वेतन निकासी में फर्जीवाड़ा, 33 जगह अंकित मिला एक ही शिक्षक का नाम

बीईओ के विपत्र की प्रारंभिक जांच में मामला उजागर। मामला पारु प्रखंड का, पारु बीईओ से स्पष्टीकरण।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 04 Feb 2019 02:32 PM (IST) Updated:Mon, 04 Feb 2019 03:32 PM (IST)
वेतन निकासी में फर्जीवाड़ा, 33 जगह अंकित मिला एक ही शिक्षक का नाम
वेतन निकासी में फर्जीवाड़ा, 33 जगह अंकित मिला एक ही शिक्षक का नाम

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शिक्षा विभाग में अवैध निकासी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। कभी डबल वेतन तो कभी मृत शिक्षक का वेतन भुगतान कर सरकार को चूना लगा रहा है। डबल वेतन भुगतान का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा कि एक शिक्षक का वेतन विपत्र में 33 जगह नाम अंकित कर वेतन निकासी के लिए विपत्र भेजने का मामला सामने आया है। मामला पारु प्रखंड का है।

 प्रखंड शिक्षा अधिकारी पारु ने नियोजित शिक्षकों का वेतन विपत्र भेजा। अक्टूबर, नवंबर व दिसंबर 2018 का विपत्र डीपीओ स्थापना को भेजा गया। बीईओ की ओर से भेजे गये विपत्र की प्रारंभिक जांच की। जांच के क्रम में पाया गया कि एक शिक्षक का 33 जगह नाम अंकित कर विपत्र भेजा गया है। ऐसे हालात में विपत्र जब्त की गई। मामले की गंभीरता को देख डीपीओ स्थापना ने पारु प्रखंड शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण पूछा है। जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई होनी है।

गायघाट के 54 शिक्षकों का डबल वेतन भुगतान

इससे पूर्व डीपीओ स्थापना गायघाट के मृत शिक्षकों का वेतन भुगतान कई महीने तक करते रहे। इसके बाद गायघाट के 54 शिक्षकों का डबल वेतन भुगतान किया गया। इन शिक्षकों का भी विपत्र प्रखंड शिक्षा अधिकारी गायघाट की ओर से भेजा गया है। अवैध वेतन भुगतान को लेकर विभाग में हाय तौबा मचा है। निदेशक प्रशासन ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है।

 क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक से तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी सह तत्कालीन डीपीओ स्थापना की लापरवाही है। दो डीपीओ समेत तीन से चार लिपिक कार्रवाई के दायरे में आ चुके है। इस मामले में कार्रवाई को लेकर शिक्षक संगठन कई दिनों तक क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय में आमरण अनशन पर भी बैठे थे। काफी जद्दोजहद के बाद 25 जनवरी को अनशन खत्म हुआ था।

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