Samastipur: सदर अस्पताल का कोरोना वार्ड, परिजन खुद कर रहे संक्रमितों की देखभाल

Samastipur Coronavirus News Update अव्यवस्था सदर अस्पताल में डॉक्टर नर्स व अन्य स्वास्थ्यकर्मी सही से नहीं कर रहे ड्यूटी। सदर अस्पताल में हर जगह अव्यवस्था का आलम कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं। कोविड वार्ड के सामने बरामदे पर खुले में खाना खाते है संक्रमित मरीज के परिजन।

By Murari KumarEdited By: Publish:Wed, 28 Apr 2021 05:17 PM (IST) Updated:Wed, 28 Apr 2021 05:17 PM (IST)
Samastipur: सदर अस्पताल का कोरोना वार्ड, परिजन खुद कर रहे संक्रमितों की देखभाल
सदर अस्पताल में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर स्थित कमरे में संक्रमित मरीज के साथ उनके परिजन।

समस्तीपुर [प्रकाश कुमार]।  सदर अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों की इलाज के लिए डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर मरीजों के साथ-साथ उनके परिजनों के भी जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां गंभीर मरीजों को वेंटिलेटर तक की सुविधा नहीं मिल रहा है। कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल भी उनके परिजनों को ही करनी पड़ रही है। परिजन बेरोकटोक वार्ड के अंदर व बाहर करते दिखे। इससे वह अन्य लोगों को भी संक्रमित कर सकते है। अस्पताल में संक्रमितों का सही इलाज तो दूर, यहां कोरोना प्रोटोकॉल के मामूली नियमों का भी पालन नहीं किया जा रहा है। परिजनों को खुद संक्रमितों की देखभाल करनी पड़ रही है। कोरोना संक्रमित मरीज के परिजन कक्ष के सामने ही बरामदे पर बैठ कर खाना भी खा रहे है।

जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। दूसरी ओर लोग सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं। वहीं, प्रशासनिक स्तर पर भी किसी तरह की निगरानी नहीं हो रही है। जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में भले ही कोरोना मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था की गई हे, लेकिन यहां हर जगह अव्यवस्था का आलम है।

सदर अस्पताल में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर के मुख्य द्वार के सामने लगा कचरे का अंबार।

कोविड वार्ड में आने-जाने पर कोई रोक नहीं

दैनिक जागरण के संवाददाता ने जब सदर अस्पताल परिसर का जायजा लिया, तो यहां वार्ड के ग्राउंड फ्लोर के मेन गेट पर न तो कोविड डेस्क बना था और नही कहीं थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था थी। अस्पताल में कोविड प्रोटोकाल का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन किया जा रहा था। कोविड वार्ड में परिजन बेरोकटोक अंदर-बाहर कर रहे थे। आने-जाने वाले लोगों के लिए न तो कोई रजिस्टर था और न ही शारीरिक दूरी का पालन कराया जा रहा था। अस्पताल में चारों तरफ अव्यवस्था फैली थी। इसको लेकर न तो मरीज के परिजन गंभीर दिखे और न ही वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मी। कोविड वार्ड के बाहर निकलकर सभी आसपास के दुकानों में भी जा रहे है। दुकानों से दवा, बिस्कुट, पानी आदि सामान खरीदते है। इससे दूसरे लोग भी संक्रमित हो सकते हैं।

सदर अस्पताल में कोविड वार्ड के बाहर बरामदे पर खाना खाते संक्रमित मरीज के परिजन।

कोविड वार्ड के अंदर व बाहर दिखी गंदगी

कोविड वार्ड में गंभीर मरीज दाखिल होते हैं। लेकिन यहां साफ-सफाई का ख्याल न तो परिजन कर रहे हैं और न ही स्वास्थ्य कर्मी। इससे यहां संक्रमण का खतरा बना रहता है। यहां परिजन भी गंदगी फैला रहे है। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि कोविड वार्ड के बाहर ही खुले में पीपीई किट, मास्क, ग्लब्स व अन्य सामग्री फेंकी हुई दिखी। वार्ड के बाहर गंदगी का अंबार लगा हुआ था।

कोविड वार्ड के सामने कर्मियों का आवास

डेडिकेडेड कोविड हेल्थ सेंटर के सामने ही सदर अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों का भी आवास है। इसके अलावा ड्रग, व कुष्ठ विभाग का कार्यालय के साथ-साथ प्रतिरक्षण विभाग का स्टोर, डायलिसिस सेंटर व ब्लड बैंक भी संचालित हो रहा है। सबसे अधिक परेशानी को स्वास्थ्य कर्मियों के परिजनों को हो सकती है। पीपीई किट व अन्य सामग्री खुले में फेंके जाने से उनके परिजन भी संक्रमित हो सकते है।

  सदर अस्पताल में ओपीडी के बाहर पीपीई किट व अन्य सामग्री में लगाई गई आग।

ओपीडी के बाहर भी पीपीई किट में लगाई गई आग

ओपीडी के मुख्य द्वार के सामने ही पीपीई किट व अन्य सामग्री फेंक कर उसमें आग लगाई जा रही है। प्रशासनिक कुव्यवस्था के कारण इसके समुचित निस्तारण के बदले आम लोगों भी संक्रमित हो सकते हैं। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि ओपीडी में प्रत्येक दिन सैकड़ों की संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे है। फिर भी अस्पताल प्रशासन इस ओर अनदेखी कर रहा है।

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