Muzaffarpur News: प्रधान डाकघर कर्मी की जहरीली चीज से हुई थी मौत, 11 वर्षों से फरार चल रहे आरोप‍ित

पूर्वी चंपारण के मेहसी में छापेमारी कर नगर थाने की पुलिस ने आरोपित को किया गिरफ्तार। पूछताछ के बाद भेजा गया जेल अन्य आरोपित की तलाश में चल रही छापेमारी। केस के जांच अधिकारी दारोगा सुनील पंडित ने बताया कि घर से ही आरोपित की गिरफ्तारी हुई है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Fri, 27 May 2022 09:11 AM (IST) Updated:Fri, 27 May 2022 09:11 AM (IST)
Muzaffarpur News: प्रधान डाकघर कर्मी की जहरीली चीज से हुई थी मौत, 11 वर्षों से फरार चल रहे आरोप‍ित
पोस्टमार्टम व एफएसएल रिपोर्ट में जहरीला पदार्थ एल्युमीनियम फास्फाइड (सल्फास) से मौत की बात आई।

मुजफ्फरपुर, जासं। कंपनीबाग स्थित प्रधान डाकघर कर्मी करजा रसूलपुर के उपेंद्र ठाकुर की हत्या में करीब 11 वर्षों से फरार आरोपित को नगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित जगदीश राम सेवानिवृत्त डाककर्मी है। पूर्वी चंपारण के मेहसी थाने के मझौलिया का निवासी है। केस के जांच अधिकारी दारोगा सुनील पंडित ने बताया कि घर से ही आरोपित की गिरफ्तारी हुई है। पूछताछ के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

अभी भी छह आरोपित है फरार

इस मामले में पहले पीएंडटी चौक स्थित वरीय डाक अधीक्षक कार्यालय में सहायक डाक अधीक्षक के पद पर तैनात वैशाली युसुफपुर निवासी लाल बहादुर सिंह को गिरफ्तार किया गया था। कार्यालय से ही आरोपित की गिरफ्तारी हुई थी। अभी भी इस मामले में छह आरोपित फरार है। इन सभी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी है। सनद रहे कि वर्ष 2011 में डाककर्मी बोलेरो से एक समारोह में पटना गए थे। लौटने के दौरान उपेंद्र ठाकुर की तबीयत बिगड़ गई। उनके साथ आठ कर्मी और उस पर सवार थे। उपेंद्र को बोलेरो से प्रधान डाकघर पर उतारकर अन्य लोग अपने-अपने घर चले गए। सुबह में उनकी मौत की जानकारी मिलने के बाद स्वजन पहुंचे और प्राथमिकी दर्ज कराई।

सल्फास से मौत की बात आई सामने

पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम व एफएसएल रिपोर्ट में जहरीला पदार्थ एल्युमीनियम फास्फाइड (सल्फास) से मौत की बात आई। इसके बाद हत्या मामले में आठ कर्मियों की संलिप्तता बताते हुए गिरफ्तारी का आदेश जारी किया गया, लेकिन पूर्व के जांच अधिकारियों ने कार्रवाई में रुचि नहीं ली। नतीजा सभी आरोपित बचते रहे। बताते चलें कि पिछले दिनों पटना से आए एडीजी (एटीएस) रवींद्रण शंकरण ने नगर थाने का निरीक्षण किया था। समीक्षा बैठक में वर्षों से लंबित पड़े दो दर्जन से अधिक पुराने मामले में फरार आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर चेतावनी दी थी। इसके बाद से फरार आरोपितों की गिरफ्तारी तेज की गई।  

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