संदेह के घेरे में कई अफसर

नवादा। पिछले दिनों कोडरमा (झारखंड) में अवैध शराब ठिकाने पर हुए सर्जिकल स्ट्राइक के बा

By Edited By: Publish:Thu, 19 Jan 2017 03:08 AM (IST) Updated:Thu, 19 Jan 2017 03:08 AM (IST)
संदेह के घेरे में कई अफसर
संदेह के घेरे में कई अफसर

नवादा। पिछले दिनों कोडरमा (झारखंड) में अवैध शराब ठिकाने पर हुए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जिले के कई अफसरों की भूमिका संदेह के घेरे में है। संबंधित अफसरों पर गाज गिर सकती है। शराब कारोबारियों को संरक्षण देने और उनके वाहनों को पार कराने का शक इन अधिकारियों पर है।

बता दें कि करीब एक माह पूर्व दीदारगंज में शराब लदे एक ट्रक को जब्त किया गया था, जिसमें दो लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।

सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ रजौली चेकपोस्ट से ही उस ट्रक पर नजर रख रही थी। उस दौरान एसटीएफ यह पता लगाने में जुटी थी कि ट्रक किस प्रकार चेकपोस्ट पार करता है और उसे इंट्री कराने में किन-किन अधिकारियों व माफिया का हाथ है। इसके बाद गंतव्य तक जाने के क्रम में कहां-कहां शराब कारोबारी को साथ दिया जाता है। सब कुछ पूरा होने के बाद ट्रक को दीदारगंज में पकड़ लिया गया था। फिर ट्रक के साथ पकड़े गए लोगों ने शराब माफिया व आजसू नेता संजय यादव के नाम का खुलासा किया था, जिसके बाद उसके ठिकाने पर सर्जिकल स्ट्राइक किया गया था। इस दौरान भारी मात्रा में शराब बरामद की गई थी और वाहनों को भी जब्त किया गया था। सूत्रों के मुताबिक संजय के ठिकाने से एक मिनी ट्रक भी जब्त हुआ था। उसी मिनी ट्रक से कुछ दिन पहले संजय ने रजौली के पुलिस पदाधिकारी को खुश रखने के लिए उपहार के तौर पर टीवी, फ्रिज, सोफा, पलंग आदि भिजवाया था। जिसकी खबर राज्य पुलिस मुख्यालय व एसटीएफ को भी है। मोबाइल की जांच के क्रम में यह भी पता लगाया गया है कि संजय का किस-किस अधिकारी से संपर्क था। जिनसे सांठ-गांठ कर वह अवैध शराब कारोबार को अंजाम दे रहा था।

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