एसएसपी कोठी के पास से करोड़ों लेकर चिटफंड कंपनी फरार

नगर थाना क्षेत्र के एसएसपी आवास से सटे सिकंदरपुर शमशान घाट बांध इलाके में चल रहे वेयर्ड इंडस्ट्रीज लिमिटेड नामक कथित चिटफंड कंपनी के कर्मी दफ्तर बंद कर रातों-रात करोड़ों रुपये लेकर फरार हो चुके हैं।

By Mrityunjay Kumar Edited By: Publish:Thu, 11 Dec 2014 10:01 AM (IST) Updated:Thu, 11 Dec 2014 10:08 AM (IST)
एसएसपी कोठी के पास से करोड़ों लेकर चिटफंड कंपनी फरार

मुजफ्फरपुर (संजीव कुमार ) : नगर थाना क्षेत्र के एसएसपी आवास से सटे सिकंदरपुर शमशान घाट बांध इलाके में चल रहे वेयर्ड इंडस्ट्रीज लिमिटेड नामक कथित चिटफंड कंपनी के कर्मी दफ्तर बंद कर रातों-रात करोड़ों रुपये लेकर फरार हो चुके हैं। लोग जमा राशि वापस लेने के लिए परेशान है, लेकिन उन्हें कहीं से न्याय नहीं मिल रहा है।

बताया गया है कि सिकंदरपुर इलाके के सैकड़ों गरीबों को कम समय में राशि दोगुना करने का झांसा देकर काफी पैसे जमा कराए गए थे। राशि जमा करने के बाद जब मेच्युरिटी पूरी होने का समय आया तो उसके पहले ही कंपनी संचालक व कर्मी दफ्तर बंद कर भाग निकले।

अधिकारियों ने नहीं लिया संज्ञान

चिटफंड कंपनी वेयर्ड इंडस्ट्रीज लिमिटेड की करतूतों के बारे में गत दिनों जिले के अधिकारियों के यहां लिखित शिकायत की जा चुकी है। लेकिन, पीड़ितों की शिकायत पर किसी अधिकारी ने गंभीरता से संज्ञान नहीं लिया। नतीजा यह हुआ कि पीड़ित न्याय के लिए परेशान रहे। इसकी भनक पाते ही कंपनी के कर्मी दफ्तर बंद कर फरार हो गए।

हावड़ा की कंपनी

पीडि़तों द्वारा दिए गए आवेदन में अवैध व झांसा देकर कमाई करने वाले हावड़ा के कथित चिटफंड कंपनी के कर्मी की पहचान रमेश सिंह उर्फ गुड्डू के रूप में हुई हैं। बता दें कि आरोपी मूल रूप से कुढऩी के बलिया का रहने वाला है। यह उक्त कंपनी के दफ्तर का कर्मी बताकर इलाके के काफी लोगों से पैसे जमा करा चुका है।

कर्मी के घर पर हुआ था हमला

बताते चलें कि सिकंदरपुर श्मशान घाट इलाके में कर्मी रमेश सिंह का अपना घर है। जिसपर गत दिनों ठगी का शिकार बने उग्र लोगों ने तोडफ़ोड़ भी की थी। सूचना पर नगर थाने के पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे व उग्र लोगों को शांत कराने की कोशिश की थी। लेकिन चिट फंड कंपनी के फरार लोगों पर कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।

बिचौलिए का लिया सहारा

अंदर ही अंदर लोगों में विरोध को देख आरोपी रमेश द्वारा कुछ लोगों को पैसे देना भी शुरू कर दिया गया था। लेकिन, इसमें भी उसने बिचौलिए की भूमिका बना दी थी। उस बिचौलिए के सहारे आधे से अधिक राशि कमीशन लेकर पैसे वापस करने की भी बात सामने आई। इधर, आरोपी रमेश से भी संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन उससे संपर्क नहीं होने से उसका पक्ष नहीं आ सका।

इन्होंने कहा-

एसएसपी रंजीत कुमार मिश्रा ने कहा कि मामला गंभीर है। शिकायत की जांच कराई जाएगी। आरोपियों की पहचान कर उस पर कानूनी कार्रवाई होगी।

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