राजगीर में खुल गया उत्तर भारत का पहला जू-सफारी; बाघ, शेर, भालू, तेंदुआ और हिरण भी दिखेंगे यहां

Bihar Tourism उत्‍तर भारत में पर्यटन की चाहत रखने वालों के लिए एक और नया ठिकाना खुल गया है। बिहार के राजगीर में क्षेत्र का पहला जू सफारी रविवार से आम लोगों के लिए खुल जाएगा। यहां आप बाघ शेर भालू आदि जीवों को देख सकेंगे।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 19 Feb 2022 09:17 AM (IST) Updated:Sat, 19 Feb 2022 09:17 AM (IST)
राजगीर में खुल गया उत्तर भारत का पहला जू-सफारी; बाघ, शेर, भालू, तेंदुआ और हिरण भी दिखेंगे यहां
राजगीर जू सफारी में एक शेरनी। जागरण

विशाल आनंद, बिहारशरीफ (नालंदा)। उत्तर भारत का पहला जू-सफारी कल से आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। यहां पूरी तरह जंगल जैसे माहौल में आपको शेर, बाघ, भालू, हिरण जैसे वन्‍य जीव घूमते-फिरते नजर आएंगे। यहां आने वाले पर्यटक इन जानवरों को काफी नजदीक जाकर उनके प्राकृतिक परिवेश में देख सकेंगे। इस दौरान आपकी सुरक्षा का पूरा बंदोबस्‍त रहेगा। यह अनुभव इन जानवरों को जू के केज में देखने से पूरी तरह अलग होगा। अगर आपको जंगली जानवरों का प्राकृतिक व्‍यवहार देखना है, तो इससे अच्‍छा मौका भला क्‍या होगा? बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों इसका उद्घाटन किया।

साप्‍ताहिक बंदी का दिन निर्धारित होना बाकी

बिहार राज्य के नालंदा जिला अंतर्गत राजगीर में बने जू सफारी का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 फरवरी 2022 को उद्घाटन किया। उन्‍होंने 250 रुपये का पहला टिकट लेकर डेढ़ घंटे तक का सफर किया। 20 फरवरी 2022 से यह पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। अभी ड्राइ रन चल रहा है। एक दिन साप्ताहिक बंदी भी रहेगी। हालांकि साप्‍ताहिक बंदी का दिन अभी निर्धारित नहीं हुआ है।

विश्‍व स्‍तरीय इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर कर रहा आकर्षित

जंगल सफारी या जू सफारी में घूमने का अनुभव बेहद खास होता है। यहां आपको सफारी बस में बैठे-बैठे एक से एक जानवर देखने को मिलते हैं। वन्य प्राणियों को आप सिर्फ किताबों या टीवी पर देखा होगा। अब राजगीर के वन्य प्राणी आश्रयणी को वाइल्ड लाइफ जू सफारी का रूप देकर बेहद खास बनाया गया है। वाइल्ड लाइफ जू सफारी केवल जंगली जानवरों के लिए ही नहीं, बल्कि अपने विशेष इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी दर्शनीय स्थल साबित होगा। यहां विश्व स्तरीय आधारभूत संरचनाओं का उपयोग किया गया है।

बस, ट्रेन व रिजर्व गाड़ी से पहुंच सकते जू-सफारी

पटना, गया व नवादा से पैसेंजर बस, भाड़े की गाड़ी या निजी वाहनों से राजगीर के जू-सफारी में पहुंचा जा सकता है। राजगीर बिहार की राजधानी पटना से करीब 103 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। वहीं नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ से 25 किमी दक्षिण तथा गया से 66 किमी उत्तर-पूर्व स्थित है। नवादा से 36 किलोमीटर पश्चिमोत्तर में स्थित है। पटना से ट्रेन, पैसेंजर बस या निजी वाहनों से पहुंचा जा सकता है। पटना-राजगीर-पटना के लिए अभी ई-बस परिचालन की सुविधा बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की ओर से दी गई है।

पटना से आवागमन में लगते हैं चार घंटे

राजगीर से पटना तक पथ परिवहन निगम की एसी बस का किराया 196 रुपया है। यही किराया पटना से राजगीर तक लागू है। पटना-राजगीर-पटना आवागमन में चार घंटे का समय लगता है। पटना से बिहारशरीफ तक 116 रुपये तथा बिहारशरीफ से राजगीर का किराया 40 रुपया है। बिहारशरीफ से 45 मिनट में राजगीर पहुंचा जा सकता है। वहीं गया से राजगीर का किराया 150 रुपये है। गया से राजगीर पहुंचने में दो घंटे का समय लगता है। नवादा से राजगीर का किराया 80 रुपया है। वहां से राजगीर पहुंचने में डेढ़ घंटे लगते हैं।

