Muzaffarpur News: मीनापुर के युवाओं को बर्बाद कर रही चरस और अफीम की लत

Muzaffarpur Crime News मीनापुर प्रखंड के दो गांवों पुरैनिया और झिटकहियां के युवाओं में चरस अफीम व अन्य मादक पदार्थों की लत। तस्करों के चंगुल में प्रखंड का पुरैनिया और झिटकहियां गांव। आर्थिक अपराध इकाई ने कार्रवाई के साथ नशा मुक्ति कार्यक्रम चलाने को कहा।

By Murari KumarEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 08:10 AM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 08:10 AM (IST)
Muzaffarpur News: मीनापुर के युवाओं को बर्बाद कर रही चरस और अफीम की लत
मुजफ्फरपुर के मीनापुर में युवाओं को बर्बाद कर रही चरस और अफीम की लत। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुजफ्फरपुर [प्रेम शंकर मिश्रा]। विकास को गति मिली तो नक्सल प्रभावित मीनापुर प्रखंड मुख्यधारा में शामिल हुआ, मगर अब नई समस्या ने पुलिस और प्रशासन के सामने चुनौती पेश कर दी है। वह है, प्रखंड के दो गांवों पुरैनिया और झिटकहियां के युवाओं में चरस, अफीम व अन्य मादक पदार्थों की लत। स्थिति अलार्मिंग होने पर आर्थिक अपराध इकाई के अपर महानिदेशक ने मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने और नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम चलाने की आवश्यकता जताई है। इस आलोक में इकाई के एसपी ने डीएम और एसएसपी से कार्रवाई का आग्रह किया है। 

पुरैनिया व झिटकहियां गांव प्रखंड मुख्यालय से करीब पांच किमी दूर हंै। शराबबंदी के कुछ वर्षों बाद गांव के युवा चरस, अफीम, गांजा आदि की लत के शिकार होते गए। पिछले दो से तीन साल में हालत काफी बिगड़ गई है। पुलिस मुख्यालय की टीम के जायजा में भी यह बात सामने आई। इसके निदान के लिए ग्रामीणों ने कमेटी बनाई और पंचायती की। अभिभावकों से कार्रवाई का आग्रह किया गया। नशे के चंगुल व स्मैक की तस्करी में किशोरों के भी शामिल होने के कारण कमेटी को अधिक मुश्किल हो रही है।

कमेटी के नेतृत्वकर्ता हरका मानशाही पंचायत के वार्ड 13 के पार्षद मनीष कुमार सिंह कहते हैं कि वे प्रत्येक रविवार को बैठक कर लोगों को जागरूक कर रहे। स्थिति कुछ जरूर बदली है, मगर नियंत्रित नहीं हो पा रही है। कुछ अभिभावकों ने बच्चों को बाहर भेज दिया है। पिछले दिनों स्मैक बेचते एक किशोर को पकड़ा गया। नाबालिग होने के कारण छोड़ दिया गया। इसलिए सख्ती के साथ जागरूकता की अधिक जरूरत है। 

डीएम ने बनाई टीम

नशे की लत से छुटकारा दिलाने के लिए डीएम प्रणव कुमार ने टीम बनाई है। उत्पाद अधीक्षक को मादक पदार्थों की तस्करी को नियंत्रित करने को कहा गया है। नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम में सिविल सर्जन, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी और जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक को शामिल किया गया है। 

25 किलो चरस की हुई थी बरामदगी

पुलिस रिकॉर्ड पर गौर करें तो सितंबर, 2020 में नगर थाने की पुलिस व एसआइटी ने सरैयागंज टावर एवं गोलाबांध रोड से पांच तस्करों को पकड़ा था। उनकी निशानदेही पर पूर्वी चंपारण के चकिया से कार सवार दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया था। 25 किलो चरस बरामद हुई थी।

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