचार शनिवार को अस्पताल क्षेत्र में टेम्पो से कराया जाएगा।

शुक्रवार को केवल 23 लोगों ने ही लगवाया टीका

यह जानकारी अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि जागरूकता की कमी के कारण शुक्रवार को ऐसे केवल 23 लोगों ने ही केंद्र पहुंच कर टीका लिया। आठ मार्च को नशा मुक्ति इकाई स्थित मॉडल केंद्र पर महिलाओं के लिए अलग से टीकाकरण केंद्र संचालित होगा। अधीक्षक ने बताया कि शुक्रवार को दस आरपीएफ जवान समेत 175 स्वास्थ्य कर्मियों ने पहला और दूसरा टीका लिया।

बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं के लिए प्रयास कर रही सरकार

बिहार में स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं की बेहतरी के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में सरकार सभी जिलों में सीटी स्‍कैन और डायलिसिस की सुविधा शुरू कर रही है। कई जिलों में ऐसी सुविधा शुरू कर दी गई है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि सभी सदर अस्पतालों में इस माह के अंत तक डायलिसिस और डिजिटल एक्सरे की व्‍यवस्‍था हो जाएगी। मरीज को इसके लिए एक भी रुपयाा खर्च नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए जरूरी तैयारियां विभागीय स्‍तर पर की जा रही हैं।

कम खर्च में मिलेगी सीटी स्‍कैन की सुविधा

सभी जिलों के सदर अस्पतालों में सीटी स्कैन सेवा की स्‍थापना का फैसला 2018 में ही लिया गया था। अब तक इस दिशा में काफी काम हो चुका है। 15 जिलों के सदर अस्पतालों में इसकी प्रक्रिया लगभग अंतिम चरण में है, जबकि छह जिला अस्‍पतालों के लिए निविदा जारी की जा चुकी है। यह सेवा पीपीपी मोड के आधार पर उपलब्‍ध कराई जा रही है। इन अस्‍पतालों में निजी लैब की अपेक्षा 80 फीसद कम दर पर सुविधा मिलेगी।

टीका लेने को अस्पताल क्षेत्र में होगा ऑटो से प्रचार

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