बिहार कांग्रेस कार्यालयमें खूब चले लात-घूंसे, लगे मोदी-मोदी के नारे

पटना में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में राज्य प्रतिनिधियों की बैठक में पार्टी के दो गुट आपस में भिड़ गए। इस दौरान पीएम मोदी के समर्थन में नारे लगे।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Mon, 09 Oct 2017 11:53 AM (IST) Updated:Tue, 10 Oct 2017 11:15 PM (IST)
बिहार कांग्रेस कार्यालयमें खूब चले लात-घूंसे, लगे मोदी-मोदी के नारे
बिहार कांग्रेस कार्यालयमें खूब चले लात-घूंसे, लगे मोदी-मोदी के नारे

पटना [जेएनएन]। बिहार प्रदेश कांग्रेस में मचे घमासान के बाद सोमवार को सदाकत आश्रम में राज्य प्रतिनिधियों का सम्मेलन बुलाया गया, जिसमें भाग लेने पार्टी अॉफिस पहुंचे कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई। सदाकत आश्रम के अंदर व बाहर जमकर हंगामा हुआ और इस दौरान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी के साथ धक्का-मुक्की भी की गई, जबकि उनके समर्थकों के कपड़े भी फाड़ दिये गये। 

 हंगामे के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम पुलिस छावनी में परिवर्तित हो गया। राज्य प्रतिनिधियों के सम्मेलन में भाग लेने सदाकत आश्रम पहुंचे कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई। कांग्रेस के नाराज कार्यकर्ताओं ने प्रवेश द्वार पर रोक लगाये जाने के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पीएम नरेंद्र मोदी के समर्थन में नारे लगाये।

महागठबंधन टूटने के बाद से अंदरूनी कलह झेल रही बिहार कांग्रेस में अब नौबत हाथापाई तक आ गई है। सोमवार को दो गुट में बंटे कांग्रेसियों के बीच जमकर मारपीट हुई। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक चौधरी व कुछ अन्य नेताओं को चोटें भी आईं। हालांकि, कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने हंंगामे या मारपीट से इन्‍कार किया है। यह पूरा मामला निर्वाचित प्रदेश प्रतिनिधियों की सूची में छेड़छाड़ करने और उनका राज्यस्तरीय सम्मेलन बुलाए जाने को लेकर हुआ।
सोमवार को सदाकत आश्रम में प्रदेश प्रतिनिधियों को सम्मेलन आहूत था। पुलिस के भारी इंतजाम के बीच बुलाए गए सम्मेलन से मीडिया को दूर रखा गया। बिहार के चुनाव प्रभारी सांसद प्रदीप भट्टाचार्य, कई केंद्रीय स्तर के नेता, निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी भी सम्मेलन में आमंत्रित थे।
सदाकत आश्रम के गेट पर सख्त पहरा था। सेवा दल के कार्यकर्ता वैसे नेताओं को ही अंदर जाने की अनुमति दे रहे थे जिन्हें बुलाया गया था। इस बीच पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी भी कुछ विधायकों के साथ पहुंचे। प्रवेश के वक्त ही उनके साथ धक्का मुक्की हुई।

बाद में सम्मेलन के दौरान डॉ.चौधरी ने निर्वाचित प्रतिनिधियों की सूची जारी किए बगैर सम्मेलन आहूत करने पर सवाल उठाए और कहा सूची में हेरफेर की गई है। इस आरोप के साथ ही सम्मेलन में हंगामा होने लगा और कुछ कार्यकर्ताओं ने डॉ. चौधरी और उनके समर्थकों पर हमला बोल दिया। अपमानित चौधरी और उनके समर्थकों ने सम्मेलन का बहिष्कार किया और सदाकत आश्रम से बाहर निकल गए।
उसके बाद निर्वाचित प्रतिनिधियों ने आलाकमान को बिहार अध्यक्ष के चयन के लिए अधिकृत कर दिया। करीब आधे घंटे चले सम्मेलन की औपचारिकता पूरी होते ही चुनाव प्रभारी भट्टाचार्य आश्रम से सीधे एयरपोर्ट के लिए निकल गए।

सम्मेलन के बाद कादरी ने किसी भी प्रकार के हंगामे या मारपीट से इन्‍कार किया। उन्होंने कहा, सम्मेलन के बाहर हंगामा होने की सूचना है। वो सूचना भी उन्हें मीडिया के जरिए ही मिली है। सदाकत आश्रम में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पूर्व मंत्री अशोक राम, शकील अहमद, सदानंद सिंह, अखिलेश प्रसाद सिंह के साथ ही विजय शंकर दुबे और प्रेमचंद मिश्रा जैसे नेताओं ने भी अशोक चौधरी और उनके समर्थकों के साथ मारपीट की किसी घटना से इन्‍कार किया।

पूर्व विधान पार्षद ज्योति की अध्यक्षता में जांच कमेटी
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने सदाकत आश्रम में हुए हंगामे की जांच के लिए पूर्व विधान पार्षद ज्योति की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। सम्मेलन के बाद मीडिया से कादरी ने कहा कि सम्मेलन के दौरान किसी के साथ कोई दुव्र्यवहार नहीं हुआ। आश्रम परिसर में कुछ हंगामे की जानकारी मिली थी जिसकी जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। जिसमें ज्योति के साथ ही डॉ. समीर कुमार सिंह, प्रभात कुमार सिंह, आजमी बारी एवं डॉ. चंदन यादव शामिल हैं।

कांग्रेस के बड़े नेता धृतराष्ट्र बने हुए हैं : अशोक
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस में कुछ ऐसे तत्व घुस गए हैं जिनकी पृष्ठभूमि ही कांग्रेस विरोध की रही है। सोनिया और राहुल गांधी के पोस्टर जलाने वाले कांग्रेस में आकर वैसे ही कल्चर फैलाने की कोशिश रहे हैं। यह लोग मूल रूप से गुंडे हैं और पार्टी के बड़े नेता धृतराष्ट्र बने बैठे हैं। पार्टी में क्या चल रहा है उन्हें दिखाई नहीं दे रहा। राजद से आए लोगों को कांग्रेस में जगह दी जा रही है।
बोले, मेरे कार्यकाल में पचास फीसद से अधिक जिलों ने शत-प्रतिशत सदस्य बनाए। आज उनकी अनदेखी की जा रही है। बाहर से लोगों को डेलीगेट बनाया जा रहा है। कादरी जैसे नेता जो टिकट नहीं मिलने पर एनसीपी चले गए। दल में रहते हुए ढ़ाई साल तक आश्रम नहीं आए वे मुझे सलाह दे रहे हैं कि प्रायश्चित करूं। प्रेमचंद मिश्रा जैसे नेता छह बार पार्टी से निकाले गए। वे ज्ञान बांट रहे हैं। उन्होंने फिर दोहराया कि सीपी जोशी ने साजिश कर सोनिया और राहुल गांधी को दिगभ्रमित किया है। वे चुप नहीं रहेंगे। दिल्ली तक जाएंगे और आलाकमान को अपनी बात बताएंगे। उन्होंने मारपीट के मसले पर कहा कि कांग्रेस का यह कल्चर नहीं रहा है, पर आज कांग्रेस में राजद का कल्चर लाया जा रहा है।

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