Darbhanga: कोरोना संक्रमण होने पर घबराएं नहीं, कोरोना पॉजिटिव बरते सावधानी, भोजन पर दें ध्यान, जानिए विशेषज्ञ की राय

एमसीएच मेडिसिन विभाग के डॉ. पीके सिन्हा ने बताया कि होम क्वारंटाइन वाले की सामग्री अलग रहना जरूरी है। उपयोग किए गए बर्तन कपड़े या बिछावन या अन्य सामग्री का उपयोग अन्य लोग नहीं करें। कम से कम 7 दिन तक घर से बाहर नहीं निकले।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 01:05 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 01:05 PM (IST)
Darbhanga: कोरोना संक्रमण होने पर घबराएं नहीं, कोरोना पॉजिटिव बरते सावधानी, भोजन पर दें ध्यान, जानिए विशेषज्ञ की राय
कोरोना वायरस से बचाव के ल‍िए करें गाइडलाइन का पालन। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

दरभंगा, जासं। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद घबराने की कोई जरूरत नहीं है। वह क्वारंटाइन में रहकर स्वस्थ हो सकते हैं। कोरोना का इलाज इलाज ङ्क्षसप्टोमेटिक रूप से की जाती है। इसमें सुसुम पानी 6 से 7 लीटर 24 घंटे में पीना है। इम्युनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करना है। लोगों से दूरी बनाकर एक घर में ही रहना है। एमसीएच मेडिसिन विभाग के डॉ. पीके सिन्हा ने बताया कि होम क्वारंटाइन वाले की सामग्री अलग रहना जरूरी है। उपयोग किए गए बर्तन कपड़े या बिछावन या अन्य सामग्री का उपयोग अन्य लोग नहीं करें। कम से कम 7 दिन तक घर से बाहर नहीं निकले। घर में किसी व्यक्ति से सामान नहीं ले और अधिकांश घर में ही अपना काम खुद करें। इसके अलावा समय पर खाना, नाश्ता खाएं । संतुलित खाना पर ध्यान रखे। दूध ,गुनगुना पानी ,तुलसी , हल्दी वाली पदार्थ का बना काढ़ा हर रोज पीए। कमर के बल पर नहीं सोए हैं । खाने के बाद पेट के बल लेटे। बैलून फुलाने की आदत डालें । वायरस के लोड को कम करने के लिए गुनगुना पानी से गाड़गिल करें । घर में ही गेम खेलें । पॉजिटिव बातें करें। पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर और ब्लड प्रेशर यंत्र को रखें। ताकि समय -समय पर आप अपने तापमान ऑक्सीजन और ब्लड प्रेशर माप सके । इन तीनों यंत्रों से दो से तीन बार जांच करें और इसे दर्ज करें।

कैसे कराएं कोरोना जांच :

कोरोना होने पर डॉक्टरी सलाह लें। इसका पालन करे। सर्दी , खांसी या बुखार है तो इसका मतलब यह नही है कि आपको कोरोना ही हो गया है। यह कोरोना माइल्ड भी होता है । मेडिसीन विभाग के डॉ. आरके दास बताते हैं कि अगर आप घर में ही रहकर परहेज करते हैं तो आप इससे मुक्त हो सकते है। इसका इलाज सिम्टोमेटिक होता है। इस तरह के लक्ष्ण सामान्य फ्लू के लक्षण भी हो सकते हैं। अगर आपको डर है तो इसका पहला तरीका यह है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड हेल्प लाइन नंबर जारी किया है और मेल आईडी भी दी है। जिसपर आप किसी भी वक़्त संपर्क कर सकते हैं। आप 1075 नंबर पर फ़ोन करें। फ़ोन उठाने वाले आपसे सारी जानकारियां लेंगे। उसे सभी जानकारियां दे। आपको सभी जानकारियां मिल जाएंगी।

मास्क का उपयोग ही वैक्सीन है

डीएमसीएच ईएनटी विभाग के डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि वायरस से बचाव के मास्क का महत्वपूर्ण भूमिका है। ये न केवल अस्पताल कर्मियों के लिए जरूरी हैं, बल्कि उन सभी के लिए भी अहम हैं जो लॉकडाउन के दौरान बाहर जाते हैं। नॉन-फिटेड मास्क जो, ज्यादातर लोग को उपलब्ध है। कोरोना ड्रॉपलेट और एयरोसोल को 100 फीसदी तक ब्लॉक कर सकता है। ड्रॉपलेट और एयरोसोल पार्टिकल काउंट उनमें काफी हद तक कम पाया जाता है। इधर अधिकांश लोग मास्क पहने से परहेज करने लगे हैं। इसी का नतीजा है कि दरभंगा में कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट की संख्या इधर काफी तेजी से फैल रहा है और मौत करी संख्या भी बढ़ी है।

निगेटिव होने पर फिर भी रहे परहेज में

जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से स्वस्थ्य होने वालों की काफी संख्या अधिक है। इस जिले में रिकवरी रेट 97 फीसद है। इस संक्रमण से पीडि़त मरी•ाों में कोविड-19 के हल्के लक्षणों से लेकर गंभीर लक्षण तक मौजूद है। कोविड के हल्के लक्षण वाले मरी•ा घर में ही ठीक हो जाते है। जबकि गंभीर मरी•ाों को हॉस्पिटल तक जाने की नौबत आ सकती है। कुछ लोगों की टेस्ट रिपोर्ट बॉडी में लक्षण होने के बावजूद भी निगेटिव आती है। हालांकि आरटी-पीसीआर टेस्ट सबसे भरोसेमंद टेस्ट है।

आरटी-पीसीआर का टेस्ट वायरस का पता लगाने में प्रभावी हैं, लेकिन कोई भी टेस्ट 100 फीसद सटीक नहीं है। रिपोर्ट के नतीजे कई बातों पर निर्भर करते हैं। अगर आप कोविड-19 पॉजिटिव है और दूसरी बार टेस्ट कराने पर रिपोर्ट निगेटिव आ रही है लेकिन आपमें लक्षण अभी भी मौजूद है तो आप थोड़ा सतर्क हो जाइए। अगर आप में लक्षण मौजूद है और रिपोर्ट निगेटिव है तो आप सबसे पहले खुद को होम क्वारंटाईन कर ले। इसके साथ ही अपने में मौजूद लक्षणों की समीक्षा करे।

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