तीन स्पेशल ट्रेनों से साढे़ चार हजार प्रवासी पहुंचे

राहत -ट्रेन से उतरते ही प्रवासियों की थर्मल स्क्रीनिग की गई -सभी को दिया गया मास्क बार-बार साबुन से हाथ धोने की सलाह ---- - 02 ट्रेनें उत्तर प्रदेश के फैजाबाद और गोविंदपुरी से आई -01 ट्रेन मध्य प्रदेश के कन्नौज से प्रवासियों को लेकर पहुंची ---------------- फोटो-0609 ----------------- संवाद सहयोगी नवादा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Jun 2020 05:25 PM (IST) Updated:Tue, 16 Jun 2020 05:25 PM (IST)
तीन स्पेशल ट्रेनों से साढे़ चार हजार प्रवासी पहुंचे
तीन स्पेशल ट्रेनों से साढे़ चार हजार प्रवासी पहुंचे

गया । प्रवासी श्रमिकों के नवादा पहुंचने का सिलसिला जारी है। चौथे दिन मंगलवार को तीन श्रमिक स्पेशल ट्रेनें नवादा स्टेशन पहुंचीं। उत्तर प्रदेश से दो और मध्य प्रदेश से एक ट्रेन आई। डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार ने बताया कि एक ट्रेन उत्तर प्रदेश के फैजाबाद से आई, जिसमें तकरीबन 1800 प्रवासी श्रमिक सवार थे। दूसरी ट्रेन यूपी के ही गोविदपुरी से आई, जिसमें 16 सौ प्रवासी सवार थे। तीसरी ट्रेन मध्य प्रदेश के कन्नौज से 1089 प्रवासी श्रमिकों को लेकर नवादा पहुंची। तीनों ट्रेनें अलग-अलग समय पर पहुंचीं। प्रवासियों के आगमन को लेकर वरीय अधिकारी सुबह से ही स्टेशन पर मौजूद रहे। प्रवासियों के नवादा स्टेशन पर ट्रेन से उतरने के बाद मेडिकल टीम ने प्रवासियों की थर्मल स्क्रीनिग की। बारी-बारी से सभी लोगों की मेडिकल जांच की गई। इसके बाद होम क्वारंटाइन की सलाह देते हुए उन्हें विशेष वाहन से घर भेज दिया गया। डीपीआरओ ने बताया कि अधिकांश प्रवासी नवादा जिले के विभिन्न प्रखंड क्षेत्रों के रहने वाले थे। कुछ प्रवासी निकटतम जिलों के भी थे। उन लोगों को भी बस से उनके गृह जिला भेज दिया गया। मेडिकल टीम व शिक्षा विभाग की टीम पूरी तरह मुस्तैदी से काम करती दिखी। सभी प्रवासियों का पंजीयन किया गया। साथ ही थर्मल स्क्रीनिग भी की गई। इस दौरान प्रवासियों को मास्क भी दिए गए। उन लोगों से मास्क पहनने और हमेशा साबुन से अच्छी तरीके से हाथ धोते रहने को कहा गया। स्वास्थ्य से संबंधी किसी प्रकार की समस्या होने पर सरकारी अस्पताल में संपर्क करने को कहा गया।

------------------------

रास्ते में महिला ने

शिशु को दिया जन्म

फैजाबाद से आ रही ट्रेन पर एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया। इसकी सूचना पूर्व से ही नवादा के अधिकारियों को दे दी गई थी। इसके बाद जच्चा-बच्चा को सदर अस्पताल भेजकर इलाज कराया गया। जिले के कौआकोल प्रखंड के लालपुर गांव निवासी गोरेलाल मांझी की पत्नी रतनी देवी को मंगलवार की अल सुबह तीन बजे प्रसव पीड़ा हुई। उसके बाद ट्रेन पर सवार अन्य महिलाओं ने उसकी मदद की। इस दौरान महिला ने बच्चे को जन्म दिया। यह दंपती कानपुर में किसी ईंट-भट्ठे पर काम किया करते थे। सदर अस्पताल में जच्चा-बच्चा का इलाज किया गया। इसके बाद घर भेज दिया गया।

chat bot
आपका साथी