बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की व्यवस्था से क्षुब्ध छात्र ने किया आत्मदाह का एलान

कोरोना संक्रमित होने के कारण दो पेपर की नहीं दे सका था परीक्षा। विशेष परीक्षा में शामिल होने के बाद नहीं दिख रहा परिणाम मानसिक तनाव से गुजर रहा छात्र। परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि छात्र को पहले आकर मिलना चाहिए। परिणाम पेंडिंग होगा तो उसे ठीक करा दिया जाएगा।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 19 May 2022 11:15 AM (IST) Updated:Thu, 19 May 2022 11:15 AM (IST)
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की व्यवस्था से क्षुब्ध छात्र ने किया आत्मदाह का एलान
सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थियों का परिणाम वेबसाइट पर नहीं दिख रहा है। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। आरएलएसवाई कालेज बेतिया के छात्र करण कुमार आर्य ने पेंडिंग परिणाम से क्षुब्ध होकर आत्मदाह का एलान कर दिया है। कहा कि गुरुवार को वह विश्वविद्यालय पहुंचकर अपनी समस्या रखेगा। यदि परिणाम नहीं सुधारा गया तो परिसर में ही आत्मदाह कर लेगा। करण ने बताया कि वह 2017-20 सत्र का अकाउंट का छात्र है । कोरोना संक्रमित होने के कारण वह दो पेपर की परीक्षा नहीं दे सका। बाद में विशेष परीक्षा में शामिल हुआ। तीन दिन पहले जब परिणाम जारी किया गया तो उसका परिणाम नाट फाउंड दिखा रहा है। करण ने कहा कि वह परीक्षा में शामिल हुआ था। इसके बाद भी परिणाम जारी नहीं होने से वह मानसिक रूप से परेशान है । बीपीएससी की तैयारी प्रभावित हो रही है । उसका प्रथम और तृतीय वर्ष का परिणाम आ चुका है। यदि द्वितीय वर्ष का परिणाम नहीं आता है तो चार वर्षों की उसकी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। इधर, परीक्षा नियंत्रक डा.संजय कुमार ने कहा कि छात्र को पहले आकर मिलना चाहिए। यदि परिणाम पेंडिंग होगा तो उसे ठीक करा दिया जाएगा ।

सैकड़ों छात्रों का नहीं दिख रहा परिणाम

स्नातक की द्वितीय वर्ष की विशेष परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी हुई है । सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थियों का परिणाम वेबसाइट पर नहीं दिख रहा है। इसको लेकर बुधवार को भी विद्यार्थी परीक्षा विभाग में पहुंचे थे। 2018-21 सत्र के भी विद्यार्थी पेंडिंग की शिकायत लेकर पहुंचे थे । उनका कहना था कि परीक्षा में शामिल होने के बाद भी जानबूझकर उनका परिणाम पेंङ्क्षडग किया जाता है। बाद में सुधार के नाम पर उनसे बिचौलिए उगाही करते हैं। यदि पेंङ्क्षडग हुआ है तो विश्वविद्यालय को अपने स्तर से देखना चाहिए कि विद्यार्थी परीक्षा में उपस्थित है या नहीं । पेंडिंग सुधार को लेकर मेमो और उपस्थिति पत्रक के लिए विद्यार्थियों को कालेजों में दौडऩा पड़ता है।  

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