मुजफ्फरपुर के प्रभात तारा के बाहर दूसरे दिन भी हंगामा, पूर्व प्राचार्य फिर पहुंचीं स्कूल

पूर्व प्राचार्य के विदाई समारोह की सूचना पर मिलने पहुंच गए कई लोग।मना करने पर करने लगे हंगामा पुलिस ने मामले को संभाला। पुलिस ने बताया कि होली क्रॉस संस्था की हेड यहीं मौजूद हैं। पूर्व प्राचार्य के परिवार के लोगों को इसकी सूचना देकर बुलाया जा रहा है।

By Ajit kumarEdited By: Publish:Tue, 29 Dec 2020 01:59 PM (IST) Updated:Thu, 31 Dec 2020 07:31 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के प्रभात तारा के बाहर दूसरे दिन भी हंगामा, पूर्व प्राचार्य फिर पहुंचीं स्कूल
अभ‍िभावक और पूर्व छात्राएं प्र‍िंस‍िपल के तबादले का व‍िरोध कर रही हैं। फोटो : जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। प्रभात तारा सीनियर सेकेंड्री स्कूल की पूर्व प्राचार्य मेरी रावत दूसरे दिन भी कुछ पूर्ववर्ती व वर्तमान छात्र-छात्रा के साथ और कुछ अभिभावक पहुंच गए। बहुत सारे लोगों को आते देख दरबान ने गेट को बंद कर दिया। जबकि बच्चे और अभिभावक पूर्व प्राचार्य से मिलना चाह रहे थे। जब उन्हें मिलने से मना किया गया तो वे वहां हंगामा करने लगे। इसकी सूचना काजीमोहम्मदपुर थाने को दी गई। इसके बाद पुलिस ने पहुंच कर स्थिति को काबू में किया। थानाध्यक्ष फारूख ने बताया कि कुछ लोगों को पूर्व प्राचार्य के विदाई समारोह की किसी ने सूचना दे दी थी। इसके कारण कुछ लोग उनसे मिलने पहुंच गए थे। बाद में उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि होली क्रॉस संस्था की हेड यहीं मौजूद हैं। पूर्व प्राचार्य के परिवार के लोगों को इसकी सूचना देकर बुलाया जा रहा है। 

 मालूम हो क‍ि प्रभात तारा स्कूल(सीबीएसई) में मंगलवार को प्राचार्य सिस्टर मेरी रावत के स्थानांतरण को लेकर पांच घंटे तक हंगामा हुआ। स्कूल गेट के बाहर अभिभावक और स्कूल की पूर्ववर्ती छात्राओं ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। जानकारी के अनुसार मेरी रावत ने सुबह करीब साढ़े 11 बजे स्कूल के वाट्सएप ग्रुप पर मैसेज कर अभिभावकों को साढ़े 12 बजे स्कूल पहुंचने को कहा। मैसेज में कारण में अर्जेंट लिखा गया। इसके बाद अभिभावक पहुंचे तो प्राचार्य बाहर खड़ी होकर अपनी समस्या साझा करने लगीं। इसपर अभिभावकों का गुस्सा प्रबंधन के खिलाफ फूट पड़ा। इसी बीच स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो गई। कुछ छात्राओं ने स्कूल के भीतर और गेट पर पत्थर भी फेंके। इससे वहां भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। 

विवाद को शांत कराने का प्रयास चलता रहा

हंगामा की सूचना मिलने पर काजीमोहम्मदपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन अभिभावक स्कूल के गेट के बाहर जमे थे। समझाने के बाद भी जब अभिभावक नहीं माने तो सूचना पर डीपीओ एसएसए अमरेंद्र पांडेय और एसडीओ पूर्वी डॉ.कुंदन कुमार मौके पर पहुंचे। प्रबंधन से बात करने के बाद स्थानांतरित प्राचार्य को पक्ष जानने के लिए बुलाया गया तो उनके समर्थक और अभिभावक भी साथ जाने लगे। पुलिस ने किसी तरह बल प्रयोग कर अभिभावकों को बाहर रोका और प्राचार्य को भीतर वार्ता के लिए लेकर गए। देर शाम तक प्रशासन स्कूल प्रबंधन और स्थानांतरित प्राचार्य के बीच विवाद को शांत कराने का प्रयास चलता रहा। 

प्राचार्य ने लगाया कमरा में बंद करने और जबरन ताला तोडऩे का आरोप  

स्थानांतरित प्राचार्य मेरी रावत ने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि साजिश के तहत उनका तबादला कर दिया गया है। साथ ही मंगलवार को उन्हें कमरे में बंद कर दिया गया और मारने की धमकी दी गई। इसकी सूचना प्रशासन को देने के साथ ही उन्होंने अभिभावकों से समर्थन मांगा। उनका कहना था कि एक दिन पूर्व ताला तोड़कर प्रबंधन ने उनके कागजात जब्त कर लिए। 

 

 अभिभावकों को उकसाने का आरोप

एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार ने कहा कि प्राचार्य मेरी रावत पिछले 12 वर्षों से यहां थीं। संस्थान की ओर से सामान्य प्रक्रिया के तहत उनका तबादला किया गया। उन्होंने अभिभावकों को मैसेज कर बुलाकर अनावश्यक हंगामा कराया। इस कारण विधि व्यवस्था बिगड़ी। इसके लिए उन्हें चेतावनी दी गई है। आगे से इस प्रकार की शिकायत आई तो प्राथमिकी होगी। साथ ही उन्हें पद खाली करने का निर्देश दिया गया। देर शाम तक वार्ता के बाद अब स्थिति सामान्य हो गई है।

होलीक्रॉस सोसाइटी की अध्यक्ष सिस्टर पुष्पिता ने कहा कि सिस्टर मेरी को प्राचार्य पद से छह बार स्थानांतरित किया गया लेकिन वे पद नहीं छोडऩा चाह रहीं। स्कूल के संचालन के लिए प्रबंधन ने नई प्राचार्य एनी जोश की नियुक्ति की है। नई प्राचार्य ने योगदान दे दिया है लेकिन मेरी रावत कमरा नहीं खोल रहीं थीं। ऐसे में कमरे का ताला तोड़कर नई प्राचार्य को प्रभार दिया गया। मेरी रावत से कोई गलत व्यवहार नहीं किया गया है। उनकी ओर से हंगामा करने, अभिभावकों को मैसेज करने और उकसाने के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाएगी। 

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