थ्योरी में नहीं प्रैक्टिल में दिखना चाहिए परफॉर्मेस

मुजफ्फरपुर । क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान के निरीक्षण के दौरान पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक एलस

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 May 2018 10:37 AM (IST) Updated:Thu, 24 May 2018 10:37 AM (IST)
थ्योरी में नहीं प्रैक्टिल में दिखना चाहिए परफॉर्मेस
थ्योरी में नहीं प्रैक्टिल में दिखना चाहिए परफॉर्मेस

मुजफ्फरपुर । क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान के निरीक्षण के दौरान पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक एलसी त्रिवेदी ने प्रशिक्षणार्थियों को तत्परता से पढ़ाने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि परफॉर्मेंस थ्योरी में नहीं प्रैक्टिली दिखना चाहिए। प्रशिक्षण संस्थान में घूमकर एक-एक चीज को गौर से देखा और उसको हाईटेक करने पर जोर दिया। कहा कि संस्थान में रेलकर्मियों को उच्चस्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त होगा। रेल यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए सिग्नल प्रणाली का आधुनिकीकरण जरूरी है। प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षित सिग्नल विभाग के अधिकारी व कर्मचारी दुर्घटनारहित रेल संचलन एवं शून्य सिग्नल विफलता लाने में सफल होंगे। उम्मीद करते हैं कि यह प्रशिक्षण संस्थान अन्य क्षेत्रीय रेलवे के लिए अनुकरणीय होगा।

प्राचार्य की वित्तीय क्षमता बढ़ाई

जीएम ने प्राचार्य की वित्तीय क्षमता साढ़े चार हजार से बढ़ाकर 50 हजार कर दी। प्राचार्य का कोटेशन पॉवर पूछकर उन्होंने कहा कि चार लाख तक कोटेशन पॉवर हैं तब तो आप कोई चीज इसके आधार पर हायर करने के लिए अधिकृत हैं। पैसे की कोई कमी नहीं है, जहां जो जरूरी लगे आउटसोर्स करिए।

डर क्यों रहे हो बताओ भाई

क्लासरूम में प्रशिक्षणार्थियों से जीएम रूबरू हुए तो छात्र-छात्राएं कुछ घबराए। उन्होंने कहा कि डर क्यों रहे हो भाई बताओ आप सबने क्या पढ़ाई की और क्या कुछ जानते हो? उन्होंने एक-एक कर कई सवाल पूछे। छात्र जवाब देने में लड़खड़ाए तो उन्होंने कहा कि विषय-वस्तु को अच्छी तरह समझिए। संरक्षा, सुरक्षा के गुर सीखिए और दुर्घटना बचाइए। प्राचार्य ने बताया कि 75 दिनों के कोर्स में अभी 25 दिन ही हुए हैं। इन्हें बेसिक चीजें ही बताई गई हैं। प्रत्येक शनिवार को हम इनकी कक्षाएं लेते हैं। सोमवार को इंस्ट्रक्टर हमें रिपोर्ट करते हैं और जिनके अंक कम रहते हैं उन्हें बुलाकर आवश्यक निर्देश दिए जाते हैं। अनुरक्षण व इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग पर भी जोर दिया।

जीएम ने सुविधा बढ़ोतरी पर दिया जोर

संस्थान में लड़कियों के लिए अलग हॉस्टल, शौचालय-बाथरूम, भवन व बाउंड्रीवाल के निर्देश दिए। संस्थान के पीछे जोगियामठ वाले हिस्से के अतिक्रमण के सवाल पर उन्होंने कहा कि जितनी जगह अधिग्रहित है उसे कब्जे में कर उसपर बाउंड्री कराएं। प्रशिक्षणार्थियों के लिए व्हाइट बोर्ड, चॉक-डस्टर हटाकर इंटरैक्टिव स्क्रीन की व्यवस्था के साथ इंस्ट्रक्टरों को लैपटॉप देने के निर्देश दिए।

ये थे मौजूद

निरीक्षण के दौरान एडीआरएम सोनपुर पीके सिन्हा, मुख्य परिचालन प्रबंधक समीर कुमार, एडीआरएम संजय सिंह, सीनियर डीसीएम को-ऑर्डिनेशन जावेद, सीओएम एसके झा, सीपीओ शैलेंद्र कुमार, प्राचार्य आरबीके सिंह, इंस्ट्रक्टर एसएम सिंह, एसके कौशिक, आशुतोष कुमार, एईएन सुरेंद्र मिश्रा, आरपीएफ इंस्पेक्टर वेदप्रकाश वर्मा, एएसआइ सुजीत मिश्रा आदि मौजूद थे।

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