एसएफआई ने कहा-अप्रशिक्षित लोगों से ली जा रही स्नातक पार्ट वन की परीक्षा में ड्यूटी

एमजेके कॉलेज बना कमीशनखोरी का केंद्र। कभी ऑनलाइन के नाम पर तो कभी परीक्षा के नाम पर मोटी रकम वसूल की जाती है। परीक्षा ड्यूटी लेने के लिए प्रशिक्षित होना जरुरी।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 17 Mar 2019 03:56 PM (IST) Updated:Sun, 17 Mar 2019 03:56 PM (IST)
एसएफआई ने कहा-अप्रशिक्षित लोगों से ली जा रही स्नातक पार्ट वन की परीक्षा में ड्यूटी
एसएफआई ने कहा-अप्रशिक्षित लोगों से ली जा रही स्नातक पार्ट वन की परीक्षा में ड्यूटी

पश्चिम चंपारण, जेएनएन। एमजेके कॉलेज कमीशनखोरी का केंद्र बन गया है। कभी ऑनलाइन के नाम पर तो कभी परीक्षा के नाम पर मोटी रकम वसूल की जाती है। उक्त बातें एसएफआई के जिला संयोजक अभिमन्यु राव ने कही। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन का मामला अभी खत्म भी नहीं हुआ कि दूसरी तरफ कॉलेज में चल रहे बीए पार्ट वन और डीएलएड की परीक्षा मे दर्जनों अप्रशिक्षित लोगों से ड्यूटी ली जा रही है। महाविद्यालय में भी सभी कार्य उसी तर्ज पर हो रहा है।

   ऐसे लोगों को वीक्षक बना दिया गया, जो खुद ही स्नातक नहीं हैं और वे स्नातक स्तर के प्रश्नपत्रों के दौरान ड्यूटी दे रहे हैं। वहीं जबकि डीएलएड परीक्षा का नियम है कि कोई भी परीक्षा ड्यूटी लेने के लिए व्यक्ति को प्रशिक्षित होना जरुरी होता है। लेकिन, प्राचार्य की मनमाना रवैये एवं अप्रशिक्षित व्यक्ति से कमीशन के बदौलत परीक्षा ड्यूटी ली जा रही है। वहीं जदयू के प्रदेश महासचिव सह छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्रा ने कहा कि कॉलेज में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

   आखिर क्या कारण है कि महारानी जानकी कुंवर कॉलेज छात्र संघ की महासचिव सह आइसा नेत्री निखिता कुमारी के परिवार के पांच सदस्यों की ड्यूटी डीएलएड परीक्षा में लगाई गई है। इन लोगों की ड्यूटी प्राचार्य के इशारे पर दी गई है जबकि पिछले दिनों भी बीपीएससी परीक्षा में इन लोगों की ड्यूटी दी गयी थी।

   कॉलेज के प्राचार्य महासचिव और आइसा के दबाव में कार्य कर रहे हैं। एमजेके कॉलेज के प्राचार्य डॉ. हरिनारायण ठाकुर ने कहा कि मेरी बहुत सीरियस तबियत खराब है। इलाज कराने के लिए पटना जा रहा हूं। अभी कोई कमेंट नही कर सकता हूं। सारे आरोप बेबुनियाद है।

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