बिहार में बाढ : गंगा में फिर बढ़ी डराने वाली हलचल

बिहार में गंगा नदी कहर बरपा रही है। फरक्का बांध के दरवाजे खोल दिए जाने के बाद जलस्तर कुछ कम हुआ था लेकिन वाणसागर डैम के कारण स्थिति फिर से बिगड़ने की आशंका बनी हुई है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Tue, 23 Aug 2016 08:43 AM (IST) Updated:Tue, 23 Aug 2016 09:08 PM (IST)
बिहार में बाढ : गंगा में फिर बढ़ी डराने वाली हलचल

पटना [जागरण टीम]। चार दिनों से खतरनाक बनी गंगा में फिर हलचल के संकेत हैं। वाणसागर से छोड़ा गया पानी गंगा में आ गया है। घटते-घटते पानी फिर स्थिर हो गया। बनारस-बक्सर में भी पानी धीरे-धीरे बढ़ रहा है। इस बीच, मौसम का तेवर बदल गया है। सोन कमांड में भारी बारिश के आसार हैं। जाहिर है, राजधानी में गंगा का पानी घटेगा नहीं। यानी बाढ़ में डूबे दियारा समेत निचले इलाकों में परेशानी जारी रहेगी।

12 जिलों में अलर्ट बरकरार

आपदा प्रबंधन विभाग ने 12 जिलों में बाढ़ के अलर्ट बरकरार रखा है। इसकी वजह है कि डेहरी के पास सोन में पानी का प्रवाह सोमवार रात 11 बजे 3.96 लाख क्यूसेक था। दोपहर 12 बजे से ही यह स्तर बना हुआ है। गंगा सभी जगह अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

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लखीसराय, मुंगेर, खगडिय़ा व भागलपुर में भी वृद्धि है। सहायक नदियों के मिजाज से ग्र्रामीण इलाकों की जिंदगी ठहर गई है। कई जिला मुख्यालयों का आपसी संपर्क कट गया है। कई जगह एनएच पर पानी का प्रवाह हो रहा है। सोंधी नदी का तटबंध चटाकी बाबा के पास टूट गया है। भोजपुर में डूबने से एक की मौत हो गई। वैशाली में बाढ़ विकराल बनी हुई है।

राघोपुर में बीस पंचायतें जलमग्न हैं। सोनपुर की अधिकतर पंचायतें चपेट में है। शेखपुरा में उफनाई कौडि़हारी नदी में अधिवक्ता बह गए।

समस्तीपुर में गंगा ने तोड़ा रिकार्ड

समस्तीपुर में गंगा का जलस्तर रिकार्ड पर पहुंच गया है। खतरे के निशान से यहां पानी करीब तीन मीटर ऊपर बह रहा है। यहां के 79 गांवों के 2.74 लाख लोग प्रभावित हैं। 126 नाव लगाई गई है। अतिरिक्त नावों की मांग की गई है।

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मुंगेर, लखीसराय, कटिहार व खगडिय़ा की स्थिति भयावह

भागलपुर में गंगा स्थिर बनी हुई है। मुंगेर, लखीसराय, कटिहार व खगडिय़ा की भी यही स्थिति है। सोमावर को भागलपुर में दो, लखीसराय और खगडिय़ा में एक-एक सहित चार लोगों की मरने की सूचना है। जगह-जगह तटबंध टूट रहे हैं। किनारे के गांवों में दहशत है। परबत्ता स्थित तेमथा-करारी रिंग बांध तथा लगार-चकप्रयाग बांध टूट कर बह गया। गंगा के पानी कम नहीं हुआ तो एनएच 80 पर आवागमन ठप हो जाएगा।

छपरा-पटना मार्ग पर आवागमन ठप

गंगा का पानी अब सड़कों पर फैलने लगा है। छपरा-पटना मुख्यमार्ग पर आवागमन पूरी तरह ठप है। संपर्क पथों पर भी तीन से पांच फीट तक पानी बह रहा है। सारण में डोरीगंज से लेकर सोनपुर तक व छपरा से लेकर मांझी तक एनएच पर पानी बह रहा है। सिंगहीं के पास एनएच पर बनी पुलिया धंस गई है, जबकि कई जगहों पर सड़क दो हिस्सों में कट गई है।

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अबतक 1.39 लाख को बचाया

प्रभावित इलाकों से 162 राहत केंद्र बनाए गए हैं। कुछ नए इलाकों में अतिरिक्त केंद्र बनाए जा रहे हैं। अभी तक करीब 1.39 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर लाया गया है। शिविरों में एक लाख से ज्यादा लोगों ने शरण ले रखी है। राहत कैंपों में पका हुआ भोजन, पीने का पानी, महिला एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वास्थ्य जांच, जरूरी दवाएं, साफ-सफाई एवं प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।

फैक्ट फाइल

राहत शिविर : 162

शरणार्थी : 1.05 लाख

कुल नाव : 1537


बाढ़ के हालात

बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगडिय़ा, मुंगेर, भागलपुर व कटिहार

सर्वाधिक प्रभावित

पटना, वैशाली, भोजपुर एवं सारण जिले के दियारा क्षेत्र

नदियों का हाल (रविवार रात दस बजे)

पटना में गंगा

स्थान : खतरे का निशान : वर्तमान स्थिति

दीघा घाट : 50.45 : 51.64

गांधी घाट : 48.60 : 50.17

हाथीदह : 41.76 : 43.16

गंगा अन्य जिलों में

बक्सर : 62.32 : 61.17

मुंगेर : 39.33 : 39.94

भागलपुर : 33.68 : 34.56

कहलगांव : 31.09 : 32.55

अन्य नदियां

नदी : स्थान खतरे का निशान वर्तमान स्थिति

सोन मनेर 52.00 53.31

पुनपुन श्रीपालपुर 50.60 52.06

घाघरा गंगपुर 57.04 57.17

बूढ़ी गंडक खगडिय़ा 36.58 38.38

कोसी कटिहार 30.00 31.14

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