भाड़े पर रिजर्व वाहनों की भी सुविधा

पटना से पर्यटक निजी वाहनों से आवागमन करना चाहते हैं, तो रिजर्व कार या टैक्सी कर सकते हैं। पटना से राजगीर के लिए निजी वाहनों का किराया तीन हजार तक है। गया से दो हजार पांच सौ रुपये व नवादा से दो हजार रुपये पर्यटकों को खर्च करने पड़ेंगे।

हर सफारी में जानवरों के लिए है शुद्ध पानी की बावड़ी

वाइल्ड लाइफ जू सफारी को बेहतरीन ढंग से प्राकृतिक संसाधनों के साथ आकार दिया गया है। यहां हर सफारी में जानवरों के पीने के लिए शुद्ध पानी का छोटा तालाब यानि बावड़ी बनायी गयी है। इसे रैन हार्वेस्टिंग के साथ जोड़ा गया है। पहाड़ियों से गिरने वाले बरसाती के पानी का संग्रह इसी बावड़ी में होता है। वहीं समय - समय पर वनकर्मियों द्वारा इसका रख-रखाव किया जाता है।

रिसेप्शन एरिया का सेल्फी प्वाइंट आकर्षक का केंद्र

अगर आप जू सफारी आते हैं, तो यहां का रिसेप्शन एरिया परिसर स्थित वाइल्ड लाइफ स्टेच्यू सेल्फी प्वाइंट आपको खूब लुभाएगा। इस परिसर में जू के शेर सफारी, टाइगर सफारी, तेंदुआ सफारी, भालू सफारी एवं हार्वीवार यानि शाकाहारी सफारी के जानवरों की विभिन्न प्रतिकृतियां स्थापित की गई हैं। सबसे खास बात यह है कि इन जानवरों को उनके परिवार के साथ लगाया गया है। जहां पर्यटक सपरिवार बैठकर इन जानवरों की प्रतिकृतियों के साथ फोटो खिंचवाने तथा सेल्फी ले सकते हैं। वहीं इस परिसर में भगवान बुद्ध की प्रतिमा भी स्थापित की गई है। वहीं इस परिसर के चारों ओर खूबसूरती से पौधे लगाए गए हैं। वहीं मखमली हरी हरी घास से लैस बैठने के लिए पार्क आदि इसे और सुहाना बनाता है।

बायोडायवर्सिटी एक्जीबिशन में पारिस्थितिकी तंत्र का बेजोड़ प्रदर्शनी

जैव विविधता प्रकृति का मुख्य आधार है। इस महत्व के साथ वाइल्ड लाइफ जू सफारी रिसेप्शनिस्ट एरिया भवन में बायोडायवर्सिटी एक्जिबिशन हाल की स्थापना की गई है। जहां पृथ्वी की उत्पत्ति, प्राकृतिक संसाधनों का उद्भव से लेकर आदिमानव से मनुष्य जाती को सभ्य समाज तक परिवर्तित होने के चक्र को काफी खूबसूरती से मूर्तियों के सहारे समझाया गया है। इसे देख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस एक्जीबिशन की सराहना की। वहीं इस एक्जीबिशन में वन्य जीव प्राणी से जुड़े मनुष्य के पुराने नाते और सहयोग को भी झलकाया गया है। प्राकृतिक, जैव विविधता सह पारिस्थितिकी तंत्र में मनुष्य और जीव जंतुओं के समन्वय को विभिन्न एंगल के प्रतिमाओं से परिभाषित किया गया है।

जू-सफारी में घूमने के लिए खर्च करने होंगे 250 रुपये

जू-सफारी में घूमने के लिए 250 रुपये पर्यटकों को खर्च करने होंगे। इंट्री फीस भी लगेगी। हालांकि अभी इसका निर्धारण नहीं हुआ है। एक-दो दिनों में इंट्री फीस का निर्धारण होगा। सीएम ने बताया कि पर्यटकों के लिए 20 वाहन खरीदे गए हैं। एक में 22 लोगों के बैठने की क्षमता है। इंट्रेस से सफारी प्लाजा तक दिव्यांगों व बुजुर्गों को ले जाने के लिए बैट्री वाहन हैं। दो से ढाई घंटे तक आप जू-सफारी में घूम सकेंगे।

