Ramadan 2020: चांद का आज रहेगा इंतजार, हुआ दीदार तो कल से रमजान

घर पर ही परिवार के सदस्यों के साथ तरावीह और पांच समय की पढ़ें नमाज खरीदारी के समय शारीरिक दूरी का करें पालन। देशहित प्राथमिकता सामूहिक नमाज-इफ्तार से करें परहेज।

By Murari KumarEdited By: Publish:Fri, 24 Apr 2020 04:21 PM (IST) Updated:Fri, 24 Apr 2020 04:21 PM (IST)
Ramadan 2020: चांद का आज रहेगा इंतजार, हुआ दीदार तो कल से रमजान
Ramadan 2020: चांद का आज रहेगा इंतजार, हुआ दीदार तो कल से रमजान

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। माह-ए- रमजान कब से शुरू होगा इसका फैसला शुक्रवार को होगा। 29 तारीख होने से उलेमाओं ने शुक्रवार को चांद देखने की अपील की है। चांद नजर आया तो शनिवार को पहला रोजा होगा। नहीं तो मुस्लिम समुदाय रविवार से रोजा रखेंगे। मदरसा जाम-ए-उल उलूम के मोहतमिम हाजी मौलाना आले हसन, खानकाह व इदारे तेगिया के सज्जादानशीं अल्हाज शाह अलवीउल कादरी समेत कई उलेमाओं ने कहा कि शुक्रवार को चांद नजर आया तो शनिवार से रोजा रखा जाएगा। 

चांद के एलान का इस्लामी कानून

उलेमाओं ने कहा कि चांद खुद देखने की कोशिश करनी चाहिए। यह बड़ा शबाब है। नजर आने के बाद औरों को भी दिखाएं व गवाही दें। बताया कि परहेजगार व मुत्तकी व्यक्ति की गवाही ही जायज है। झूठ बोलने वाला, शराब पीने वाला, दूसरे की बुराई करने वाला, ईष्र्या करने वाले आदि की गवाही नहीं मानी जाएगी। 

बाजार की रौनक गायब, खरीदार भी कम

लॉकडाउन में रमजान के बाजार की रौनक भी गायब हो गई है। खाद्य सामग्री की महंगाई ने भी इस पर असर डाला है। खजूर की दुकानों पर भी इसका असर पड़ा है। खजूर विक्रेता कन्हैया गुप्ता ने कहा कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार अब तक काफी कम लोगों ने ही खरीदारी की है।

सामूहिक नमाज-इफ्तार से करें परहेज

कोरोना वायरस से देश व देशवासियों को बचाने के लिए किए गए लॉकडाउन में ही माहे रमजान शुरू हो रहा है। इस वायरस से बचने को लॉकडाउन का पालन व शारीरिक दूरी महत्वपूर्ण बताई गई है। देश के एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते इस संकट की घड़ी में सहयोग करना सबका फर्ज है। कुरआन-ए-पाक में वतन से मोहब्बत का हुक्म है। हमारे नबी ने भी वतन, इंसान व इंसानीयत से मोहब्बत का पैगाम दिया है। संकट की इस घड़ी में भी देशहित सबसे बड़ी प्राथमिकता है।

 तमाम मुसलमानों से अपील है कि सामूहिक तरावीह अदा नहीं करें। घर पर ही परिवार के सदस्यों के साथ तरावीह पढ़ें। पांच समय की नमाज भी घर पर ही पढ़े। उसी तरह सामूहिक इफ्तार से बचें। बाजार में भी खरीदारी करने जाएं तो शारीरिक दूरी का पालन करें। घर पर ज्यादा से ज्यादा अल्लाह की इबादत करें और इस आफत से निजात की दुआ करें। गरीब-मजबूरों की मदद करें।

मोबाइल पर भेजी जा रही इफ्तार व सहरी की समय तालिका

लॉकडाउन से इस बार इफ्तार व सहरी की समय तालिका मोबाइल पर ही भेजी जा रही है। लॉकडाउन में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए अधिकतर मदरसों ने घर-घर जाकर इसे देने से परहेज किया है। शिया व सुन्नी समुदाय मोबाइल का ही सहारा ले रहे हैं। भेजी गई समय तालिका में इफ्तार का समय, खत्म सहरी के साथ ही रोजा रखने की नीयत एवं इफ्तार के समय की दुआ भी शामिल है। साथ ही इस महीने में ज्यादा से ज्यादा इबादत करने व गरीबों की मदद की भी अपील की गई है।

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