फर्जी कागजात मामले में 216 शिक्षक रडार पर, सेवा होगी समाप्त

बिहारशरीफ। जिले में फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल शिक्षकों की कलई परत दर परत खुलती जा रही है। एक तरफ निग

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Mar 2019 06:04 PM (IST) Updated:Sun, 31 Mar 2019 06:31 AM (IST)
फर्जी कागजात मामले में 216 शिक्षक रडार पर, सेवा होगी समाप्त
फर्जी कागजात मामले में 216 शिक्षक रडार पर, सेवा होगी समाप्त

बिहारशरीफ। जिले में फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल शिक्षकों की कलई परत दर परत खुलती जा रही है। एक तरफ निगरानी विभाग सैकड़ों शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच कर रहा है, दूसरी ओर जिले भर के 216 शिक्षकों के खिलाफ मिली शिकायतों की जांच जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सह प्रथम अपीलीय प्राधिकार कर रहा है। कुछ जागरूक लोगों ने इन फर्जी शिक्षकों के बारे में साक्ष्य के साथ आवेदन दिया है। जब प्राधिकार ने साक्ष्यों की सच्चाई परखी तो अधिकांश के प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं। अब इन सभी की नौकरी जानी तय है। प्राथमिकी भी की जाएगी। इस संबंध में जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जैसे-जैसे जांच प्रक्रिया पूरी हो रही है, वैसे-वैसे फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र पर बहाली की पोल खुलती जा रही है। ताजा मामला बेन प्रखंड का है। यहां के 13 शिक्षकों के कागजातों की जांच कराई गई तो उनमें 7 के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। वेन बीईओ को इन सातों पर प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया जा चुका है। इसी प्रकार नूरसराय, चंडी व सिलाव के भी कई मामले प्राधिकार के संज्ञान में आए हैं। फर्जी शिक्षकों को जैसे ही जांच के बारे में जानकारी मिली, वे बिना सूचना फरार हो गए हैं।

बता दें कि सिलाव प्रखंड के 127 शिक्षकों के कागजातों की जांच की जा रही है। वहीं लंबे समय से प्रतिनियुक्ति स्थल से अनुपस्थित गिरियक, इस्लामपुर व नूरसराय के 79 शिक्षकों के कागजात भी खंगाले जा रहे हैं। बिहारशरीफ प्रखंड के दो तथा सरमेरा प्रखंड के एक शिक्षक को नौकरी से हटाने की कार्रवाई चल रही है। इसके अलावा बिहारशरीफ के 10 अन्य शिक्षक भी रडार पर हैं। बिहारशरीफ प्रखंड के पलटपुरा व तिऊरी, नगरनौसा प्रखंड के कैला व रामपुर और अस्थावां प्रखंड के एक स्कूल में अर्से से अनुपस्थित शिक्षकों की भी जांच चल रही है। इन शिक्षकों पर कार्रवाई का निर्देश संबंधित बीईओ को दिया गया है।

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