29 मिनट के भाषण में दिखा विकास का विश्वास व पर्यावरण की चिता
जल-जीवन-हरियाली यात्रा पर नवादा जिले के रजौली पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भाषण 29 मिनट का रहा।
जल-जीवन-हरियाली यात्रा पर नवादा जिले के रजौली पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भाषण 29 मिनट का रहा। उनका भाषण 12:40 में शुरू हुआ। अंत हिद-जय बिहार के नारों से हुआ। उनके पूरे भाषण में बिहार में चल रही विकास योजनाओं के साथ ही आगे भी निरंतर विकास जारी रहने का विश्वास दिखा। सात निश्चय की योजनाओें से उनका भाषण शुरू हुआ। मध्य में सामाजिक सरोकार की लंबी-चौड़ी बातें हुई। और फिर पर्यावरण संरक्षण को लेकर लोगों को जागरूक किया गया। मुख्यमंत्री समेत उनके दोनों मंत्रियों के पूरे भाषण में पर्यावरण की चिता स्पष्ट रूप से दिखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी से ही सचेत होने का वक्त आ गया है। पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा हरियाली धरती पर दिखे। इसके लिए उन्होंने पौधा लगाने पर जोर दिया। इसके साथ ही भू-जल को संरक्षित करने के लिए अनेक उपाय सुझाए। इनमें प्राकृतिक जल श्रोतों का जीर्णोद्धार करने के साथ ही वर्षा जल के संचयन पर जोर दिया। महिलाओं के उत्थान से जुड़े भाषण में जीविका दीदियों ने जोरदार तालियों से सीएम की बातों का समर्थन किया।
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समाज में सभी से प्रेम व समता का भाव रखें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने भाषण के अंत में समाज के सभी लोगों को आपस में प्रेम व समता का भाव रखने का संदेश दिया। देश में कुछ जगहों पर इन दिनों हो रहे विरोध प्रदर्शन व हिसा को लेकर इशारों में सीएम ने कहा कि कुछ लोगों की प्रवृति होती है आपस में झगड़ा लगवाने की। यह कुछ लोगों का विचार हो सकता है। सीएम ने कहा कि हमारा विचार आपस में मिल जूलकर रहने की है। सभी लोग मिल जूलकर रहें।