दरभंगा : बलहा हॉल्ट पर नहीं बढ़ सकी सुविधाएं, रेलवे क्वार्टर बना मवेशी चारा सुरक्षित करने का साधन

Darbhanga News 2004 में बेनीपुर नगर परिषद के वार्ड संख्या-27 में स्थापित रेलवे हॉल्ट को नहीं किया जा सका अपडेट। यात्रियों को मिलनेवाली सुविधाओं की घोर कमी है। सरकारी आवास में इलाके के लोग भूसा और पुआल रखते हैं। पढ़ें पूरी र‍िर्पोट...

By Murari KumarEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 04:08 PM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 04:08 PM (IST)
दरभंगा : बलहा हॉल्ट पर नहीं बढ़ सकी सुविधाएं, रेलवे क्वार्टर बना मवेशी चारा सुरक्षित करने का साधन
रेल कर्मियों के जर्जर आवास के पास बंधे मवेशी।

बेनीपुर, (दरभंगा), जासं। नगर परिषद की चर्चित वार्ड संख्या-27। यहां के बलहा में वर्ष  2004 में बड़े तामझाम के साथ रेलवे हॉल्ट का उद्घाटन किया गया था। हॉल्ट के शुरू होने के बाद लोगों में उम्मीद जगी कि इस हाल्ट से दरभंगा और फिर दरभंगा से पटना, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता सहित विभिन्न प्रदेशों के  लिए ट्रेन से यात्रा करना आसान होगा। लेकिन, यहां स्थापित बेनीपुर-बलहा हाल्ट की स्थिति इतनी बदतर हो गई कि अब हॉल्ट के पास  रेल कर्मियों के लिए बनाए  गए सरकारी आवास में इलाके के लोग भूसा और पुआल रखते हैं। आवास के आगे मवेशी बांधे जाते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि शकरी-बिरौल रेलखंड के बेनीपुर - बलहा - हाल्ट पर यात्री सुविधाओं की कमी है। दरभंगा के प्रतिनिधियों की घोर उपेक्षा के कारण आजतक इस हॉल्ट तक पहुंचने के लिए बनी संपर्क पथ का पक्कीकरण तक नहीं हो सका। नहीं शकरी-बिरौल रेलखंड पर ट्रेनों की संख्या बढ़ी। इस बीच पिछले आठ महीने से रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन ठप रहने के कारण स्थिति और भी बदतर हो गई है। 

प्रखंड व अंचल के बीच की दूरी 13 किलोमीटर 

यहां के लोगों की दूसरी बड़ी समस्या है कि वार्ड व बलहा गांव बेनीपुर प्रखंड का भाग है। जबकि अंचल कार्यालय यहां से 13 किलोमीटर  दुर अलीनगर में है। वार्ड की जनता के साथ पार्षद संयोगिता ने क्षेत्र के विधायक एवं सांसद से बलहा गांव को बेनीपुर अंचल में जुड़वाने की गुहार लगाई। लेकिन, आजतक इस गंभीर समस्या का निदान सांसद एवं विधायक नहीं करा सके। 

संवेदक की लापरवाही के कारण नल-जल योजना अपूर्ण 

इस वार्ड में सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना नल जल की स्थिति बेहद खराब है। बताया जाता हैं कि नल योजना के संवेदक ने आधा अधूरा कार्य कर छोड दिया। इस कारण अबतक लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो सका। हालांकि, वार्ड पार्षद संयोगिता इस समस्या के समाधान के लिए लगातार नगर परिषद बोर्ड की बैठक में आाज उठाती रहीं हैं। उनके प्रयास से पिछले पांच साल में 1 करोड़ 75 लाख की लागत से यहां सड़क व नाला का निर्माण कार्य कराया गया है। 222 लोगों का प्रधानमंत्री आवास स्वीकृति हुआ है। 103 लोगों को  पेंशन की सुविधा मिली है। जबकि विद्युत पोलों पर 64 एलईडी बल्ब लगवाए गए।

बोले लोग : प्रशासनिक स्तर पर हो अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई 

जीवछ शर्मा बताते हैं- वार्ड पार्षद के प्रयास से यहां विकास के काम हुए हैं। पार्षद सुख-दुख में हमेशा साथ रहती हैं। लेकिन, विकास को रफ्तार दिया जाना शेष है। 

मनोज कुमार झा मुन्ना कहते हैं- वार्ड में अतिक्रमण बड़ी समस्या है। प्रशासनिक पदाधिकारियों को अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए।

पार्षद ने कहा- रेलवे को बनानी चाहिए संपर्क सड़क

वार्ड पार्षद संयोगिता बताती हैं कि पांच साल में वार्ड के सभी वर्ग के लोगों को साथ लेकर युद्ध स्तर पर विकासात्मक कार्य कराए हैं। वार्ड  के रेलवे हाल्ट तक पहुंचने के लिए रेलवे द्वारा बनाए गए संपर्क पथ का अविलंब पक्कीकरण होना चाहिए। बलहा गांव के लोगों का अंचल अलीनगर से हटाकर बेनीपुर लाने के लिए विधायक से फिर अनुरोध करेंगे। उनके प्रयास से काम पूरा हो जाना चाहिए।

chat bot
आपका साथी