मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेलखंड पर ट्रेनों के परिचालन की इस नई व्यवस्था को एक बार जरूर चेक करें
Muzaffarpur News हरिनगर-चमुआ स्टेशन के बीच नान इंटरलाकिंग की जांच करेंगे सीआरएस। डायवर्ट रुट से दिल्ली गई सप्तक्रांति एक्सप्रेस दूर से आने वाले यात्रियों को हुई परेशानी। देहरादून-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस आज वापसी में छपरा के रास्ते आएगी ।
मुजफ्फरपुर, जासं। मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेलखंड पर हरिनगर-चमुआ स्टेशन के बीच नान इंटरलाकिंग का कार्य बुधवार को समाप्त हो जाएगा। इस बीच रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त इसकी जांच करेंगे। हरिनगर-चमुआ स्टेशन के बीच लाइन फिट का आदेश देने के बाद नरकटियागंज रेल रुट की डायवर्ट सभी ट्रेनें गुरुवार से चलने लगेगी। इसकी तैयारी काफी जोर शोर से चल रही है। सप्तक्रांति सुपर फास्ट एक्सप्रेस बुधवार को भी नरकटियागंज रुट के बदले हाजीपुर, छपरा मार्ग से दिल्ली गई। इसके अलावा 19038 बरौनी-बांद्रा एक्सप्रेस भी हाजीपुर, छपरा होकर गई। 12538 देहरादून-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस बुधवार को वापसी में गोरखपुर-छपरा मुजफ्फरपुर के रास्ते आएगी। मुजफ्फरपुर जंक्शन से दोपहर में साढ़े तीन बजे खुलने वाली 05095 मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज पैसेंजर कैंसिल रही।
जंक्शन पहुंचने के चक्कर में ट्रेन छूटने का लग रहा था डर
सप्तक्रांति एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों का रुट अचानक डायवर्ट हो जाने से सैकड़ों रेल यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मोतिहारी के रहने वाले रेल यात्री रमेश कुमार ने बताया कि मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंचने में उनको डेढ़ सौ रुपये अतिरिक्त खर्च करना पड़ा। बेतिया से यहां ट्रेन पकडऩे पहुंचे रत्नेश कुमार ने बताया कि उनको दो सौ रुपये से अधिक खर्च हो गए। उन्होंने कहा कि गांव से सीधे स्टेशन पहुंच जाते थे इसमें समय की बचत होती थी। मुजफ्फरपुर से ट्रेन पकडऩे में गांव से एनएच पर आकर पहले बस पकड़े, मुजफ्फरपुर बैरिया में उतरने पर आटो पकड़ कर जंक्शन पहुंचे। ट्रेन छूटने का भी डर लग रहा था। सामान लेकर बस से आने में परेशानी हुई। इस तरह से अन्य कई यात्रियों को सुबह में पूर्वी व पश्चिमी चंपारण से आने में टिकट के अलावा अधिक पैसे खर्च हो गए।
रेस्क्यू आपरेशन में जिले से जुड़ी कंपनी का जहाज था शामिल
औराई (मुजफ्फरपुर), संवाद सहयोगी : मुंबई से करीब 92 किलोमीटर दूर ओएनजीसी के सागर किरण तेल रिंग के पास मंगलवार की दोपहर 12 बजे आठ यात्रियों को ले जा रहा पवन हंस का एक हेलीकाप्टर अरब सागर में गिर गया। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। चार लोगों को बचा लिया गया। इस रेस्क्यू आपरेशन में मुजफ्फरपुर जिला निवासी राजेश शाही के जहाज की भी भूमिका रही। बताया गया कि ओएनजीसी के छह कर्मचारी और दो पायलट को ले जा रहे हेलीकाप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उन्हें बचाने के लिए ओएनजीसी, भारतीय नौसेना,भारतीय तटरक्षक बल और अपतटीय आपूर्ति पोत ने आपरेशन शुरू किया। ओएनजीसी काअपतटीय आपूर्ति पोत मालवीय-16 और तेल रिंग सागर किरण की एक नाव भी इसमें शामिल थे। विदित हो कि ्रऔराई प्रखंड के शाही मीनापुर गांव निवासी राजेश शाही के आठ जहाज मुंबई के समुद्र में चलते हैं। उनकी कंपनी ग्लोरी शिप मैनेजमेंट के जहाज और उसपर मौजूद लोगों ने भी रेस्क्यू आपरेशन में भाग लिया।