बिहार की नदियों में उफान : कई जिलों में हाई अलर्ट जारी, सड़क-रेल सेवा बाधित

नदियों का जलस्तर लगातार बढने से बिहार में बाढ का खतरा मंडराने लगा है। सड़क और रेल सेवाएं भी प्रभावित हुई है। तटीय इलाके में नदियो का पानी घुस जाने से जन-जीवन प्रभावित हुआ है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Sun, 24 Jul 2016 10:34 AM (IST) Updated:Mon, 25 Jul 2016 07:50 AM (IST)
बिहार की नदियों में उफान : कई जिलों में हाई अलर्ट जारी, सड़क-रेल सेवा बाधित

जागरण टीम, पटना। नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश होने के कारण उत्तर बिहार की नदियों में उफान लगातार बढता जा रहा है। नदियों का जलस्तर बढ जाने के कारण सड़क सेवा के साथ ही रेल सेवा बुरी तरह प्रभावित हो गई है।

बाढ को लेकर हाई अलर्ट जारी

किशनगंज में बाढ़ के मद्देनजर जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है। बीडीओ व सीओ को माइकिंग करवा कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को बाहर निकालने का निर्देश दिया गया है। सभी नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण यह निर्देश दिया गया है। यहां बता दें कि जिले के 55 पंचायतों के 200 गांवों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है।

पूर्णिया जिले के बायसी प्रखंड के 35 पंचायतों में बाढ़ काने बरपाया कहर, 2 लाख 77 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। प्रखंड के 1155 परिवारों को विभाग की ओर से बनाए गए शिविर में पहुंचाया गया है।

रेलसेवा बाधित, कई ट्रेनें कैंसिल

मानसी - सहरसा रेलखंड पर रेल सेवा शनिवार की रात 2 बजे से ठप है। फनगो हाल्ट से उत्तर कोपरिया के बीच 14. 7 से 14. 8 के बीच कोसी नदी से हो रहे कटाव को देखते हुए तत्काल रेल सेवा बंद कर दी गई है। डीआरएम आज रेल ट्रेक का निरीक्षण करेंगे और निरीक्षण के बाद ही रेल परिचालन पर कोई फैसला लिया जाएगा।

वहीं श्रावणी मेला स्पेशल ट्रेन मानसी में खडी है। कोसी एक्सप्रेस मधेपुरा में खड़ी है। 55533 सहरसा से समस्तीपुर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन को कैंसिल कर दिया गया है। 55566 समस्तीपुर से सहरसा जाने वाली पैसेंजर गाड़ी सलौना में खड़ी है। रूक-रूक कर इसका परिचालन कराया जा रहा है।

खगडिया- समस्तीपुर डीआरएम सुधांशु शर्मा ने बताया कि सहरसा से दिल्ली जाने वाली पुरबैया एक्सप्रेस को भी रद कर दिया गया है। डीआरएम ने बताया कि कटाव स्थल पर प्रोटक्शन वर्क आरंभ कर दिया गया है। सहरसा भागलपुर श्रावणी मेला स्पेशल ट्रेन मानसी से भागलपुर के लिए होगी रवाना।

शनिवार की रात से लगातार बकरा, नूना व घाघी नदी में दुबारा उफान आने से सिकटी प्रखंड के ठेंगापुर, मजरख, कौआकोह बरदाहा ,डेढुआ ,बेंगा ,दहगामा, पडरिया, बोकंतरी, खोरागाछ व कुचहा पंचायत के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घर में घुस गया है ।

यहां बता दें कि शनिवार की सुबह इन बाढ़ पीड़ितों के घर से बाढ़ का पानी निकला था, लेकिन नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश होने के कारण सिकटी प्रखंड से होकर बहने वाली बकरा, नूना व घाघी नदी के उफनाने से शनिवार की रात से पुनः बाढ़ का पानी दर्जनों गांवों के घरों में पानी घुस गया है, जिस कारण बाढ़ पीड़ितों में त्राहि त्राहिमाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

सहरसा--डीआरएम के आदेश पर सहरसा--मानसी रेलखंड पर ट्रेन परिचालन अगले आदेश तक बंद । कोसी इलाके का राज्य मुख्यालय से रेल संपर्क टूटा । फनगो हॉल्ट के समीप रेलवे ट्रैक की तरफ कोसी नदी तेजी से कर रही है कटाव । ट्रैक पर नदी का है भारी दबाब ।

सहरसा-मानसी रेलखंड का परिचालन शनिवार रात से बंद

पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर मंडल रेल अंतर्गत सहरसा,-मानसी रेलखंड के बीच फनगो हॉल्ट के आसपास कोसी नदी की धारा बिल्कुल करीब आ गयी है। प्रोटेक्शन वर्क के लिए शनिवार से ही डीआरएम समस्तीपुर केम्प किये हुए हैं।

प्रोटेक्शन वर्क को तेजी से कराने एवं रेल पथ पर पानी के दवाब की वजह से शनिवार की रात्रि जनसेवा के परिचालन के बाद से इस रेल खंड में तत्काल परिचालन बंद कर दी गयी है। वैसे आज दिल्ली जाने वालों के लिए गरीब रथ व पुरबिया के परिचालन होगी की नहीं यह मुश्किल है। लेकिन बताया जा रहा है कि सहरसा-कटिहार रेलखंड होकर निकाले जाने की पूरी संभावना है। डीआरएम सुधांशु शर्मा ने कहा कि 72 घंटे में परिचालन शुरू कराने की कोशिश की जा रही है।

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