घर बैठे भी बुक करा सकते टिकट

घर बैठे भी आप जू-सफारी में घूमने के लिए टिकट बुक करा सकते हैं। इसके लिए आपको rajgirzoosafari.in पर जाना होगा। यहां से आप 'बुक योर सफारी' पर क्लिक कर टिकट बुक करा सकते। हालांकि अभी वेबसाइट से टिकट बुक करने की अनुमति नहीं दी गई है। जू-सफारी के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार अगले तीन दिनों में आनलाइन टिकट बुक करने की सुविधा मिलेगी।

केवल पानी की बोतल ले जा सकते साथ

जू-सफारी में घूमने के दौरान आप कोई भी खाद्य पदार्थ साथ नहीं ले जा सकते। केवल पानी की बोतल साथ रख सकते हैं। सफारी बस में बैठने के दौरान आप बीच में उतर नहीं सकते। इमरजेंसी होने पर आपको बस में मौजूद गाइड को बताना होगा। गाइड सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इमरजेंसी के अनुसार निर्णय लेगा। 191 हेक्टेयर में 177 करोड़ की लागत से आकार ले चुका है जू सफारी शेर, बाघ, तेंदुए, भालू, सांभर, ब्लैक बक, हिरण सहित कुल 260 जंगली जानवर हैं मौजूद बिहार का इकलौता जू-सफारी राजगीर पर्यटन में गढ़ेगा एक नया आयाम

कोविड संक्रमण के कारण हुई देरी

191 हेक्टेयर में 176 करोड़ की लागत से नवनिर्मित यह बिहार का इकलौता वाइल्ड लाइफ जू सफारी होगा। इसे वर्ष 2020 में ही दर्शकों के लिए खोला जाना था। कोविड-19 की वजह से तब निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया।

वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर के लिए आकर्षण का केंद्र

राजगीर का वाइल्ड लाइफ जू सफारी केवल बिहार ही नहीं। बल्कि देशभर के पर्यटकों और वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर के लिए राजगीर जू सफारी आकर्षण का केंद्र बनेगा। इस सफारी में लोग शेर, बाघ, तेंदुआ और भालू के अलावा हिरण, चीतल और सांभर को देख पाएंगे। इनके अलावा बर्ड एवियरी में दुनिया भर के विभिन्न प्रजातियों की चिड़ियों की देखने को मिलेंगी। वहीं बटरफ्लाई पार्क में अनेक प्रकार के प्रजातियों के तितलियां को भी निहार सकेंगे।

छह बब्‍बर शेर यहां कर रहे इंतजार

जू सफारी में छह की संख्या में बब्बर शेर, जिसमें दो नर और चार मादा यानि शेरनी शामिल है। इन शेरों को गुजरात के जूनागढ़ शक्करबाग जुलाजिकल पार्क से लाया गया है। वहीं इसके पहले पटना के चिड़ियाघर से दो रोयाल बंगाल टाइगर, दो भालू और दो तेंदुओं को लाया जा चुका है। अब ओडिशा के कटक से दो जोड़ी तेंदुआ तथा बाघ को लाने की तैयारी की जा रही है। इस प्रकार से जू सफारी में बाघ की संख्या चार और तेंदुओं की संख्या चार हो गई है।

आंकड़ों की नजर में वाइल्ड लाइफ जू सफारी रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम से हर मौसम में पोषित होगा जू सफारी पार्क फायर सेफ्टी सिस्टम से लैस होगा जू सफारी 177 करोड़ की लागत से कंप्लीट हो चुका है कार्य इको फ्रेंडली की तर्ज पर विकसित की गई जू सफारी परियोजना

विभिन्न वन्यजीव जंतुओं के सफारी के आंकड़े 20.54 हेक्टेयर में शेर सफारी 20.50 हेक्टेयर में बाघ सफारी 20.63 हेक्टेयर में तेंदुआ सफारी 20.60 हेक्टेयर में भालू सफारी 45.62 हेक्टेयर में क्रमश: हिरण, चित्तल व सांभर सफारी 10.74 हेक्टेयर में विश्व के विभिन्न प्रजातियों के चिड़ियों का वर्ड एवियरी 0.38 हेक्टेयर में अनेक नस्लों की तितलियों का बटरफ्लाई पार्क

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