Smart City Project: महत्वपूर्ण निर्णय पर सहमति नहीं होने से स्मार्ट सिटी का विकास रुका Muzaffarpur News

सशक्त स्थायी की बैठक में स्मार्ट सिटी बनाने के लिए आइ ट्रिपल सी कार्यालय खोलने के निर्णय को किया गया दरकिनार। 10 वार्ड पार्षदों ने मेयर पर लगाए कई गंभीर आरोप।

By Murari KumarEdited By: Publish:Tue, 14 Jan 2020 11:22 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jan 2020 11:22 PM (IST)
Smart City Project: महत्वपूर्ण निर्णय पर सहमति नहीं होने से स्मार्ट सिटी का विकास रुका Muzaffarpur News
Smart City Project: महत्वपूर्ण निर्णय पर सहमति नहीं होने से स्मार्ट सिटी का विकास रुका Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पिछले साल से सबक लेते हुए नए साल में शहर के विकास पर मेयर सुरेश कुमार ने कोई ताकत नहीं लगाई। सशक्त स्थायी की बैठक में स्मार्ट सिटी बनाने के आइ ट्रिपल सी कार्यालय खोलने तक के महत्वपूर्ण निर्णय को दरकिनार कर दिया। ऐसे में आने वाले समय में पार्षदों को जनता का कोपभाजन बनने से कोई रोक नहीं पाएगा। नई बाजार स्थित एक विवाह भवन में मंगलवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए करीब 10 वार्ड पार्षदों ने मेयर पर कई गंभीर आरोप मढ़े।

 मौके पर वार्ड पार्षद संजय कुमार केजरीवाल, सीमा झा, शेरू अहमद, रतन शर्मा, राकेश कुमार सिन्हा पप्पू, राकेश कुमार, शोभा देवी, शबाना परवीन, सुषमा देवी, कृष्णा महतो जुटे थे। ये सारे पार्षद नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा के पक्ष में खड़े दिखे। बाहर के अधिकारी अपने विकसित राज्यों की तरह विकास चाहते हैं। तत्कालीन वर्तमान नगर आयुक्त को कौन रहे, तत्कालीन नगर आयुक्त के एक साल पहले 2 फरवरी को लिखे गए पत्र के आलोक में एमआरडीए भवन का एनओसी नहीं दिया गया।

 वर्तमान नगर आयुक्त के 11 सूत्री एजेंडे में भी एनओसी की बात थी। लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया। संजय केजरीवाल और राकेश कुमार सिन्हा पप्पू का आरोप है कि मेयर की मंशा साफ नहीं होने से स्मार्ट सिटी के कार्य में देरी हो रही है। 

स्टॉल किराया में समानता पर आपत्ति

पार्षदों का अरोप है कि शहर में विभिन्न जगहों पर नगर निगम के 1041 स्टॉलधारियों के त्रुटिपूर्ण निर्धारण के पहलुओं पर निर्णय नहीं हुआ है। महेन्द्र मार्ग अस्पताल रोड में एसबेसटस नुमा दुकान का किराया चार रुपये से बढाकर आठ रुपये प्रति वर्ग फीट कर दिया गया। मीना बाजार में अवस्थित एसबेस्टस नुमा दुकान से 14 रुपये प्रति वर्ग फीट लिया जाता है जबकि मिस्कॉट जैसे पॉस इलाके के व्यावसायिक दुकानों का वहीं दर न्याय संगत नहीं। लक्ष्मी चौक के निगम मार्केट का कुछ अंश पुलिस लाइन रोड में हैं जो मुख्य श्रेणी में आता है, उसमें संशोधन जरूरी है। 

जिसे सशक्त स्थायी समिति से निकाला वहीं दे रहे बयान

इधर मेयर सुरेश कुमार ने लगाए गए आरोपों को निराधार बताया। कहा कि स्मार्ट सिटी मेरा सपना है। सशक्त स्थायी समिति से जिन पार्षदों को निकाला गया, वे लोग ही ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। एमआरडीए भवन में आइ ट्रिपलसी के कार्यालय खोलने के एनओसी में मेरी अनुमति की जरूरत नहीं है। 

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