पेड़ की ऊंची डाल से कैदी ने किया एलान - कूद जाऊंगा नहीं तो रिहा करो...जानिए

एक कैदी ने भागलपुर जेल में जमकर उत्पात मचाया। करीब पंद्रह घंटे तक वह पेड़ की ऊंची डाल पर बैठा रहा और कहता रहा- रिहा करो तभी उतरूंगा, कड़ी मशक्कत के बाद उसे नीचे उतारा गया।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Mon, 20 Jun 2016 06:52 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jun 2016 01:24 PM (IST)
पेड़ की ऊंची डाल से कैदी ने किया एलान - कूद जाऊंगा नहीं तो रिहा करो...जानिए

पटना [वेब डेस्क]। भागलपुर के कैंप जेल में शाम के वक्त एक कैदी ने उत्पात मचा दिया। सिंटू नाम का कैदी रविवार शाम को जेल कैंपस के भीतर पीपल के पेड़ पर चढ़ गया और जेलकर्मियों की नाक में दम कर दिया।जेलकर्मियों ने कैदी को उतारने के लिए बड़े जतन किए लेकिन सभी हार गए।

करीब पंद्रह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आज कैदी को किसी तरह पेड़ से नीचे उतारा गया। पेड़ पर चढ़े इस कैदी के उत्पात मचाने की सूचना मिलते ही जेल अधीक्षक नीरज झा भागे-भागे जेल पहुंचे और देर रात तक पेड़ के नीचे डटे रहे लेकिन कैदी किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं था।

दिल्ली से मालिक के बेटे को लेकर भागने वाला नौकर पटना जंक्शन पर गिरफ्तार

पहले तो उसका मान-मनौव्वल किया गया कि किसी तरह वह नीचे उतर आए, बाद में जेल अधीक्षक ने जेलकर्मियों को पेड़ पर चढ़ाया, लेकिन कैदी नीचे नहीं उतरा। पेड़ पर चढे कैदी और जेलकर्मियों के बीच लुकाछिपी का खेल रात भर चलता रहा। नींद चैन छोड़कर सब कैदी के पीछे रातभर परेशान रहे और कैदी भी पेड़ की सबसे ऊंची वाली डाल पर जा बैठा।

जेल अधीक्षक घंटों परेेशान रहे बाद में उन्होंने फायर स्टेशन में इसकी सूचना दी और दमकल की टीम को बुलाया। दमकल कर्मी भी अपनी लंबी सीढ़ी के साथ जेल पहुंचे। पेड़ पर सीढ़ी को लगाकर कैदी को नीचे उतारने का प्रयास किया, लेकिन सीढ़ी भी छोटी पड़ गई। कैदी पेड़ के सबसे ऊपरी हिस्से पर चढ़ गया है, जहां दमकल की सीढ़ी भी नहीं पहुंच पाई। पूरा जेल प्रबंधन रात भर उस उत्पाती कैदी को नीचे उतारने में माथापच्ची करता रहा।

जेल अधीक्षक ने बताया कि उत्पाती कैदी सिंटू शाहकुंड का रहने वाला है और हत्या के प्रयास, दहेज प्रताड़ना के आरोप में बंद है। उन्होंने बताया कि शाम करीब चार बजे कैदी पेड़ पर जा चढ़ा और उसे नीचे उतराने का प्रयास किया जा रहा था।

उधर, सूत्रों के मुताबिक, कैदी जेल से रिहाई की मांग कर रहा था। इस मांग को लेकर वह पेड़ पर चढ़ गया। कैदी का कहना है कि जब तक उसे जेल से बाहर नहीं निकाला जाएगा, पेड़ से नीचे नहीं उतरेगा।

इससे पहले भी फरवरी 2015 में इसी जेल के कैंप में सजायाफ्ता कैदी चंदन रजक ने भी पेड़ पर चढ़कर भागने का प्रयास किया। हालांकि जेलकर्मियों की तत्परता से चंदन पकड़ा गया था। पेड़ के जिस डाल पर चंदन चढ़ा था, बाद में उसे कटवा दिया गया था।

अपहरण मामले में सजायाफ्ता चंदन कैंपस के बरगद के पेड़ पर अचानक चढ़ गया था और चहारदीवारी के बाहर छलांग लगाने का प्रयास किया था। सूचना पर जेल कर्मी भी पेड़ पर चढ़ गए और चंदन को दबोच लिया था। चंदन मुंगेर के बरियारपुर का रहने वाला था।

रेलवे पुलिस ने बेटिकट यात्री को दी लाश उठाने की 'सजा' बीस साल से भुगत रहा आरोपी

chat bot
आपका साथी