CM नीतीश ने कहा- बिहार में काम की कमी नहीं, स्किल की कमी है

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में काम की कमी नहीं है, बल्कि स्किल की कमी है। हम 2020 तक एक करोड़ युवाओं को हुनरमंद बनाएंगे।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Fri, 20 Apr 2018 01:50 PM (IST) Updated:Sat, 21 Apr 2018 10:48 AM (IST)
CM नीतीश ने कहा- बिहार में काम की कमी नहीं, स्किल की कमी है
CM नीतीश ने कहा- बिहार में काम की कमी नहीं, स्किल की कमी है

पटना [जेएनएन]। पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित राज्यस्तरीय कौशल प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि दो साल में एक करोड़ युवाओं को ट्रेनिंग देने का हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि बिहार में काम की कमी नहीं है, स्किल की कमी है। 

मुख्य्मंत्री ने कहा कि हम न्याय के साथ विकास करते हैं। 2020 तक एक करोड़ युवाओं को हम हुनरमंद बनाएंगे, ताकि वो अपना रोजगार सृजन कर सकें। एक साल में में कौशल विकास पर 90 हजार करोड़ रूपये खर्च होंगे, हमारे युवा हुनरमंद होंगे और आगे बढ़ेंगे।

वहीं, कार्यक्रम में शिरकत करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने दावा किया कि स्किल बिहार के बिना स्किल इंडिया मुमकिन नहीं है। बिहार के युवाओं को हुनरमंद बनाना हमारी प्राथमिकता है।

एक करोड़ युवाओं को 2020 तक हुनरमंद बनाने का लक्ष्य

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सबसे पहले मैं श्रम संसाधन विभाग को इस बात के लिए बधाई देता हूं कि इन्होंने इतने शानदार तरीके से प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया है, इसमें इतनी रुचि दिखायी है। इतने युवाओं की भागीदारी और उनमें इतना उत्साह प्रशंसनीय है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जबसे हमारी सरकार आयी है उसके बाद से बिहार में कौशल विकास के लिए हमने काम शुरू किया। इसके लिए तंत्र को काफी विकसित किया गया। शिक्षा विभाग के द्वारा अल्पसंख्यक महिलाओं के लिए हुनर कार्यक्रम चलाया गया। इसमें अच्छी सफलता के बाद समाज के अन्य वर्गों की महिलाओं के लिए इसका विस्तार किया गया। उस समय केंद्र सरकार ने इस कार्यक्रम को सराहा और इसे अपनाया भी।

कौशल विकास मिशन को एक करोड़ युवाओं को पांच वर्षो में हुनरमंद बनाने का लक्ष्य दिया गया था। शुरुआती तीन वर्षों में काफी कठिनइयाॅ रहीं और अब वर्ष 2020 तक इस लक्ष्य को प्राप्त करना है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में युवाओं की आबादी सबसे अधिक है, इसे दक्ष बनाकर उन्हें रोजगारपरक बनाया जा सकता है, जिनका उपयोग देश के अंदर अन्य राज्यों एवं विदेशों में हो सकता है। आज देश के विकसित राज्यों एवं विदेशों में दक्ष युवाओं की मांग है। बिहार के युवा अपने को हुनरमंद बनाकर अपनी उपयोगिता साबित कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 12 वर्षों में हरेक क्षेत्र में काम किया गया है। हमने शुरु में ही अपने अधिकारियों से कहा था कि आप योजना बनाइये पैसे की चिंता मत कीजिए। उस समय पूरे बिहार का बजट 22 हजार करोड़ रुपए का हुआ करता था। इस साल का बजट आकार 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपए का है, जिसमें 90 हजार करोड़ रुपये विकास कार्यों में खर्च होगा।

शिक्षा, स्वास्थ्य, कल्याण, उद्योग जैसे हर विभागों में काम होना है। अतः बिहार में स्किल्ड युवाओं के लिए रोजगार की काफी संभावनाएं हैं। बिहार में काम की कमी नहीं है। दीवार बनाने से सड़क बनाने तक स्किल्ड लोगों की जरुरत है। मुझे खुशी है कि इस प्रतियोगिता में इन क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है। आधारभूत संरचना, निर्माण कार्य, सामाजिक क्षेत्र के साथ-साथ हर क्षेत्रों में दक्ष लोगों की कमी है।

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