खंडहर सड़क और जर्जर बिजली के तार बेरूआ पंचायत की बन रहे पहचान

प्रखंड मुख्यालय से 15 किमी उत्तर दिशा में मोतीपुर प्रखंड सीमा से सटी बेरूआ पंचायत में मूलभूत सुविधाओं से भी लोग जूझ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Oct 2018 09:50 AM (IST) Updated:Thu, 18 Oct 2018 09:50 AM (IST)
खंडहर सड़क और जर्जर बिजली के तार बेरूआ पंचायत की बन रहे पहचान
खंडहर सड़क और जर्जर बिजली के तार बेरूआ पंचायत की बन रहे पहचान

मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। मैं प्रखंड मुख्यालय से 15 किमी उत्तर दिशा में मोतीपुर प्रखंड सीमा से सटी बेरूआ पंचायत बोल रही हूं। बदहाल स्वास्थ्य सेवा, खंडहर सड़क, जर्जर बिजली तार, बड़े नेताओं की अपेक्षा मेरी पहचान है। मैं बेरोजगारी, अशिक्षा, गरीबी, बदहाली आदि से जूझ रही हूं। अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र पगहिया ऐमा में दो- तीन वर्षो से डॉक्टर का लोगों ने चेहरा तक नहीं देखा। एएनएम भी लेटलतीफ सेंटर पर पहुंचती हैं। स्वास्थ्य जाच के लिए 15 किमी सरैया या 30 किमी मुजफ्फरपुर जाना पड़ता है। चौपाल में प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित करने की माग उठी। लोगों ने कहा कि डीएम को सूखाग्रस्त घोषित को लेकर ज्ञापन दिया जाएगा। सिंचाई की व्यवस्था खास्ताहाल है। निजी पंपसेट पर ही लोग आधारित हैं। खंडहर व जर्जर सड़क को लेकर लोगों ने गुस्से का इजहार किया। तिलबिहटा मेन सड़क से मोहना बाजार तक जाने वाली सड़क गढ्डे में तब्दील हो चुकी है जिसको लेकर नाराजगी प्रकट की। मुख्य सड़क भी आजतक नहीं बन सकी। बरसात में सड़क बंद हो जाती है। खैरा से रामपुर डोमन जाने वाली सड़क जर्जर के निर्माण की जरूरत पर चर्चा हुई। संपर्क सड़क उत्क्रमित मध्य विद्यालय तिलबिहटा को जोड़ती है जो सीओ की उदासीनता से नहीं बन रही है जबकि अधिग्रहित जमीन का भुगतान कर दिया गया है। सैकड़ों गरीब राशन-केरोसिन से वंचित हैं। राशन कार्ड को लेकर प्रखंड का चक्कर काट-हार कर लोग बैठ गए। राशन कार्ड नहीं बनने पर लोगों ने नाराजगी प्रकट की। जर्जर 11 केबी बिजली तार काफी नीचे लटक रहा है जिससे लोग भयभीत हैं। तार टूटकर गिरने से कई लोग जख्मी तथा एक मवेशी की मौत हो चुकी है। पगहिया में 70 परिवार पर एक छोटा ट्रासफॉर्मर है जो लोड नहीं ले रहा है। बिजली मीटर के लिए 160 लोगों ने आवेदन दिया जिसमें मात्र 20 को ही मीटर मिला। इतना ही नहीं, गैस कनेक्शन को लेकर 155 लाभुकों ने आवेदन दिया, लेकिन अबतक इसका लाभ नहीं मिला। शौचालय निर्माण की अनुदान राशि का भुगतान नहीं होने का मामला लोगों ने उठाया। पंचायत में उच्च विद्यालय नहीं होने का खामियाजा यहां के लोगों को भुगतना पड़ता है। मोतीपुर प्रखंड के उच्च विद्यालय में जाना पड़ता है। शिक्षा का हाल काफी खराब है। पंचायत में शिक्षक लेटलतीफ आते हैं। मध्याह्न भोजन भी नियमित नहीं बनता। पोशाक राशि व छात्रवृत्ति की राशि नहीं मिलने का भी मामला उठा। पंचायत के कई सीएसपी संचालक पर रुपये हेराफेरी का आरोप लोगों ने लगाया। भोली भाली जनता सीएसपी संचालक के शिकार हो रहे हैं। दिव्यांग व वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिलने का भी मुद्दा उठाया गया।

पंचायत एक नजर में

प्राथमिक विद्यालय 4

मध्य विद्यालय 4

आगनबाड़ी केंद्र 8

जविप्र दुकान 3

मदरसा 1

जनसंख्या 13000

मतदाता 6700

उपस्वास्थ्य केंद्र 2

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 1

चौपाल में हुए शामिल

अशोक कुमार यादव, उपमुखिया विजय कुमार, रामसागर राय, हरेंद्र ठाकुर, अभय कुमार, अमित कुमार, कन्हैया कुमार, रामबाबू राम, अशर्फी ठाकुर, अब्दुल रउफ, संजय कुमार सिंह, राजेश्वर सहनी, मो मेनहाज, धनंजय कुमार, जानकी देवी, मीना देवी, पानो देवी, अवधेश राय, सुरेंद्र सिंह, विश्वनाथ राय, ललन ठाकुर, चंदा देवी, लखींद्र राम, मुन्ना आदि। 15 वर्षो तक पंचायत की विकास राशि कागज पर ही खर्च हुई। मेरे मुखिया बनने के बाद आनन- फानन में पंचायत की 14 लाख रुपये की निकासी कर ली गई जिसके खर्च का कोई लेखा- जोखा आजतक नहीं मिला। डीएम व डीडीसी को इससे अवगत कराया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पंद्रह साल बनाम दो साल की तुलना बेहतर करने का प्रयास किया है। पंचायत के छह वार्ड में जल नल योजना का कार्य चल रहा है। सड़क, पीसीसी, सोलिंग, गली- नाली कार्य की है। जरूरतमंदों को पेंशन भी दिलवाया। प्रधानमंत्री आवास का भी लाभ लोगों को दिया है। पंचायत में स्वास्थ्य सेवा बदहाल है। शीघ्र सेवा शुरू नहीं हुई तो जनता को लेकर सड़क पर उतरेंगे। स्वास्थ्य, शिक्षा व विकास बेहतर हो, हमारी प्राथमिकता है।

अशफाक आलम, मुखिया

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