बिहार: राज्यसभा चुनाव की सियासी गहमागहमी के बीच लालू से मिले सच्चिदानंद राय, बोले-जिंदादिल इंसान हैं राजद सुप्रीमो

Bihar Politics बिहार में राज्यसभा चुनाव के सियासी गहमागहमी के बीच बीजेपी के बागी और सारण से एमएलसी सच्चिदानंद राय ने सोमवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी से मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने लालू यादव की जमकर तारीफ की।

By Rahul KumarEdited By: Publish:Mon, 30 May 2022 10:47 AM (IST) Updated:Mon, 30 May 2022 10:47 AM (IST)
बिहार: राज्यसभा चुनाव की सियासी गहमागहमी के बीच लालू से मिले सच्चिदानंद राय, बोले-जिंदादिल इंसान हैं राजद सुप्रीमो
लालू यादव और एमएलसी सच्चिदानंद राय। साभार-इंटरनेट मीडिया

 पटना, आनलाइन डेस्क। बिहार में पांच सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव 10 जून को होने हैं। इसको लेकर सभी पार्टियों में अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। राजद की तरफ मीसा भारती, फैयाज अहमद, बीजेपी की तरफ से सतीश चंद्र और शंभु शरण को उम्मीदवार बनाया है। लेकिन जनता दल यूनाइटेड ने इस बार केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का टिकट काटकर झारखंड जदयू के अध्यक्ष खीरू महतो को राज्यसभा भेजने का फैसला लिया है। जदयू के इस फैसले के बाद सियासी गहमागहमी का माहौल है। इस बीच बीजेपी के बागी और सारण से एलएलसी सच्चिदानंद राय ने राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और राबड़ी देवी से मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने राजद सुप्रीमो की तारीफ भी की।

लालू-राबड़ी से मिले सच्चिदानंद 

सोमवार एमएलसी सच्चिदानंद ने लालू यादव से राबड़ी आवास पर मुलाकात के बाद अपने फेसबुक पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि लम्बे वक्त से लालू यादव के अस्वस्थ रहने की सूचना प्राप्त हो रही थी। अब जबकि राजद सुप्रीमो पटना आ गए हैं तो मैंने उनसे मिलकर उनका कुशलक्षेम जाना। उन्होंने लालू यादव की तारीफ करते हुआ लिखा है कि लालू यादव आज भी वही जिंदादिल, हंसमुख व्यक्तित्व व गरीबों के प्रति चिन्तित दिखे। यह देख कर काफी संतोष मिला कि अब उनका स्वास्थ्य ठीक प्रतीत हो रहा है। एमएलसी ने राबड़ी देवी से मुलाकात कर कई विषयों पर चर्चा की।

बीजेपी से बगावत कर सारण से निर्दलीय एमएलसी चुनाव में जीत दर्ज करने वाले सच्चिदानंद सिंह ने बीतों दिनों चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से भी मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने जमकर पीके की तरीफ की थी। पीके की पदयात्रा कार्यक्रम की भी उन्होंने तारीफ करते हुए यह कहा था कि बिहार ही नहीं बिहार के बाहर भी पीके ने राजनीति के क्षेत्र में काम कर चुके हैं और अपना लोहा भी मनवाया है। ऐसे में वो अगर बिहार में आकर राजनीति करते हैं तो उनका समर्थन किया जाना चाहिए।

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