निरंतर श्रम व नायाब सोच से समस्तीपुर की किरण को मिली राज्यस्तरीय पहचान
पिता के परंपरागत कला को अपनाकर किरण को मिला मुकाम। ताजपुर के हरिशंकरपुर बघौनी की रहने वाली है किरण। टाइटेनिक जहाज की है सर्वाधिक मांग। किरण लैंपपेन स्टैंड गुलदस्ता बैग फाइल ट्रे टाइटेनिक जहाज ताजमहल आदि बांस व बेंत का समान बना चुकी हैंं।
समस्तीपुर, जासं। बेंत कला में पूरे राज्य में परचम लहराने वाली कुमारी किरण समस्तीपुर की हैं। ताजपुर प्रखंड के हरिशंकरपुर बघौनी पंचायत की कुमारी किरण को राज्य स्तरीय प्रतिभा पुरस्कार के लिए उद्योग विभाग ने चयनित किया है।उन्हें यह पुरस्कार राज्य सरकार मार्च महीने के अंत में देगी। वैशाली जिले के महनार ,पलवारिया गांव निवासी किरण के पिता स्व. सीताराम मल्लिक भी बेंत कला के बहुत बड़े कलाकार थे। उन्हीं की प्रेरणा से उनकी बेटी भी आज इस कला में परचम लहरा रही है। लैंप,पेन स्टैंड, गुलदस्ता, बैग, फाइल, ट्रे, टाइटेनिक जहाज, ताजमहल आदि बांस व बेंत का समान बना चुकी किरण बताती है कि इनके द्वारा बनया गया टाइटेनिक जहाज अब तक सर्वााधिक डिमांड वाला आइटम बन चुका है।
वर्तमान में किरण ने ताजमहल का निर्माण किया
दिल्ली ,कलकत्ता,पटना के व्यापारी तक इसका आर्डर देते हैं। वर्तमान में किरण ने ताजमहल का निर्माण किया है।किरण की कला से प्रभावित हो कर जिला उद्योग केंद्र ने दस लाख रुपये का ऋण मुहैया कराया है। इस राशि से उसने एक शेड का निर्माण किया है। कई मशीनों की भी खरीदारी की है। कटर मशीन, सिलाई मशीन, पौलिस मशीन, ग्राइंडर के सहारे अब उसके निर्माण की क्षमता भी बढ़ चुकी है।
कई मेले में स्टॉल लगा चुकी है किरण
कुमारी किरण बहुत सारे मेले में अपना स्टॉल लगा चुकी है। कुछ दिनों बाद वह दिल्ली एवं नोएडा भी जाएगी। वहां के मेले में भी अपना स्टाल लगाएगी। अपनी लगातार सफलता से प्रेरित होकर कुमारी किरण ने अपनी एक कंपनी भी खोली है। इसका निबंधन भी करा चुकी है।
आय बढ़ाने के साथ विपणन की भी जिम्मेवारी
किरण बताती है कि बेंत कला से उसे करीब पचास हजार से एक लाख रुपये की आय तक हो जाती है। ऋण मिलने और कंपनी के रजिस्टर्ड हो जाने के बाद अब उसे विस्तार देने की योजना है। निर्माण के लक्ष्य में वृद्धि करना और उसका अधिक से अधिक विपणन करना ही किरण का एकमात्र लक्ष्य रह गया है।
मुख्यमंत्री को भी भेंट कर चुकी है टाइटेनिक जहाज
बांस से बनायी गई सामग्री में सबसे ज्यादा फेमस टाइटेनिक जहाज रहा। मार्केट में भी उसका काफी डिमांड है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी वह टाइटेनिक जहाज भेंट कर चुकी है। कुछ दिनों पहले वह पटना में बांस से जल जीवन हरियाली पे आधारित एक शो फ्रेम बनाई थी। जिसमें जल ,जीवन,मकान,स्वच्छता,हरियाली आदि को बांस से बनाये गए कला को प्रदर्शित की थी। उद्योग विभाग ने इसकी काफी सराहना की। उसे वही रख लिया गया। उसी से उसका चयन पुरस्कार के लिए किया गया।