आलमारी में रखा रहा चेक, बैंक से निकल गए छह लाख रुपये

चेक घर के आलमीरा में पड़ा रहा और खाते से पैसे की निकासी हो गई। यह मामला सामने आया है राजधानी पटना के एक बैंक में।

By Ravi RanjanEdited By: Publish:Fri, 29 Jun 2018 10:35 AM (IST) Updated:Fri, 29 Jun 2018 11:46 PM (IST)
आलमारी में रखा रहा चेक, बैंक से निकल गए छह लाख रुपये
आलमारी में रखा रहा चेक, बैंक से निकल गए छह लाख रुपये

पटना [जेएनएन]। बैंक कर्मियों की लापरवाही कहें या मिलीभगत, क्लोन चेक से फर्जीवाड़ा का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। जालसाजों ने बैंक में फर्जी चेक जमा कर गोविंद मित्रा रोड पर स्थित एक दवा फर्म के बैंक अकाउंट से छह लाख रुपए की निकासी कर ली है। जबकि उक्त नंबर का चेक दवा फर्म के मालिक के पास ही है। पीडि़त दवा कारोबारी अमर कुमार ने गोविन्द मित्रा रोड पर स्थित केनरा बैंक के ब्रांच मैनेजर, पैसा ट्रांसफर करने वाले कर्मी और जालसाज के खिलाफ पीरबहोर थाने में फर्जीवाड़ा केस दर्ज कराया है।

न बैंक से सूचना, न मोबाइल पर मैसेज

राजेन्द्र नगर निवासी अमर कुमार का गोविन्द मित्रा रोड पर एम्प्रा लेबोरेट्रीज दवा फर्म है। आरोप है कि 21 जून को उनके मोबाइल पर सूचना दी गई कि उनके बैंक अकाउंट में बैलेंस कम है। जबकि उनके अकाउंट में आठ लाख रुपए होने चाहिए थे। तब वह दिल्ली में थे।

22 को वापस पटना आए और सूचना के आधार पर गोविन्द मिश्रा रोड ब्रांच में गए। पता चला कि चेक नंबर 747948 से छह लाख रुपए की निकासी हो गई है। जबकि चेक नंबर 747948 अमर कुमार के पास ही मौजूद था।

बैंक द्वारा बताया गया कि उक्त चेक नंबर से आरटीजीएस के तहत 19 जून को किसी अजय कुमार के बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया गया था। जबकि अमर कुमार कहना है कि उन्होंने किसी भी फार्म पर हस्ताक्षर नहीं किया और न ही उक्त नंबर के चेक को बैंक में जमा किया गया था। यहां तक बैंक कर्मी छह लाख रुपए ट्रांसफर करने के पहले दवा कारोबारी अमर कुमार के मोबाइल पर एसएमएस या फोन कर जानकारी तक नहीं लिया।

जालसाज ने छह जून को खोला था खाता

अमर के मुताबिक जिस चेक नंबर से रकम निकली गई उसके पहले के 11 सीरियल नंबर के चेक अभी पास में है। इतना ही नहीं, जिस चेक से बैंक ने रकम जालसाज के खाते में ट्रांसफर कर दिया उस पर मुहर भी गलत है। बैंक ने अजय कुमार के बारे में जानकारी जुटाने के लिए रांची सेंट्रल बैंक से संपर्क किया, पता चला कि अजय ने छह जून को अकाउंट खोला था और 19 जून को खाते से रकम निकला ली।

बैंक ने अजय का खाता बंद कर दिया है। उधर अमर ने घटना की जानकारी पीरबहोर थाने को दी। अमर ने ब्रांच मैनेजर और कर्मी की मिलीभगत से अजय कुमार के खाते में रकम भेजने का आरोप लगाया है। पुलिस बैंक पहुंच छानबीन में जुटी है।

chat bot
आपका साथी