बिहार के राशन कार्ड धारक ध्यान दें, इन नौ बिंदुओं के दायरे में आए तो नहीं मिलेगा लाभ

लाभार्थी अगर खाद्यान्न योजना के तहत सत्यापन के लिए बनाए गए नौ बिंदुओं के दायरे में आते हैं तो जांच कर उनके राशन कार्ड रद किए जाएंगे। जांच के क्रम में मानक के अनुरूप राशन कार्डधारी नहीं मिले तो उनका राशन कार्ड रद कर दिया जाएगा।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sat, 25 Jun 2022 08:17 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jun 2022 08:17 PM (IST)
बिहार के राशन कार्ड धारक ध्यान दें, इन नौ बिंदुओं के दायरे में आए तो नहीं मिलेगा लाभ
राशन कार्ड लाभुकों के सत्यापन के लिए नौ बिंदु बनाए गए हैं। सांकेतिक तस्वीर।

जासं, सिवान : खाद्यान्न योजना के तहत लाभुकों के सत्यापन के लिए नौ बिंदु बनाए गए हैं। लाभार्थी अगर उस दायरे में आते हैं तो जांच कर उनके राशन कार्ड रद किए जाएंगे। जिला आपूर्ति विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार योग्य लाभुकों के सत्यापन के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए सरकार की ओर से नौ बिंदु की योग्यता आधारित मानक तय किए गए हैं। यदि जांच के क्रम में मानक के अनुरूप राशन कार्डधारी नहीं मिले तो उनका राशन कार्ड रद कर दिया जाएगा।

इन मानकों पर की जा रही जांच 

जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि जारी की गई अधिसूचना में यह स्पष्ट किया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में वैसे किसान भी खाद्यान्न योजना के लाभुक नहीं हो सकते हैं, जिनके घरों में तीन पहिया चलित कृषि यंत्र या उपकरण हैं। उन्हें अयोग्य की श्रेणी में रखते हुए ऐसे परिवारों के राशन कार्ड रद किए जाएंगे। साथ ही परिवार के पास तीन या चार पहिया वाहन, तीन पहिया चलित कृषि उपकरण, सरकारी सेवक वाला गृहस्थी परिवार, गैर कृषि उद्योग में जुटा कृषि परिवार, 10 हजार से अधिक प्रतिमाह इनकम वाला परिवार, आयकर दाता परिवार, व्यवसायिक करदाता परिवार, तीन कमरों से अधिक पक्के मकान वाला परिवार, सचित क्षेत्रों में ढाई एकड़ से अधिक कृषि भूमि जोत वाला परिवार है उन्हें राशन कार्ड के हकदार की श्रेणी से बाहर रखा गया है। 

राशन उठाव व वितरण में जिले की रैंकिंग राज्य में 28वें पायदान पर

जासं, सिवान : बिहार राज्य खाद्य सुरक्षा आयोग के चेयरमैन विद्यानंद विकल ने शनिवार को परिसदन में विभिन्न विभागों में संचालित योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। खाद्य आपूर्ति विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने संतोष तो जताया लेकिन उठाव एवं वितरण में जिले की रैंकिंग 28 होने पर उन्होंने खेद व्यक्त किया। कहा कि इसके लिए जिले के ट्रांस्पोर्टरों व एमओ के साथ बैठक कर बेहतर रैंकिंग के लिए निर्देशित किया गया है। बताया कि जिले में कुल पांच लाख 28 हजार 514 राशन कार्डधारक हैं। वहीं लाकडाउन के दौरान 2020-21 में कुल 91 हजार 768 तथा 2021-22 में 57 हजार 929 नए राशनकार्ड बनाए गए हैं। जबकि 18 हजार 577 अपात्र लाभुकों के राशनकार्ड को रद किया गया है। तीन बार राशन का उठाव नहीं करने के कारण 49 हजार 270 राशनकार्ड बंद हो गए हैं। उन्होंने बताया कि अपात्रों को चिह्नित कर उनके राशनकार्ड को रद करने की प्रक्रिया चल रही है। 

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