बालिका गृह भवन तोडऩे में औपचारिकता निभा रहा नगर निगम, निजी एजेंसी का किया जा रहा इंतजार

बालिका गृह भवन को ध्वस्त करने में लगे है एक सप्ताह से दो दर्जन मजदूर, प्रतिदिन निगम को व्यय करना पड़ रहा 20 हजार रुपये!

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 22 Dec 2018 04:49 PM (IST) Updated:Sat, 22 Dec 2018 04:49 PM (IST)
बालिका गृह भवन तोडऩे में औपचारिकता निभा रहा नगर निगम, निजी एजेंसी का किया जा रहा इंतजार
बालिका गृह भवन तोडऩे में औपचारिकता निभा रहा नगर निगम, निजी एजेंसी का किया जा रहा इंतजार

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एक सप्ताह से बालिका गृह भवन को तोड़ा जा रहा है लेकिन इसमें तेजी नहीं दिख रही है। भवन तो ध्वस्त करने में नगर निगम के मजदूर लगे हुए है। भवन को तोडऩे में प्रत्येक दिन निगम प्रशासन को 20 से 25 हजार रुपये व्यय करना पड़ रहा है। अब तक भवन को ध्वस्त करने पर करीब पौने दो लाख रुपये खर्च हो चुके है पर रिजल्ट सामने है। स्थिति ऐसी है कि नगर निगम निजी एजेंसी के इंतजार में बालिका गृह भवन को तोडऩे की महज औपचारिकता निभा रहा है। निगम के दो दर्जन मजदूर पिछले एक सप्ताह से भवन को ध्वस्त करने में लगे हैं।

भवन ध्वस्त करने में हो रही परेशानी

धनी आबादी एवं संकरी गली में स्थित चार मंजिले भवन को ध्वस्त करने में निगम आने वाले कठिनाइयों को देखते हुए निजी एजेंसी को यह जिम्मा देने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। एजेंसी के चयन के लिए निगम ने 15 जनवरी तक का समय दिया है। निगम के टैक्स दारोगा उमेश कुमार ने कहा कि सुरक्षा कारणों से भवन के एक-एक ईट को सावधानी से हटाया जा रहा है। आसपास घनी बस्ती होने के कारण ऐसा करना पड़ रहा है।  

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