नींद-चैन छीन रहे मच्छर, आराम से सो रहे अफसर

मच्छरों ने लोगों की नींद उड़ा दी है, उनका सुकून छीन लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Aug 2018 08:00 AM (IST) Updated:Mon, 20 Aug 2018 08:00 AM (IST)
नींद-चैन छीन रहे मच्छर, आराम से सो रहे अफसर
नींद-चैन छीन रहे मच्छर, आराम से सो रहे अफसर

मुजफ्फरपुर। मच्छरों ने लोगों की नींद उड़ा दी है, उनका सुकून छीन लिया है। साथ ही मलेरिया, कालाजार, डेंगू और जापानी इंसेफेलाइटिस जैसी घातक बीमारी भी फैला रहे हैं। इनपर नियंत्रण की जिम्मेदारी नगर निगम की है, लेकिन उसको परवाह तक नहीं। वहां के अधिकारी और कर्मी गहरी नींद सो रहे हैं। निगम क्षेत्र के लगभग 60 हजार मकानों में रहनेवाले करीब पांच लाख से अधिक लोग मच्छरों के दंश से परेशान हैं। वार्ड पार्षद भी इनके प्रकोप को लेकर गंभीर नहीं हैं। निगम के एजेंडे में शामिल होने के बाद भी इस ओर अधिकारी गंभीर नहीं हैं।

एक महीना पूर्व चलाया गया था विशेष अभियान

नगर निगम क्षेत्र के वार्डो से मच्छर की समस्या को दूर करने के लिए एक महीना पूर्व निगम ने फॉगिंग अभियान चलाया था। इस दौरान हर दिन तीन वार्डो में फॉगिंग की गई थी। निगम के पास फिलहाल तीन फॉगिंग मशीनें हैं।

वैकल्पिक व्यवस्था से राहत नहीं

मच्छरों से निजात के लिए वैकल्पिक उपायों को अपनाया जा रहा है। इनमें अगरबत्ती, टिकिया, क्वायल, स्प्रे, लोसन व रसायनयुक्त अन्य साधन हैं जो लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर डालते हैं। रसायनों का धुआ न सिर्फ लोगों की आखों को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि स्वास्थ्य व त्वचा संबंधी रोगों का कारण बन रहा है। इसके बाद भी इन साधनों से मच्छरों से राहत नहीं मिल रही।

इतिहास

1897 में ब्रिटिश डॉक्टर रोनाल्ड रॉस ने खोज की थी कि मादा मच्छर मलेरिया पैरासाइट्स की वाहक होती हैं। मच्छरों के माध्यम से मलेरिया, डेंगू व जिका जैसी बीमारियां होती हैं। रोनाल्ड रॉस को उनकी इस खोज के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस खोज के लिए हर साल अगस्त महीने की 20 तारीख को विश्व मच्छर दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। मच्छर उन्मूलन को लेकर नगर निगम गंभीर है। वार्डो में फॉगिंग अभियान चलाया गया था। आगे भी चलाया जाएगा।

सुरेश कुमार, मेयर

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