Corona Alert: चीन के वुहान से बिहार लौट रहे 42 विद्याथी, 30 पहुंचा राज्‍य में संदिग्‍धों का आंकड़ा

Corona Alert बिहार में कोरोना संक्रमण का कोई मामला नहीं मिला है लेकिन इसके संदेह में 30 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। इस बीच वुहान से 42 बिहारी छात्र घर लौट रहे हैं।

By Amit AlokEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 12:49 PM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 07:12 PM (IST)
Corona Alert: चीन के वुहान से बिहार लौट रहे 42 विद्याथी, 30 पहुंचा राज्‍य में संदिग्‍धों का आंकड़ा
Corona Alert: चीन के वुहान से बिहार लौट रहे 42 विद्याथी, 30 पहुंचा राज्‍य में संदिग्‍धों का आंकड़ा

पटना, स्‍टेट ब्यूरो। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए चीन के वुहान में पढऩे वाले 42 विद्यार्थी मंगलवार से बुधवार के बीच बिहार लौट रहे हैं। केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को उनकी वापसी की जानकारी दी है। इसके पहले केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने उन्‍हें एहतियातन गुरुग्राम के एक अस्‍पताल में 14 दिनों के आइसोलेशन में रखा। इस बीच बिहार में कोरोना के संदेह में आइसोलेशन में रखे गए मरीजों की संख्‍या 30 तक जा पहुंची है। हालांकि, उनमें किसी में भी कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है।

अभी तक गुरुग्राम में रखे गण्‍ थे चीने से लौटे विद्यार्थी

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार चीन के वुहान में कोरोना वायरस फैलने के बाद बिहार के अधिकांश विद्यार्थी वहां से लौटने लगे थे। सबसे अंत में एक से दो फरवरी के बीच बिहार के 42 विद्यार्थी वुहान छोड़कर दिल्ली पहुंचे थे। उनको स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर 14 दिनों के आइसोलेशन में गुरुग्राम के एक अस्पताल में रखा गया था। उनके सैंपल की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अब उन्‍हें घर वापसी की अनुमति दी गई है। 

बिहार में भी आइसोलेशन में रखे जाएंगे, होगी जांच

स्वास्थ्य विभाग की स्टेट सर्विलांस अफसर डॉ. रागिनी मिश्रा ने बताया कि दो दिन के अंदर वुहान में पढ़ने वाले वे सभी विद्यार्थी बिहार लौटेंगे। उनकी सूची स्वास्थ्य विभाग को मुहैया करा दी गई है। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम में रहने के दौरान कराई गई जांच की रिपोर्ट निगेटिव आई है और सभी 14 दिनों के आइसोलेशन में रहकर आ रहे हैं। इसके बावजूद बिहार में स्वास्थ्य विभाग उन्‍हें फिर एहतियातन 14 दिनों के आइसोलेशन में रखेगा। इस दौरान उनकी नए सिरे से जांच होगी तथा रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही घर जाने की अनुमति दी जाएगी।

30 पहुंचा संदिग्‍धों का आंकड़ा, कोई पॉजेटिव केस नहीं

डॉ. रागिनी मिश्रा ने कहा कोरोना को लेकर बिहार के लोगों को भयभीत नहीं होना चाहिए, क्‍योंकिे यहां अब तक कोई पॉजेटिव केस नहीं मिला है। अब तक 30 संदिग्ध मामले मिले हैं, जिनमें से अधिकांश लोग होम आइसोलेशन में हैं। इस दौरान पांच लोगों की जांच कराई गई, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्होंने कहा कि कोरोना के खतरे को देखते हुए बिहार की सीमा में नेपाल के रास्ते या फिर गया होकर आने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग कराई जा रही है।

कोरोना की जांच को बिहार पहुंची केंद्रीय मेडिकल टीम

इस बीच कोरोना वायरस से बचाव के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी लेने चार सदस्यीय केंद्रीय जांच टीम बिहार पहुंच चुकी है। एक टीम में एक टीम का नेतृत्व डॉ. अनुभव कर रहे हैं। दूसरी टीम डॉ. केतकी के नेतृत्‍व में काम कर रही है। डॉ. अनुभव के साथ डॉ. हर्षद हैं। दोनों डॉक्टर बिहार आने के साथ ही सीतामढ़ी रवाना हो गए हैं। वे किशनगंज, सुपौल और अररिया भी जाएंगे। डॉ. केतकी के नेतृत्‍व वाली दूसरी टीम में उनके साथ डॉ. वेद हैं। यह टीम मंगलवार को पूर्वी और पश्चिम चंपारण के लिए रवाना होगी। दोनों टीमें नेपाल से लगती बिहार के सीमावर्ती जिलों में चलाए जा रहे जांच केंद्रों और मेडिकल कॉलेजों में कोरोना से बचाव के लिए किए गए उपायों की जांच करेगी।

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