बिहार में बाढ़ : भागलपुर का सड़क संपर्क टूटा, रेल पटरी भी क्षतिग्रस्त
बिहार में बाढ़ के हालात अभी भी खराब बने हुए हैं। भागलपुर में रेलट्रैक क्षतिग्रस्त हो गई है। कटिहार में गंगा का तटबंध टूटने से कई नए इलाकों में बाढ़ आ गई है।
पटना [जागरण टीम]। तीन दिन पहले तक लबालब भरी बिहार की नदियां अब ढलान की ओर हैं। गंगा, कोसी, पुनपुन व घाघरा के जलस्तर गिर रहे हैं, जबकि सोन का पानी सतह पर है। हालांकि, भागलपुर में गंगा अभी खतरे के निशान से ऊपर है। मगर मौसम के नरम मिजाज से राहत की उम्मीद है। केंद्रीय जल आयोग ने रविवार तक सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में छह से लेकर 94 सेमी तक कमी होने की उम्मीद जताई है।
भागलपुर में गंगा खतरे के निशान से ऊपर
रविवार को भागलपुर में गंगा खतरे के निशान से 0.98 सेमी ऊपर बह रही है। गंगा के कटाव से भागलपुर का नवगछिया पुलिस जिले से सड़क संपर्क भंग हो गया है। जगतपुर के समीप दोनों इलाकों को जोडऩे वाले विक्रमशिला सेतु के पहुंच पथ पर कटाव हो रहा है। भागलपुर के तिलकामांझी भागलपुर विवि परिसर में पानी घुस जाने के कारण वहां छुट्टी की घोषणा कर दी गई है।
ट्रैक धंसा, पानी, कई ट्रेनों का मार्ग बदला
बरौनी- कटिहार रेलखंड पर नवगछिया के पास रेल पटरी धंसने से ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हुआ है। कई ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोक दिया गया है। मानसी के स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि हाटेबाजारे एक्सप्रेस को मानसी से वापस कर दिया गया है। सहरसा से मधेपुरा के रास्ते सिलायदह जाएगी। बरौनी से आ रही कई कुछ ट्रेनों को जमालपुर के रास्ते चलाए जाने की खबर मिल रही है। पटरी को दुरुस्त करने का काम युद्धस्तर पर जारी है।
कटिहार में गंगा व कोसी में उफान से अमदाबाद, मनिहारी, कुर्सेला व बरारी में स्थिति विकट बनी हुई है। पांच दर्जन से अधिक गांव पूरी तरह बाढ़ से प्रभावित हैं। लगातार नए इलाकों मेें बाढ़ का पानी प्रवेश कर रहा है।मधेली सम्पर्क पथ पर दो पीसीसी पुल ध्वस्त हो जाने से आवागमन बाधित हो गया है। पवई के समीप सड़क कटने से 200 लोग बाढ़ के पानी में फंसे हैं जिन्हें निकालने में एनडीआरएफ की टीम जुटी है। एनएच 31 पर देवीपुर के समीप दवाब बढ़ रहा है।
वैशाली में रघुवंश के गांव में घुसा पानी
गंगा सहित अन्य नदियों के जलस्तर में गिरावट के बावजूद पानी लगातार नए इलाकों में फैलने से संकट बरकरार है। पानी पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के गांव वैशाली जिले में महनार के शाहपुर में भी घुस गया है जिससे उनमें नाराजगी है। उनका आरोप है कि सरकार केवल प्रचार तंत्र से काम चलाना चाहती है। बाढ़ से बचाव का कोई ठोस उपाय नहीं किया जा रहा जिससे यह हालत हुई है।
लखीसराय में चार लाख आबादी प्रभावित
उधर, लखीसराय में गंगा के जलस्तर में आठ इंच की कमी आई है। किऊल नदी का जलस्तर कम हुआ है, लेकिन हरूहर नदी में पानी बढ़ा है। यहां चार प्रखंडों की लगभग दो लाख की आबादी बाढ़ की चपेट में है।
खगडिय़ा में गोगरी-नारायणपुर तटबंध पर बने खारा धार स्लूइस के समीप गंगा के जलस्तर में दो सेमी कमी तो आई है मगर अभी भी खतरे के निशान से 33 सेमी ऊपर बह रही है।
मुंगेर में गंगा चार सेमी घट कर 40.003 मीटर पर पहुंच गई। एनएच पर अब भी कई जगहों पर दो फीट पानी है। रेलवे ट्रैक पर भी पानी का दबाव बना हुआ है।
समस्तीपुर में कई पथ क्षतिग्रस्त
समस्तीपुर में गंगा के जलस्तर में गिरावट का क्रम जारी है। हालांकि, कटाव से महनार-मोहिउद्दीननगर पथ कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। मोहिउद्दीननगर-बिनगामा पथ भी कई जगहों पर कट गया है। आपदा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने शनिवार को बाढग़्रस्त क्षेत्रों का जायजा लिया। राहत वितरण में लापरवाही से पीडि़तों का गुस्सा चरम पर दिखा। नाराज लोगों ने पटोरी के हरदासपुर में सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया।