समाज के सहयोग से मानव व्यापार पर लगाम

संवाद सूत्र, नवादा : डीआरडीए सभागार में बुधवार को किशोर न्याय एवं बाल संरक्षण, मानव व्यापार लैंगिक

By Edited By: Publish:Wed, 15 Apr 2015 09:06 PM (IST) Updated:Wed, 15 Apr 2015 09:06 PM (IST)
समाज के सहयोग से मानव व्यापार पर लगाम

संवाद सूत्र, नवादा :

डीआरडीए सभागार में बुधवार को किशोर न्याय एवं बाल संरक्षण, मानव व्यापार लैंगिक हमला, लैंगिक उत्पीड़न, अश्लील साहित्य के अपराधों से बालक का संरक्षण विषय पर एक दिवसीय उन्मुखी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सदर एसडीएम राजेश कुमार ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस मौके पर जन सपंर्क विभाग की सहयोग से पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन द्वारा किशोर न्याय नियमावली 2007 पर प्रकाश डाला गया। इसके तहत किशोर के मामले में मौलिक सिद्धात, किशोर अपराध, बाल कल्याण समिति के अधिकार और क‌र्त्तव्य सहित किशोर न्याय एवं बाल संरक्षण से संबंधित विषय पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने मानव व्यापार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब माता-पिता किसी रिश्तेदार, ग्रामीण, पड़ोसी के दबाव या लालच के प्रभाव में आकर अपने बच्चों व महिलाओं को अपने गांव से बाहर भेज उनसे जबरिया श्रम करवाते हैं तो यह मानव व्यापार की श्रेणी में आता है। भीख मंगवाना, घरेलू नौकर के रूप में काम कराना, लड़कियों या महिलाओं को वेश्यावृति के लिए चकलाघरों में धकेलना, अंग प्रत्यारोपन, नशीली पदाथरें की तस्करी, मनोरंजन उद्योग आदि में इनका इस्तेमाल कराना भी गलत है। इसके लिए समाज के सहयोग से मानव व्यापार के विरूद्ध बनाये गये कानून का उपयोग करते हुए इसपर अंकुश लगाया जा सकता है। सदर एसडीएम ने कहा कि बच्चों के संरक्षण एवं उसके अधिकार हेतु सभी प्रशासनिक इकाईयों को मानवीय संवेदना से कार्य करना होगा। वहीं सामाजिक संस्थाओं, जन प्रतिनिधियों सहित माता-पिता एवं अविभावकों को भी अपने सामाजिक दायित्वों को समझते हुए इसके लिए सकारात्मक पहल करनी होगी। बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशक गीताजली ने बाल संरक्षण, बाल श्रम एवं परवरिश योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परवरिश योजना के तहत अनाथ, बेसहारा, एड्स तथा कुष्ठ रोग से पीड़ित बच्चों के बेहतर पालन-पोषण हेतु अनुदान भत्ता दिया जाता है। 0 से 18 वर्ष के बच्चे जिनका परिवार बीपीएल सूची में हो अथवा परिवार का वार्षिक आय 60 हजार से कम हो उन्हें अनुदान भत्ता दिया जायेगा। मौके पर मुख्यालय डीएसपी उपेंद्र कुमार, डीआरडीए निदेशक सुनील कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी दिनेश कुमार पाण्डेय, सदर सीडीपीओ कंचन माला, राजीव नयन, कुमारी संगीता सिंहा सहित सभी बीडीओ, सीडीपीओ, थानाध्यक्ष आदि उपस्थित थे।

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