मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल में खुलेगा आंख का ओपीडी, अब आपरेशन भी होगा

सिविल सर्जन ने विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ की बैठक एक सप्ताह की दी मोहलत। सभी विभाग का जारी हो रोस्टर महिला वार्ड में आने वाली हर गर्भवती को हो इलाज। मूर्छक के नहीं रहने से बंद आपरेशन एक सप्ताह में होगा चालू।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 04:10 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 04:10 PM (IST)
मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल में खुलेगा आंख का ओपीडी, अब आपरेशन भी होगा
बोचहां से एक मूर्छक की प्रतिनियक्ति कर दी गई है।

मुजफ्फरपुर, जासं। सदर अस्पताल को रेफर संस्कृति से बाहर निकालने के लिए सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा एक्शन में हैं। बुधवार को औचक बैठक बुलाई और विशेषज्ञ चिकित्सकों से राय ली। एक सप्ताह की मोहलत दी कि सभी लोग रोस्टर के हिसाब से अपना काम शुरू कर दें। इमरजेंसी से लेकर आउटडोर तक हर जगह पर रोस्टर चिपकाया जाए। चिकित्सक के नाम व मोबाइल नंबर का डिस्पले हो। आपरेशन थियेटर में नियमित आपरेशन हो। सीएस ने बताया कि मूर्छक यहां थे, लेकिन उन्होंने बीआरएस ले लिया। इस कारण एक माह से आपरेशन बाधित है। बोचहां से एक मूर्छक की प्रतिनियक्ति कर दी गई है। एक सप्ताह के अंदर अब यहां आपरेशन होने लगेगा। सीएस ने उपाधीक्षक डा.एनके चौधरी व लेखापाल विपिन पाठक को टास्क दिया कि मरीज के इलाज की जो भी व्यवस्था होनी चाहिए, प्राथमिकता के आधार पर वह किया जाए। 

मरीज हित में यह उठाया जाएगा कदम

- दंत विभाग में नियमित सर्जरी भी की जाएगी, रहेगी हर तरह की दवा

- आंख के ओपीडी की होगी शुरूआत, उसके लिए अलग होगी व्यवस्था

- एमसीएच में प्रतिदिन रजिस्टर में गर्भवती की इंट्री, अगर रेफर हुआ तो उसका कारण बताना होगा

-- डिलेवरी के साथ सिजेरियन आपरेशन भी नियमित किया जाए

-- अस्पताल में जितने बेड उतने पर रहे मरीज, यह होनी चाहिए व्यवस्था।  

आठ जानलेवा बीमारियों से बचाव के दिए गया टीका

मैनाटांड़, संवाद सूत्र : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैनाटांड़ के तत्वावधान में नियमित टीकाकरण शुक्रवार को किया गया। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में छूटे हुए व अप्रतिरक्षित बच्चों को आठ बीमारियों की रोकथाम करने वाले टीके लगाए गये। इस अभियान के तहत मरजदवा हरिजन टोली, मैनाटांड़, बस्ठा, पूरुषोतमपुर, इनरवा बसंतपुर आदि स्थानों पर महिला स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा टीका दिया गया। स्वास्थ्य प्रबंधक विनोद कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि टी.बी., कुकरखांसी, गलघोंटू, टिटेनस, हिपेटाइटिस, खसरा, पोलियो व दिमागी बुखार से बचाव के टीके लगाए गए।

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