सुसाइड से पहले फोन पर दरभंगा की महिला दारोगा का किससे हुआ था झगड़ा, मोबाइल में क्या छुपा है राज

वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने लक्ष्मी के शव के पास से उसका मोबाइल और इयर फोन को जब्त कर लिया। आशंका जताई जा रही है कि मोबाइल के अंदर लक्ष्मी की मौत का राज छुपा हुआ है।ऐसा प्रतीत हुआ है कि लक्ष्मी इयर फोन लगाकर किसी से बात कर रही थी।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 11 Dec 2021 12:47 PM (IST) Updated:Sat, 11 Dec 2021 12:47 PM (IST)
सुसाइड से पहले फोन पर दरभंगा की महिला दारोगा का किससे हुआ था झगड़ा, मोबाइल में क्या छुपा है राज
सात घंटे के बाद जब खोला गया कमरे का गेट तो फर्श पर मिला दारोगा का शव। फाइल फोटो

दरभंगा, जासं। विश्वविद्यालय थाने में तैनात दारोगा लक्ष्मी कुमारी की मौत की सूचना ने शुक्रवार की सुबह व सिर्फ पुलिस महकमा बल्कि पूरे शहर में सनसनी फैल गई। लोग आसानी से इस बात को नहीं पचा पा रहे थे कि दारोगा ने खुद को गोली मार ली है। हालांकि, अंदर से कमरे का बंद होना कई बातों की ओर इशारा कर रहा था। दरअसल लक्ष्मी जिस कमरे में रहती थीं, उसमें दो दारोगा थे। लक्ष्मी साढ़े दस बजे रात में ड्यूटी से वापस हुई। इसके बाद उनकी रूम पार्टनर दारोगा आरती कुमारी के ड्यूटी पर रवाना होते ही लक्ष्मी ने कमरे के गेट को अंदर से बंद कर लिया। ढाई बजे रात्रि में आरती वापस हुई। काफी आवाज दी, गेट नहीं खुला। आरती वापस थाना चली गई। सुबह के साढ़े पांच बजे फिर कमरे पर पहुंची। आवाज दी, फोन किया, गेट को पीटा। बावजूद कोई उत्तर नहीं मिला। पीछे की खिड़की से देखने पर लक्ष्मी फर्श पर गिरी मिली। इसके बाद कोहराम मच गया। कमरा बंद होने के सात घंटे के बाद गेट के ऊपर लगे शीशा को तोड़कर पुलिस वाले अंदर गए।

इसके बाद गेट को अंदर से खोला गया। कमरे में खून से लथपथ लक्ष्मी को फर्श पर गिरा देख कई महिला पुलिस पदाधिकारी दहाड़ मारकर रोने लगे। इधर, वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने लक्ष्मी के शव के पास से उसका मोबाइल और इयर फोन को जब्त कर लिया। आशंका जताई जा रही है कि मोबाइल के अंदर लक्ष्मी की मौत का राज छुपा हुआ है। इसकी जांच की जा रही है। शव देखने से ऐसा प्रतीत हुआ है कि लक्ष्मी इयर फोन लगाकर अपने मोबाइल से किसी से बात कर रही थी। इसी बीच उसने गोली मार ली। ऐसी स्थिति में पुलिस यह पता लगाने में जुटी है वह किससे बात कर रही थी। इसे लेकर तकनीकी सेल को भी लगाया गया है।

इधर, जांच के लिए पहुंची मुजफ्फरपुर की एफएसएल की टीम ने कमरे सहित शव की फोटोग्राफी की। घटना स्थल से खून के नमुने लिए। साथ में खोखा, पिस्टल आदि को जांच के लिए साथ ले गए। इस पूरी कार्रवाई में दस घंटे का समय लगा। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

स्वजनों ने कहा- की गई है हत्या, दरभंगा पुलिस ने नहीं दी सूचना

दारोगा लक्ष्मी कुमारी की मौत की खबर सुनकर पहुंचे स्वजनों ने दरभंगा पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है। पिता त्रिलोक प्रसाद साह, भाई दीपक कुमार, चचेरे भाई ङ्क्षचटू कुमार आदि ने कहा कि उनलोगों को दरभंगा पुलिस की ओर से घटना की जानकारी नहीं दी गई। राजगीर पुलिस में तैनात एक रिश्तेदार ने उन लोगों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद वे लोग दरभंगा पहुंचे। स्वजनों का कहना था कि लक्ष्मी ने खुदकुशी नहीं की है। बल्कि, उसकी हत्या हुई है। कहा - सर्विस पिस्टल ङ्क्षसगल शाट पर पाया गया है। जबकि, दूसरी गोली बैरल में पाया गया है। ऐसी स्थिति में यह संदिग्ध मामला प्रतीत होता है। उन लोगों के आने से पहले ही पुलिस वालों ने लक्ष्मी के सर्विस पिस्टल और मोबाइल को हटा दिया गया। कम से कम स्वजनों के आने का इंतजार किया जाता। लेकिन, ऐसा नहीं किया गया। स्वजनों ने कहा कि लक्ष्मी जिस भवन में रहती थी उसमें ऊपर-नीचे आठ कमरे हैं। सभी कमरों में पुलिस पदाधिकारी व पुलिस कर्मी रहते हैं। बावजूद, गोली की अवाज कोई नहीं सुन पाए। क्या यह संभव हो सकता है। ऐसी स्थिति में स्वजनों ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है।

मिलने आनेवाले थे माता-पिता, छुट्टी पर रहना चाहती थी लक्ष्मी

दारोगा लक्ष्मी की मौत के बाद पुलिस महकमा में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। हालांकि, कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। कुछ पुलिस वालों का कहना था कि शुक्रवार को लक्ष्मी के माता-पिता उससे मिलने के लिए आने वाले थे। इस कारण लक्ष्मी शुक्रवार को छुट्टी पर रहना चाहती थी। लेकिन, गुरुवार की रात ही उसका नाम ड्यूटी चार्ट पर चढ़ा दिया गया। हालांकि, इस विषय पर वरीय पुलिस पदाधिकारी कुछ बोलने से परहेज कर गए।एसोसिएशन ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग 

दरभंगा पुलिस एसोसिएशन ने दारोगा लक्ष्मी कुमारी की मौत की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। जिला सचिव विपुल कुमार ङ्क्षसह ने कहा कि इन दिनों पुलिस वाले काफी दबाव में काम कर रहे हैं। लगातार काम करने से सभी तनाव में रहते हैं। लक्ष्मी के स्वजनों अनुसार उसके ऊपर कोई पारिवारिक परेशानी नहीं थी। ऐसी स्थिति में लक्ष्मी की मौत के पीछे क्या कारण हो सकता यह पता लगाना जरूरी है। इसलिए एसोसिएशन पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। पूर्व में भी एक सिपाही की इस तरह से मौत हुई थी। मौके पर कोषाध्यक्ष रंजन कुमार आदि पदाधिकारी मौजूद थे।  

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