महासंयोग में शुरू होगा सावन मास

सावन और देवाधिदेव महादेव का गहरा नाता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Jul 2018 06:00 AM (IST) Updated:Fri, 20 Jul 2018 06:00 AM (IST)
महासंयोग में शुरू होगा सावन मास
महासंयोग में शुरू होगा सावन मास

मुजफ्फरपुर। सावन और देवाधिदेव महादेव का गहरा नाता है। इस साल सावन बेहद खास भी है। जानकार बताते हैं कि संक्रांति की गणना से सावन का महीना 16 जुलाई से ही शुरू हो गया है, लेकिन पूर्णिमा की गणना के अनुसार, 28 जुलाई से शुरू होगा। सावन की पहली सोमवारी 30 जुलाई को होगी। पंडितों के मुताबिक, इस सावन में बेहद दुर्लभ संयोग बन रहा है। पंचांग के अनुसार, इस साल सावन का महीना 30 दिन होने का कारण अधिकमास है। इस साल ऐसा महासंयोग बन रहा है जिसमें पूजा-अर्चना करने का कई गुना अधिक फल मिलेगा। शनिवार से सावन का शुरू होना बेहद शुभ बताया जा रहा है। यह 28 जुलाई से शुरू होकर 26 अगस्त तक रहेगा। उमेश नगर, जीरोमाइल के नीरज बाबू बताते हैं कि यूं तो प्रत्येक मास अपने आप में कुछ न कुछ खूबियों से भरा होता है, किंतु श्रावण मास शिव भक्तों के कल्याण और उनके ताप व संताप को मिटाने के लिए सर्वोत्तम होता है। इस माह में की गई भगवान शिव की पूजा कभी निष्फल नहीं जाती और व्यक्ति को अनन्त गुना फल मिलता है। इस बार सावन में 4 सोमवार होना और सभी सोमवारी के दिन खास योग होना, महासंयोग माना जा रहा है। इस साल सावन के पहले सोमवार यानी 30 जुलाई को सौभाग्य योग बन रहा है। घनिष्ठा नक्षत्र और द्विपुष्कर योग का भी संयोग बना है। आचार्य पं.अभिनय पाठक बताते हैं कि भगवान शिव को भक्त की पूजा से जल्दी प्रसन्न हो जाने के कारण आशुतोष भी कहा गया है। सावन में उनकी पूजा दूध, दही, मधु, चावल, पुष्प, गंगाजल आदि से करनी चाहिए। सावन सोमवार के दिन व्रत रखने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धि आती है। रोग नाश, शत्रु नाश, ऐश्वर्य प्राप्ति, विजय, समृद्धि आदि के लिए अलग-अलग सामग्री से भगवान शिव के अभिषेक का विधान है। जिससे व्यक्ति अपनी सभी मनोकामना पूर्ण कर सकता है।

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