कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर BPSC का बड़ा फैसला, 31वीं न्यायिक सेवा और परियोजना प्रबंधक परीक्षाएं स्थगित

BPSC Exam कोरोना के बढ़ते सक्रमण को देखते हुए बीपीएससी ने 31वीं न्यायिक सेवा और परियोजना प्रबंधक परीक्षा स्थगित कर दी है। दोनों ही परीक्षा इसी माह अप्रैल में होनी थी। बीपीएससी ने कहा है कि परीक्षा के आयोजन की नई तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sun, 04 Apr 2021 11:19 AM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 01:40 PM (IST)
कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर BPSC का बड़ा फैसला, 31वीं न्यायिक सेवा और परियोजना प्रबंधक परीक्षाएं स्थगित
कोरोना को लेकर बिहार लोक सेवा आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। प्रतीकात्मक तस्वीर।

बिहार ऑनलाइन डेस्क, पटना। राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस के मामले को देखते हुए बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने बड़ा फैसला लिया है। संक्रमण को देखते हुए बीपीएससी ने 31वीं न्यायिक सेवा और परियोजना प्रबंधक प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा स्थगित कर दी है। दोनों ही परीक्षा इसी माह अप्रैल में होनी थी। बीपीएससी ने कहा है कि परीक्षा के आयोजन की नई तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी। छात्र पहले से ही कोरोना के बढ़ते मामले का हवाला देकर परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे थे। इसके लिए परीक्षार्थियों ने इंटरनेट मीडिया पर मुहिम भी चला रखी थी। 

आठ व 11 अप्रैल को होनी थी परीक्षा

बता दें कि 31वीं न्यायिक सेवा (असैनिक न्यायाधीश, कनीय कोटि) परीक्षा इसी माह 8 अप्रैल को होनी थी। इसी तरह परियोजना प्रबंधक की प्रारंभिक परीक्षा 11 अप्रैल को ली जानी थी। उद्योग विभाग में जिला परियोजना प्रबंधक के 69 पदों पर विज्ञापन निकाला गया था। इसके लिए 11 को परीक्षा आयोजित की जानी थी, जो अब स्थगित कर दी गई है। 

कई राज्यों में पहले ही परीक्षा स्थगित

इसी तरह 31वीं न्यायिक सेवा परीक्षा में कुल 221 रिक्त पदों के लिए 2380 अभ्यर्थी परीक्षा में भाग लेने वाले थे। कोरोना के चलते मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना एवं कर्नाटक जैसे राज्यों में न्यायिक सेवा की परीक्षाएं पहले ही स्थगित कर दी गई थीं। वहीं कुछ राज्यों में परीक्षा के लिए होम सेंटर की व्यवस्था की गई है। बता दें कि अभ्यर्थियों ने बिहार लोक सेवा आयोग से आग्रह किया था कि परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ा दिया जाए। कई अभ्यर्थियों ने दूरभाष पर कहा कि ऐसे विषम संकट में प्रतियोगी कहां रहेंगे, जहां संक्रमण का खतरा ना हो। गौरतलब है कि बिहार में भी कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 12 अप्रैल तक शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया है। साथ ही सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन पर भी रोक लगा दी है। 

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