पैदल लौट रहे कामगारों को बस से भेजा जाएगा घर, हाईवे पर ही दिया जाएगा सत्तू और लिट्टी-चोखा

प्रवासी कामगारों के लिए सरकार ने अब हाईवे पर ही सत्तू-पानी शर्बत और लिट्टी चोखा सहित भोजन के इंतजाम शुरू किए हैैं।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Wed, 20 May 2020 08:13 AM (IST) Updated:Wed, 20 May 2020 08:13 AM (IST)
पैदल लौट रहे कामगारों को बस से भेजा जाएगा घर, हाईवे पर ही दिया जाएगा सत्तू और लिट्टी-चोखा
पैदल लौट रहे कामगारों को बस से भेजा जाएगा घर, हाईवे पर ही दिया जाएगा सत्तू और लिट्टी-चोखा

पटना, जेएनएन। सड़क मार्ग से पैदल या फिर किसी अन्य माध्यम से लौट रहे प्रवासी कामगारों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर सरकार ने अब हाईवे पर ही सत्तू-पानी, शर्बत और लिट्टी चोखा सहित भोजन के इंतजाम शुरू किए हैैं। हाईवे के आसपास ही इनके सुस्ताने के भी प्रबंध किए गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस संबंध में आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिए थे।

सुस्ताने के लिए टेंटे के नीचे रहेगी कुर्सी

पटना-गया-डोभी सड़क पर प्रवासी कामगारों के लिए आमस, डोभी और बोधगया में NH-02 औैर NH-83 पर इस तरह के राहत शिविर शुरू किए गए हैैं। इन शिविरों पर पानी, सत्तू, ओआरएस पाउडर, दूध पाउडर और लिट्टी-चोखा दिए जा रहे हैैं। प्रवासियों से लगातार कहा जा रहा है कि वे पैदल नहीं निकलें। अपने बारे में पूरी जानकारी दें। इसके बाद स्थानीय प्रशासन के माध्यम से उन्हें उनके घर तक भेजा जाएगा। बहुत से मामलों में यह किया भी गया है। थक कर परेशान प्रवासी कामगारों के सुस्ताने के लिए हाइवे पर टेंट और कुर्सियों का भी इंतजाम किया गया है।

ग्लूकोज भी दिया जा रहा

मोतिहारी में जीविका समूह के माध्यम से हाईवे पर प्रवासी कामगारों के लिए प्याऊ शुरू किया गया है। इसके अतिरिक्त छोटे वाहनों से पानी के टैैंकर को हाइवे पर घुमाया जा रहा। यहां भी शर्बत आदि की व्यवस्था व प्रवासी कामगारों के सुस्ताने की व्यवस्था की गयी है। प्रशासन के स्थानीय अधिकारियों के स्तर पर पूरी व्यवस्था को देखा जा रहा है। कई जगहों पर चिकित्सकों को भी बुला लिया जा रहा क्योंकि गर्मी से तबियत भी खराब हो रही। मोतिहारी में हाइवे पर प्रवासियों के बीच ग्लूकोज का भी वितरण हो रहा है। झारखंड के बार्डर रजौली में हाइवे पर प्रवासी कामगारों के लिए फूड पैकेट्स का भी इंतजाम किया गया है।

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